Question
Download Solution PDFमाइकेल पोर्टर के राष्ट्रों के प्रतिस्पर्धात्मक लाभ की कारक परिस्थितियों में शामिल है:
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर कुशल श्रम और वैज्ञानिक ज्ञान है
Key Pointsमाइकल पोर्टर द्वारा राष्ट्रों के प्रतिस्पर्धात्मक लाभ:
- राष्ट्रों के प्रतिस्पर्धात्मक लाभ अमेरिकी लेखक माइकल ई. पोर्टर द्वारा लिखी गयी एक अर्थशास्त्र पुस्तक है, जो की हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के प्रोफेसर और कॉर्पोरेट प्रतिस्पर्धात्मक रणनीति के विशेषज्ञ थे व जिनका कार्य नियमित रूप से व्यव्साय और अर्थशास्त्र में उद्धृत किया जाता है।
- पोर्टर के लिए, राष्ट्रीय उत्पादकता की धारणा एक निरर्थक है क्योंकि देश व्यवसाय की तरह प्रतिस्पर्धा नहीं करते हैं।
Important Points
क्लस्टर गतिविधियों का पूर्वानुमान या मूल्यांकन करने के लिए पोर्टर के डायमंड मॉडल में चार-कारक प्रणाली का उपयोग किया जाता है:
1. फर्म रणनीति, संरचना और प्रतिद्वंद्विता:
एक कंपनी की संरचना और व्यव्साय रणनीति को कंपनी के विकास के लिए उसके स्थानीय व्यवसाय माहौल के साथ संरेखित करना चाहिए। अन्य व्यवसायों के साथ सीधी प्रतिद्वंद्विता, प्रत्येक कंपनी को प्रोत्साहित करनी चाहिए की वह अपने कौशल और संसाधनों का उपयोग करते हुए नवाचार और उत्पादकता को बढ़ावा दे और अपने स्थानीय प्रतिस्पर्धियों को मात दे सके।
2. मांग परिस्थितियां:
जब स्थानीय बाजार में ग्राहक उच्च गुणवत्ता वाले, विभेदित उत्पादों की अपेक्षा करते हैं, तो उन मांगों को पूरा करने की कोशिश करने वाली कंपनियां जीवित रहने के लिए नवाचार करने के लिए बाध्य होंगी। नतीजतन, वो कंपनियां जो प्रतियोगी और आक्रामक रूप से मांग वाले स्थानीय बाजार में सफल रहेगी, वह वैश्विक बाजार में भी सफल होगी क्योंकि उनके उत्पादों को ठीक किया गया है।
3. संबंधित और सहायक उद्योग:
सभी संगठन कुछ हद तक पुर्जों, कच्चे माल और सूचना के आदान-प्रदान के लिए आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भर करते हैं, और अधिकांश कंपनियां ग्राहकों और प्रदाताओं दोनों के रूप में इस चक्र में संलग्न होती हैं। जब एक कंपनी की आपूर्ति श्रृंखला फर्म स्थानीय और वैश्विक बाजार दोनों में समृद्ध होने की क्षमता वाले उत्पादक, उच्च गुणवत्ता वाले उद्यम हो, तो कंपनी की दक्षता, उत्पादकता और नवाचार में भी सुधार होगा।
4. कारक परिस्थितियां:
माइकल पोर्टर के राष्ट्रों के प्रतिस्पर्धात्मक लाभ में कारक स्थितियों में कुशल श्रम और वैज्ञानिक ज्ञान शामिल हैं। यह ज्ञान और आधारिक संरचना(इंफ्रास्ट्रक्चर) जैसे उत्पादन तत्वों के मामले में देश की स्थिति है।ये उद्योग प्रतिस्पर्धात्मकता निर्धारित करने में महत्वपूर्ण विचार हैं। भौतिक संसाधन, मानव संसाधन (श्रम व्यय, साख, और समर्पण), ज्ञान संसाधन, और आधारिक संरचना सभी तत्व हैं जिन पर विचार किया जाना चाहिए।
Last updated on Jun 22, 2025
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