तत्पुरुष समास MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for तत्पुरुष समास - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക
Last updated on Apr 19, 2025
Latest तत्पुरुष समास MCQ Objective Questions
Top तत्पुरुष समास MCQ Objective Questions
तत्पुरुष समास Question 1:
‘बैलगाडी' में कौन सा समास है?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 1 Detailed Solution
सही उत्तर है - 'तत्पुरुष' l
Key Points
- 'बैलगाडी' शब्द का समास विग्रह :- बैल की गाड़ी, बैलों से खींची जाने वाली गाड़ी l
- बैलगाडी शब्द में 'तत्पुरुष' का प्रयोग है l
- यहाँ तत्पुरुष समास में विग्रह परसर्ग के हटाने पर बनता है।
अन्य विकल्प :-
- द्विगु - यदि किसी सामासिक पद में प्रथम पद संख्यावाचक शब्द हो एवं द्वितीय पद संज्ञा शब्द हो तथा समस्त पद समूह का बोध करवाए तो उसे द्विगु समास कहते हैं।
- जैसे - अठकोना : आठ कोनो का समाहार l
- अव्ययी भाव - जहाँ प्रथम पद या पूर्व पद प्रधान हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण अव्यय हो उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।
- जैसे - यथामती : मती के अनुसार l
- द्वंद्व - समास का वह रूप जिसमें प्रथम और द्वितीय दोनों पद प्रधान होते हैं उसे द्वन्द्व समास कहते हैं।
- जैसे - आजकल : आज और कल l
Additional Information
समास का तात्पर्य है 'संक्षिप्तीकरण'। दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए एक नवीन एवं सार्थक शब्द को समास कहते हैं।
- तत्पुरुष - समास का वह रूप जिसमें द्वितीय पद या उत्तर पद प्रधान हो उसे तत्पुरुष समास कहते हैं।
- उदाहरण :-
- मूर्ति को बनाने वाला - मूर्तिकार
- जल को धारण करने वाला - जलधर
- रेखा से अंकित - रेखांकित
तत्पुरुष समास Question 2:
'रक्तरंजित' शब्द में कौन सा समास है ?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 2 Detailed Solution
उपर्युक्त विकल्पों में से ‘रक्तरंजित’ तत्पुरुष समास का उदाहरण है।
Key Points
- 'रक्तरंजित' का समास विग्रह ‘रक्त से रंजित’ होगा।
Key Points
तत्पुरुष समास: जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति(कारक चिन्ह) का लोप हो, तत्पुरुष समास कहलाता है। जैसे: राम का अनुज= रामानुज, धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत आदि। तत्पुरुष समास के छः भेद होते हैं- |
||
समास |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्म तत्पुरुष समास |
जहां कर्म कारक चिन्ह (को) का लोप हो |
गिरहकट = गिरह को काटने वाला |
करण तत्पुरुष समास |
जहां करण कारक चिन्ह (से) का लोप हो |
शोकातुर = शोक से आतुर |
संप्रदान तत्पुरुष समास |
जहां संप्रदान कारक चिन्ह (के लिए, को) का लोप हो |
हथकड़ी = हाथ के लिए कड़ी |
अपादान तत्पुरुष समास |
जहां अपादान कारक चिन्ह (से, अलग होने के संबंध में ) का लोप हो |
धनहीन = धन से हीन |
संबंध तत्पुरुष समास |
जहां संबंध कारक (का, की के) का लोप हो |
प्रेम सागर = प्रेम का सागर |
अधिकरण तत्पुरुष समास |
जहां अधिकरण कारक (में , पर) का लोप हो |
नीतिनिपुण = नीति में निपुण |
तत्पुरुष समास Question 3:
‘महात्मा’ शब्द में समास है:
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 3 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 3 ‘कर्मधारय समास’ होगा।
Key Points
- ‘महात्मा’ का उचित समास-विग्रह है ‘महान है जो आत्मा अर्थात महात्मा’।
- यह कर्मधारय समास का उदाहरण है।
अन्य विकल्प:
समास |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
जिस समास में प्रथम पद गौण और उत्तर पद की प्रधानता होती है और समास करते वक्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है। |
यश को प्राप्त = यशप्राप्त |
द्विगु समास |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
चार राहों का समूह= चौराहा |
द्वंद्व समास | जिस समास में दोनों पद प्रधान हों तथा विग्रह करने पर उनके बीच ‘तथा’, ‘या’, ‘अथवा’, ‘एवं’, ‘और’ का प्रयोग होता है। | माता और पिता = माता-पिता |
Additional Information
- समास वह क्रिया है, जिसके द्वारा हिंदी में कम-से-कम शब्दों अधिक-से-अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है।
- समास के छ: भेद हैं –
- द्वन्द्व समास
- द्विगु समास
- तत्पुरुष समास
- कर्मधारय समास
- अव्ययीभाव समास
- बहुव्रीहि समास
तत्पुरुष समास Question 4:
‘जेबकतरा' किस प्रकार का समास है?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 4 Detailed Solution
‘जेबकतरा' - "कर्म तत्पुरूष समास"
‘जेबकतरा'- जेब को काटने वाला।
कर्म कारक विभक्ति "को" का लोप।
Key Points
- तत्पुरुष समास- 'उत्तर पद प्रधान होता'।
- पहचान- "कारक चिन्ह" का लोप हों जाना।
तत्पुरुष समास के भेद- 6 भेद
- कर्म तत्पुरुष- कर्म कारक विभक्ति "को" का लोप। उदाहरण- ‘जेबकतरा'।
- करण तत्पुरुष- करण कारक विभक्ति "से", "के द्वारा" का लोप। उदाहरण- 'भयाकुल'।
- सम्प्रदान तत्पुरुष - सम्प्रदान कारक की विभक्ति "के लिए" का लोप। उदाहरण- 'गौशाला'।
- अपादान तत्पुरुष- अपादान कारक की विभक्ति "से" (अलग होने का भाव) का लोप। उदाहरण- 'गुणहीन'।
- संबंध तत्पुरुष- संबंध कारक की विभक्ति "का" "की", "के" का लोप। उदाहरण- 'देशरक्षा'।
- अधिकरण तत्पुरुष- अधिकरण कारक की विभक्ति "मे", "पर" का लोप। उदाहरण- 'लोकप्रिय'।
Additional Informationसमास- दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने नये सार्थक शब्द को समास कहते है।
समास भेद- 6 भेद होते हैं।
- 1.अव्ययीभाव समास- 'पहला पद प्रधान तथा अव्यय होता है'
- उदाहरण- प्रतिदिन, यथासंभव
- 2.द्विगु समास- 'उत्तर पद प्रधान होता'।
- उदाहरण- 'चौराहा' शब्द में 'चार राहों के समूह' का ज्ञान हो रहा है।
- 3.तत्पुरुष समास- 'उत्तर पद प्रधान होता'।
- उदाहरण- गगनचुम्बी
- 4.बहुब्रीहि समास- 'अन्य पद प्रधान होता'।
- जैसे- 'लंबोदर' "लंबा है उदर जिसका" अर्थात् "गणेश जी"।
- 5.कर्मधारय समास- 'उत्तर पद प्रधान होता'।
- उदाहरण- 'नीलकंठ' "नीला है जो कंठ"।
- 6.द्वंद्व समास- दोनों पद प्रधान होते है।
- उदाहरण- 'जलवायु' "जल और वायु"।
Mistake Points
- कारक चिन्ह- "से" करण विभक्ति मे 'साधन के तौर पर' तथा,अपादान विभक्ति मे 'अलगाव' होने का भाव' मे लगता।
तत्पुरुष समास Question 5:
'पुत्रशोक' में कौन-सा समास है?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 5 Detailed Solution
'पुत्रशोक' में तत्पुरुष समास है।
- पुत्रशोक - पुत्र के लिए शोक
- वाक्य प्रयोग - श्यामलाल पुत्रशोक में पागल हो गया।
- तत्पुरुष समास - इस समास में प्रथम पद गौण तथा द्वितीय पद प्रधान होता है।
- उदाहरण -
- अकालपीड़ित = अकाल से पीड़ित
- गृहप्रवेश = गृह में प्रवेश
Important Pointsतत्पुरुष समास के भेद -
तत्पुरुष समास के भेद |
विभक्ति लोप |
उदाहरण |
कर्म तत्पुरुष समास |
इसमें कर्म कारक की विभक्ति 'को' का लोप हो जाता है। |
गृहागत = गृह को आगत |
करण तत्पुरुष समास |
इसमें करण कारक की विभक्ति 'से' का लोप हो जाता है। |
कामचोर = काम से चोर |
संप्रदान तत्पुरुष समास |
इसमें संप्रदान कारक की विभक्ति 'के लिए' का लोप हो जाता है। |
हथघड़ी = हाथ के लिए घड़ी |
अपादान तत्पुरुष समास |
इसमें अपादान कारक की विभक्ति 'से' पृथक का लोप हो जाता है। |
नेत्रहीन = नेत्र से हीन |
सम्बन्ध तत्पुरुष समास |
सम्बन्ध कारक के चिन्ह या विभक्ति 'का, के, की' का लोप होता है। |
प्रसंगानुसार = प्रसंग के अनुसार |
अधिकरण तत्पुरुष समास |
इसमें अधिकरण कारक की विभक्ति 'में, पर, पे' का लोप हो जाता है। |
पुरुषोत्तम = पुरुषों में उत्तम |
Additional Information
- दो या दो से अधिक सार्थक शब्दों के परस्पर मेल को समास कहते है।
समास के छ: भेद हैं-
समास |
परिभाषा |
समास-विग्रह उदाहरण |
द्वंद्व समास |
इस समास में दोनों पद प्रधान होते हैं। इसमें तथा, और, या, अथवा आदि शब्दों का लोप हो जाता है। |
शस्त्रास्त्र = शस्त्र और अस्त्र |
द्विगु समास |
इस समास में पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता है और दूसरा पद उसका विशेष्य होता है। |
अठन्नी = आठ आनों का समूह |
तत्पुरुष समास |
इस समास में प्रथम पद गौण तथा द्वितीय पद प्रधान होता है। |
चर्मरोग = चर्म का रोग जन्मान्ध = जन्म से अन्धा |
कर्मधारय समास |
इस समास में पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य हो अथवा एक पद उपमान तथा दूसरा पद उपमेय हो |
चरणकमल = कमल के समान चरण |
अव्ययीभाव समास |
इस समास में पहला पद अव्यय होता है और पहला पद प्रधान भी होता है। |
यथायोग्य = योग्यता के अनुसार |
बहुव्रीहि समास |
इस समास में कोई भी पद प्रधान नहीं होता बल्कि समस्त पद किसी अन्य के विशेषण का कार्य करते हैं। |
दीर्घबाहु- दीर्घ हैं बाहु जिसके अर्थात् विष्णु |
तत्पुरुष समास Question 6:
'सूर्योदय' में कौनसा समास है-
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 6 Detailed Solution
'सूर्योदय' में समास है- 'संबंध तत्पुरुष'
- 'सूर्योदय' का समास विग्रह है- सूर्य का उदय (यहाँ पर सूर्य का सम्बन्ध उदय होने से है।)
- जिस तत्पुरुष समास में संबंध कारक के कारक चिन्ह (का, के, की) का लोप हुआ हो उसे संबंध तत्पुरुष समास कहते हैं।
उदाहरण -
- पराधीन = दूसरों के आधीन
- सेनापति = सेना का पति
- देशरक्षा = देश की रक्षा
Key Pointsतत्पुरुष समास के भेद-
- कर्म तत्पुरुष समास
- करण तत्पुरुष समास
- सम्प्रदान तत्पुरुष समास
- अपादान तत्पुरुष समास
- सम्बंध तत्पुरुष समास
- अधिकरण तत्पुरुष समास
कर्म तत्पुरुष:-
उदाहरण -
करण तत्पुरुष:-
उदाहरण -
सम्प्रदान तत्पुरुष:-
उदाहरण -
|
Additional Information तत्पुरूष:-
- तत्पुरुष समास वह होता है, जिसमें उत्तरपद प्रधान होता है, अर्थात प्रथम पद गौण होता है
- एवं उत्तर पद की प्रधानता होती है व समास करते वक़्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।
-
इस समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की, में, पर आदि का लोप होता है।
उदाहरण-
- भुखमरा = भूख से मरा
- आपबीती = आप पर बीती
- भारतरत्न = भारत का रत्न
तत्पुरुष समास Question 7:
'भयमुक्त' में कौनसा समास है-
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 7 Detailed Solution
'भयमुक्त' में समास है- 'अपादान तत्पुरुष'
- 'भयमुक्त' का समास विग्रह है- भय से मुक्त
- (यहाँ पर 'भय' से अलग होने की बात की गयी है, अत: यह अपादान तत्पुरुष समास के अंतर्गत आएगा।)
अपादान तत्पुरुष-
- जिस तत्पुरुष समास में अपादान कारक के कारक चिन्ह (से अलग होने के अर्थ में) का लोप हुआ हो उसे अपादान तत्पुरुष समास कहते हैं।
उदाहरण -
- ऋणमुक्त = ऋण से मुक्त
- दोषमुक्त = दोष से मुक्त
Key Pointsतत्पुरुष समास के भेद-
- कर्म तत्पुरुष समास
- करण तत्पुरुष समास
- सम्प्रदान तत्पुरुष समास
- अपादान तत्पुरुष समास
- सम्बंध तत्पुरुष समास
- अधिकरण तत्पुरुष समास
Important Points
कर्म तत्पुरुष:-
उदाहरण -
करण तत्पुरुष:-
उदाहरण -
सम्प्रदान तत्पुरुष:-
उदाहरण -
|
Additional Informationतत्पुरूष:-
- तत्पुरुष समास वह होता है, जिसमें उत्तरपद प्रधान होता है, अर्थात प्रथम पद गौण होता है
- एवं उत्तर पद की प्रधानता होती है व समास करते वक़्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।
-
इस समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की, में, पर आदि का लोप होता है।
उदाहरण-
- धनहीन = धन से हीन
- रसोईघर = रसोई के लिए घर
- गगनचुम्बी = गगन को चूमने वाला।
तत्पुरुष समास Question 8:
किस शब्द में 'करण तत्पुरुष' समास नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 8 Detailed Solution
पदच्युत , शब्द में 'करण तत्पुरुष' समास नहीं है। अन्य विकल्प असंगत है। अतः सही उत्तर विकल्प 4) पदच्युत होगा ।Key Points
- मनमाना - मन से माना हुआ / मन के द्वारा माना हुआ. करण तत्पुरुष समास ( से, के द्वारा )
- ईश्वरदत्त -
ईश्वर द्वारा दत्त (करण तत्पुरुष समास) - तुलसीकृत- तुलसी द्वारा कृत ( करण तत्पुरुष समास )
- पदच्युत - पद से हटा हुआ (अपादान).
Additional Information
समास |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो। |
जैसे – धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत। |
Important Points
कारक |
|||
* संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से उनका (संज्ञा या सर्वनाम का) क्रिया से सम्बन्ध सूचित हो, उस रूप को 'कारक' कहते हैं। |
|||
कारक के विभक्ति चिन्ह |
|||
कारक |
लक्षण |
चिह्न |
कारक-चिह्न या विभक्तियाँ |
1. कर्ता |
जो काम करें |
ने |
प्रथमा |
2. कर्म |
जिस पर क्रिया का फल पड़े |
को |
द्वितीया |
3. करण |
काम करने (क्रिया) का साधन |
से, के द्वारा |
तृतीया |
4. सम्प्रदान |
जिसके लिए किया की जाए |
को,के लिए |
चतुर्थी |
5. अपादान |
जिससे कोई वस्तु अलग हो |
से (अलग के अर्थ में) |
पंचमी |
6. सम्बन्ध |
जो एक शब्द का दूसरे से सम्बन्ध जोड़े |
का, की, के, रा, री, रे |
षष्ठी |
7. अधिकरण |
जो क्रिया का आधार हो |
में,पर |
सप्तमी |
8. सम्बोधन |
जिससे किसी को पुकारा जाये |
हे! अरे! हो! |
सम्बोधन |
तत्पुरुष समास Question 9:
मुंबई में गगनचुम्बी इमारतें बहुत हैं।
रेखांकित शब्द में कौन सा समास समाहित है?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 9 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 ‘तत्पुरुष समास’ होगा। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- ‘गगनचुंबी’ अर्थात ‘गगन (को) चूमने वाला। यह कर्म तत्पुरुष समास का उदाहरण है, जो तत्पुरुष समास का एक भेद है।
- तत्पुरुष समास में प्रथम पद गौण और उत्तर पद की प्रधानता होती है।
- द्वितीय पद, अर्थात बादवाले पद के विशेष्य होने के कारण इस समास में उसकी प्रधानता रहती है।
- समास करते वक्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।
- तत्पुरुष समास के छ: भेद होते हैं-
- कर्म तत्पुरुष
- करण तत्पुरुष
- सम्प्रदान तत्पुरुष
- अपादान तत्पुरुष
- सम्बन्ध तत्पुरुष
- अधिकरण तत्पुरुष
Additional Information
अव्ययीभाव समास |
जिस समास का पहला पद (पूर्वपद) अव्यय तथा प्रधान हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते है। |
यथाशक्ति- शक्ति के अनुसार |
कर्मधारय समास |
पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य होता है अथवा इसके पूर्वपद और उत्तर पद में उपमान और उपमेय का संबंध होता है। |
नवयुवक- नव है जो युवक |
द्विगु समास |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
चौराहा- चार राहों का समूह |
तत्पुरुष समास Question 10:
'पुरुषोत्तम' शब्द में कौन - सा समास है?
Answer (Detailed Solution Below)
तत्पुरुष समास Question 10 Detailed Solution
सही उत्तर है - अधिकरण तत्पुरुष।
Key Points
- पुरषोत्तम का सामासिक विग्रह है:- पुरुषों में उत्तम।
- "में" अधिकरण कारक की विभक्ति है।
-
अधिकरण तत्पुरुष समास:- जहां अधिकरण कारक (में, पर) का लोप हो
Additional Informationतत्पुरुष समास के छः भेद होते हैं- कर्म, करण, संप्रदान, अपादान, संबंध, अधिकरण तत्पुरुष समास
समास |
परिभाषा |
उदाहरण |
कर्म तत्पुरुष समास |
जहां कर्म कारक चिन्ह (को) का लोप हो |
गिरहकट = गिरह को काटने वाला |
करण तत्पुरुष समास |
जहां करण कारक चिन्ह (से) का लोप हो |
गुणहीन = गुणों से हीन |
संप्रदान तत्पुरुष समास |
जहां संप्रदान कारक चिन्ह (के लिए, को) का लोप हो |
हथकड़ी = हाथ के लिए कड़ी |
अपादान तत्पुरुष समास |
जहां अपादान कारक चिन्ह (से, अलग होने के संबंध में ) का लोप हो |
धनहीन = धन से हीन |
संबंध तत्पुरुष समास |
जहां संबंध कारक (का, की के) का लोप हो |
प्रेम सागर = प्रेम का सागर |
अधिकरण तत्पुरुष समास |
जहां अधिकरण कारक (में, पर) का लोप हो |
नीतिनिपुण = नीति में निपुण |