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नई आलोचना (New Criticism) बीसवीं सदी के मध्यवर्ती दशकों में अमेरिकी साहित्यिक आलोचना के क्षेत्र में कृति के रूपवादी अनुशीलन का एक आन्दोलन था, जिसने अपना यह नाम सन् 1941 ई. में प्रकाशित जॉन क्रोरेंसम की पुस्तक - 'द न्यू क्रिटिसिज्म' से ग्रहण किया था। अमेरिकी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सन् 1960 ई. के दशक के अन्त तक इस साहित्यिक प्रविधि का बहुत बोलबाला था। 'नई आलोचना' उन्नीसवीं सदी की उस पुरानी आलोचना-दृष्टि की प्रतिक्रिया में जन्मी थी, जिसमें कृति पर विचार करते समय कृति के ऐतिहासिक सन्दर्भ, दार्शनिक आधार, रचनाकार के जीवनवृत्त, उसके घोषित उद्देश्यों, साहित्य के सन्दर्भ-स्रोतों और कृति में निहित राजनीतिक एवं सामाजिक अभिप्रायों को ही सर्वोपरि माना जाता था । इसके विपरीत नई आलोचना का जोर इस बात पर था कि साहित्यिक कृतियाँ अपनी संरचना में पूर्णतया आत्मनिर्भर होती हैं और वे अपनी एक निरपेक्ष और स्वायत्त सौन्दर्यपरक सत्ता निर्मित करती हैं। साहित्यिक व्याख्याओं का सरोकार कृति की बाह्य परिस्थितियों से या लेखक के घोषित मंतव्य, उद्देश्य और सरोकार या पाठक पर पड़ने वाले उस कृति के प्रभाव से नहीं है। नई आलोचना 'टेक्स्ट' या पाठ को आधार मानते हुए कृति के सूक्ष्म और विस्तृत भाषिक विश्लेषण को 'क्लोज रीडिंग' को महत्त्व देती थी। उसका सरोकार पाठ में अन्तर्निहित विभिन्न प्रकार के उन सम्बन्ध सूत्रों से था, जो किसी कृति को उसका अपना एक विशिष्ट चरित्र प्रदान करते हैं या उसकी एक खास संरचना का गठन करते हैं।
अमेरिकी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सन् 1960 ई. के दशक के अन्त तक किस साहित्यिक प्रविधि का बोलबाला था ?.
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFअमेरिकी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सन् 1960 ई. के दशक के अन्त तक 'द न्यू क्रिटिसिज्म' का साहित्यिक प्रविधि का बोलबाला था।
Key Points
- गद्यांश के आधार-
- नई आलोचना (New Criticism) बीसवीं सदी के मध्यवर्ती दशकों में
- अमेरिकी साहित्यिक आलोचना के क्षेत्र में कृति के रूपवादी अनुशीलन का एक आन्दोलन था,
- जिसने अपना यह नाम सन् 1941 ई. में प्रकाशित जॉन क्रोरेंसम की पुस्तक - 'द न्यू क्रिटिसिज्म' से ग्रहण किया था।
- अमेरिकी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सन् 1960 ई. के दशक के अन्त तक इस साहित्यिक प्रविधि का बहुत बोलबाला था।
- 'नई आलोचना' उन्नीसवीं सदी की उस पुरानी आलोचना-दृष्टि की प्रतिक्रिया में जन्मी थी,
Additional Information
अन्य विकल्प -
- 'पोस्ट मॉडर्निज़्म' का -
- यह 20वीं सदी के उत्तरार्ध में उभरा एक साहित्यिक और सांस्कृतिक आंदोलन है,
- जबकि 'द न्यू क्रिटिसिज्म' का बोलबाला 1960 के दशक तक था। इसलिए, दोनों के समय और दृष्टिकोण में भिन्नता है।
- 'स्टोरी राइटिंग' का -
- स्टोरी राइटिंग साहित्यिक रचना की विधा है न कि आलोचनात्मक प्रविधि। यह नई आलोचना की विधि को प्रदर्शित नहीं करता।
- 'नॉबेल राइटिंग' का -
- यह नोबेल पुरस्कार विजेताओं द्वारा लिखित साहित्य को संदर्भित करता है, जो नई आलोचना की प्रविधि के रूप में उपयुक्त नहीं है।
Last updated on Jun 9, 2025
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