Question
Download Solution PDFस्वप्रेरकत्व L1, L2 और अन्योन्य प्रेरकत्व M (चित्र में यथा संबंधित दर्शाया गया) वाली दो कुंडलियों का प्रभावी प्रेरकत्व होगा:
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFजब भी एक से अधिक प्रेरक करीब आते हैं, तो उनके मध्य अन्योन्य प्रेरण हो सकता है।
यदि एक से अधिक प्रेरक श्रेणी क्रम में संयोजित है और एक प्रेरक का अभिवाह दूसरे को संयोजित करता है, तो हमें पारस्परिक प्रेरकत्व की गणना के दौरान अन्योन्य प्रेरकत्व पर विचार करना होगा।.
जैसा कि चित्र में दिखाया गया है यदि एक परिपथ अन्योन्य प्रेरकत्व L1 और L2 में श्रेणी कर्म में दो प्रेरक हैं। यदि इसमें M अन्योन्य प्रेरकत्व है, तो दर्शाए गए परिपथ का प्रभावी प्रेरकत्व होगा-
Leq = L1+L2 +2M
Last updated on May 8, 2025
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