जीवनी MCQ Quiz - Objective Question with Answer for जीवनी - Download Free PDF
Last updated on Jun 11, 2025
Latest जीवनी MCQ Objective Questions
जीवनी Question 1:
1964 में प्रेमचंद की जीवनी कलम का सिपाही के नाम से लिखी गई थी, किसने लिखी थी?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 1 Detailed Solution
- अमृत राय ने 1962 ई. में ' कलम का सिपाही ' जीवनी लिखी
- वहीं शिवरानी देवी ने 1944 ई.' प्रेमचंद घर में ' जीवनी लिखी
Important Points
- अमृत राय भारत देश के प्रसिद्ध लेखक "प्रेमचन्द" के बेटे है।
- अमृत राय भारत में पहचान जीवनी लेखक, लेखक, कवि के रूप में है, अमृत राय हिंदी और उर्दू में लिखते है।
- इनका जन्म 1921 में भारत देश के उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हुआ था।
- अमृत राय भारत एक प्रसिद्ध आधुनिक कहानीकार हैं।
- 'कलम का सिपाही' प्रेमचंद जी को कहते है, लेकिन 'कलम का सिपाही' अमृतराय की रचना है ।
जीवनी Question 2:
‘प्रेमचंद घर में’ के आधार पर निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?
(A) प्रेमचंद ने मर्यादा, हंस, और जागरण पत्रिकाओं का संपादन किया था।
(B) प्रेमचंद की पहली जीवनी ‘कलम का सिपाही’ उनके पुत्र अमृतराय ने लिखी थी।
(C) प्रेमचंद महात्मा गांधी के विचारों से प्रभावित थे और सेवा को मूल धर्म मानते थे।
(D) प्रेमचंद ने अपनी पहली शादी में मंडप छाने के लिए बाँस स्वयं नहीं काटे थे।
(E) प्रेमचंद की दूसरी पत्नी शिवरानी देवी की पहली कहानी ‘साहस’ थी।
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 2 Detailed Solution
उत्तर- केवल (A), (C), (E)
Key Points
- (A) सत्य: पुस्तक में उल्लेख है कि प्रेमचंद ने मर्यादा, हंस, और जागरण पत्रिकाओं का संपादन किया था। यह कथन सही है।
- (C) सत्य: प्रेमचंद महात्मा गांधी के विचारों से अत्यधिक प्रभावित थे और उन्होंने सेवा को अपने जीवन का मूल धर्म बनाया था, जैसा कि पुस्तक में वर्णित है। यह कथन सही है।
- (E) सत्य: शिवरानी देवी की पहली कहानी ‘साहस’ थी, जो चाँद पत्रिका में प्रकाशित हुई थी, जैसा कि पुस्तक में उल्लिखित है। यह कथन सही है।
Additional Information
- (B) असत्य: प्रेमचंद की पहली जीवनी ‘प्रेमचंद घर में’ शिवरानी देवी ने लिखी थी (1944 ई.), न कि ‘कलम का सिपाही’, जो अमृतराय ने 1962 ई. में लिखी थी। इसलिए यह कथन गलत है।
- (D) असत्य: पुस्तक के अनुसार, प्रेमचंद ने अपनी पहली शादी में मंडप छाने के लिए बाँस स्वयं काटे थे, जिससे यह कथन गलत है।
जीवनी Question 3:
'आवारा मसीहा' इनमें से किसके जीवन पर केंद्रित कृति है?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 3 Detailed Solution
'आवारा मसीहा' शरतचंद्र के जीवन पर केंद्रित कृति है
Key Pointsआवारा मसीहा-
- प्रकाशन वर्ष- 1974 ई.
- विधा-जीवनी
- रचनाकार-विष्णु प्रभाकर
- आवारा मसीहा प्रसिद्ध बांग्ला लेखक शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की जीवनी है।
Important Pointsविष्णु प्रभाकर-
- जन्म- 1912-2009 ई.
- विष्णु प्रभाकर हिन्दी के सुप्रसिद्ध लेखक थे इन्होने अनेकों लघु कथाएँ, उपन्यास, नाटक तथा यात्रा संस्मरण लिखे।
- उनकी कृतियों में देशप्रेम, राष्ट्रवाद, तथा सामाजिक विकास मुख्य भाव हैं।
- प्रमुख रचनाएँ-(उपन्यास)
- ढलती रात
- स्वप्नमयी
- अर्धनारीश्वर
- धरती अब भी घूम रही है
- क्षमादान, दो मित्र
- पाप का घड़ा
- होरी आदि।
जीवनी Question 4:
सूची I का सूची II से मिलान कीजिए
सूची I (रचना) |
सूची II (रचनात्मक) |
||
A. |
व्योमकेश दरवेश |
I. |
विष्णु प्रभाकर |
B. |
कलम का मजदूर |
II. |
काशीनाथ सिंह |
C. |
घर का जोगी जोगड़ा |
III. |
विश्वनाथ त्रिपाठी |
D. |
आवारा मसीहा |
IV. |
मदन गोपाल |
निम्नलिखित विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 4 Detailed Solution
सही मिलान- A - III, B - IV, C - II, D - I
Key Points
सूची I का सूची II से मिलान
सूची I (रचना) |
सूची II (रचनात्मक) |
||
A. |
व्योमकेश दरवेश |
III. |
विश्वनाथ त्रिपाठी |
B. |
कलम का मजदूर |
IV. |
मदन गोपाल |
C. |
घर का जोगी जोगड़ा |
II. |
काशीनाथ सिंह |
D. |
आवारा मसीहा |
I. |
विष्णु प्रभाकर |
Important Points
व्योमकेश दरवेश –
- रचनाकार - विश्वनाथ त्रिपाठी
- प्रकाशन वर्ष - 2012 ई.
- विधा – जीवनी
- मुख्य –
- आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी जीवनी है।
- इस पर (2013 ई.)का व्यास सम्मान दिया गया है।
कलम का मजदूर –
- रचनाकार - मदन गोपाल
- प्रकाशन वर्ष - 1964 ई.
- विधा - जीवनी
- मुख्य –
- यह प्रेमचंद के जीवन पर लिखी गई जीवनी है।
घर का जोगी जोगड़ा –
- रचनाकार - काशीनाथ सिंह
- प्रकाशन वर्ष - 2018 ई.
- विधा – स्मरण
- मुख्य –
- इसमें हिंदी समीक्षा के शिखर पुरुष नामवर सिंह के जीवन के अलग-अलग दो संघर्षशील कालखंड है।
आवारा मसीहा –
- रचनाकार - विष्णु प्रभाकर
- प्रकाशन वर्ष - 1974 ई.
- विधा - जीवनी
- मुख्य –
- यह बांग्ला उपन्यासकार शरतचंद्र के जीवन पर लिखी गई है।
Additional Information
विश्वनाथ त्रिपाठी की रचनाएं –
- हिंदी आलोचना (1970 ई.)
- हिंदी साहित्य का संक्षिप्त इतिहास (1986 ई.)
- नंगातलाई का गांव (2004 ई.)
- आलोचक का सामाजिक दायित्व (2016 ई.)
मदन गोपाल –
- 'कलाम का मजदूर प्रेमचंद' हिंदी में प्रेमचंद की पहली प्रामाणिक और मुकम्मल जीवनी है।
- इसमें प्रेमचंद का वास्तविक व्यक्तित्व उभरकर पाठकों के सामने आया है।
काशीनाथ सिंह के संस्मरण –
- याद हो कि न याद हो (1992 ई.)
- आछे दिन पाछे गए (2004 ई.)
- विष्णु प्रभाकर-
आत्मकथा-
- पंखहीन नाम से (तीन भागों में विभक्त)
जीवनी Question 5:
'दिशा की खोज' उपशीर्षक किस रचना से संबंधित है ?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 5 Detailed Solution
'दिशा की खोज' उपशीर्षक आवारा मसीहा रचना से संबंधित है।
Key Pointsआवारा मसीहा-
- रचनाकार-विष्णु प्रभाकर
- विधा: जीवनी
- प्रकाशन वर्ष-1974ई.
- पात्र-
- शरतचन्द्र
- केदारनाथ(नाना)
- मोतीलाल(पिता)
- भुवनमोहिनी(माता)
- सुरेन्द्रनाथ(मामा)आदि।
- विषय-
- प्रसिद्ध बांग्ला लेखक शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की जीवनी है।
- यह जीवन चरित्र न केवल बहुत विस्तार से उन पर प्रकाश डालता है अपितु उनके जीवन के कई अज्ञात पहलुओं को भी उजागर करता है।
- तीन खंडों में विभक्त-
- प्रथम पर्व- 'दिशाहारा'
- द्वितीय पर्व- 'दिशा की खोज'
- तृतीय पर्व- 'दिशांत'
Important Pointsमुर्दहिया-
- रचनाकार- तुलसीराम
- विधा- आत्मकथा
- प्रकाशन वर्ष- 2010 ई.
- पात्र-
- धीरज(लेखक की माँ)
- जूठन(दादाजी)
- मुसडी
- सोम्मर
- नग्गर काका
- मुन्नेसर काका आदि।
- सात भागों में विभाजित आत्मकथा हैं-
- भुतही परिवारि पृष्ठभूमि
- मुर्दहिया तथा स्कूली जीवन
- अकाल में अंधविश्वास
- मुर्दहिया के गीद्ध तथा लोकजीवन
- भूतनीया नागिन
- चले बुद्ध की राह
- आजमगढ़ में फाकाकशी
- मुख्य-
- 'मुर्दहिया' अनूठी साहित्यिक कृति होने के साथ ही पूरबी उत्तर प्रदेश के दलितों की जीवन स्थितियों तथा साठ और सत्तर के दशक में इस क्षेत्र में वाम आंदोलन की सरगर्मियों का जीवंत खजाना है।
- दूसरे अंश 'मुर्दहिया तथा स्कूली जीवन' में शिक्षा के लिए किया जा रहा संघर्ष और उसमें गाँव से थोड़ा दूर स्थित मुर्दहिया की चौंकाने वाली घटनाओं को उदात्त रूप में प्रस्तुत किया है।
- 'मुर्दहिया' के तीसरे अंश 'अकाल में अंध विश्वास' के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों को प्रस्तुत किया है।
एक कहानी यह भी-
- रचनाकार- मन्नू भंडारी
- विधा- आत्मकथा
- प्रकाशन वर्ष- 2007 ई.
- मुख्य पात्र- मन्नू भंडारी
- विषय-
- लेखिका ने अपने लेखकीय जीवन की कहानी इसमें उतारी है।
क्या भूलूँ क्या याद करूँ-
- रचनाकार-हरिवंश राय बच्चन
- विधा-आत्मकथा
- प्रकाशन वर्ष-1969 ई.
Additional Informationहरिवंशराय बच्चन-
- जन्म-1907-2003 ई.
- हिन्दी में हालावाद के प्रवर्तक है।
- प्रेम व मस्ती के कवि है।
- हिन्दी का 'बायरन' कहा जाता है।
- आत्मकथा-
- भाग-1: क्या भूलूँ क्या याद करूँ(1969 ई.)
- भाग-2: नीड़ का निर्माण फिर(1970 ई.)
- भाग-3: बसेरे से दूर(1978 ई.)
- भाग-4: दशद्वार से सोपान तक(1985 ई.)
- अन्य रचनाएँ-
- मधुशाला(1935 ई.)
- मधुबाला(1936 ई.)
- मधुकलश(1937 ई.)
- निशा निमंत्रण(1938 ई.)
- सतरंगिनी(1945 ई.) आदि।
मन्नू भंडारी-
- जन्म- 1931- 2021 ई.
- हिन्दी की सुप्रसिद्ध कहानीकार थीं।
- कहानी संग्रह-
- मैं हार गई (1957)
- एक प्लेट सैलाब (1962)
- तीन निगाहों की एक तस्वीर
- यही सच है (1966)
- आंखों देखा झूठ
डॉ. तुलसीराम-
- जन्म-1949-2015 ई.
- डॉ. तुलसीराम हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार एवं दलित चिन्तक थे।
- इनका जन्म आजमगढ़ में हुआ।
- प्रमुख रचनाएँ-
- मुर्दहिया
- मणिकर्णिका आदि।
विष्णु प्रभाकर-
- जन्म-1912-2009ई.
- विष्णु प्रभाकर हिन्दी के सुप्रसिद्ध लेखक थे इन्होने अनेकों लघु कथाएँ, उपन्यास, नाटक तथा यात्रा संस्मरण लिखे।
- उनकी कृतियों में देशप्रेम, राष्ट्रवाद, तथा सामाजिक विकास मुख्य भाव हैं।
- प्रमुख रचनाएँ-(उपन्यास)
- ढलती रात
- स्वप्नमयी
- अर्धनारीश्वर
- धरती अब भी घूम रही है
- क्षमादान, दो मित्र
- पाप का घड़ा
- होरी आदि।
Top जीवनी MCQ Objective Questions
'मुक्तिबोध की आत्मकथा' कृति के लेखक है-
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF''मुक्तिबोध की आत्मकथा' कृति के लेखक-1)विष्णुचंद्र शर्मा हैं।
Important Points
- विष्णुचंद्र शर्मा को कवि, कहानीकार व आलोचक के रूप में जाना जाता है।
- 1957 में चर्चित कवि पत्रिका भी निकाली।
- 1975 में जब इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था तब उन्होंने तत्काल नाम से एक कविता संग्रह लिखा था।
- इनकी अन्य रचनायें-झूठ,सभ्यता का जहर,पहाड़ की डायरी,सहजन,थाह,दोपहर:दो चित्र आदि हैं।
Additional Information
- हिंदी साहित्य में बनारसीदास जैन कृत ‘अर्द्धकथानक’ को पहली आत्मकथा माना जाता है।
- प्रगतिवादी हिंदी आलोचना के एक समर्थ हस्ताक्षर के रूप में डॉ. नामवर सिंह का नाम लिया जाता है।
- रमेशचंंद्र शाह की रचनायें-‘छायावाद की प्रासंगिकता',‘समानांतर’,'वागर्थ’,'भूलने के विरुद्ध’ इत्यादि (निबंध एवं आलोचना) हैं।
- हंसराज रहबर की आत्मकथा' ‘मेरे सात जन्म' में उन्होंने उल्लेख किया है कि ‘‘मैं अगस्त 1942 के भारत छोड़ों आंदेलन में गिरफ्तार हुआ।
निम्न में से कौन-सी कृति जीवनी विधा से सम्बन्धित नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFउपरोक्त में से "बसेरे से दूर" कृति जीवनी विधा से सम्बन्धित नहीं है। अन्य विकल्प असंगत है। अत: विकल्प 2) बसेरे से दूर सही उत्तर होगा।
स्पष्टीकरण:
जीवनी विधा-
|
रचना | विधा |
बसेरे से दूर | आत्म- चित्रण |
'आवारा मसीहा' किसके जीवन पर आधारित है?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDF'आवारा मसीहा'-1) शरतचन्द्र के जीवन पर आधारित है।
Important Points
- आवारा मसीहा विष्णु प्रभाकर द्वारा रचित प्रसिद्ध बांग्ला लेखक शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की जीवनी है।
- ‘आवारा मसीहा’ का प्रथम संस्करण मार्च 1974 में प्रकाशित हुआ था।
- विष्णुजी की चौदह वर्ष की साधना का सफल है ‘आवारा मसीहा’।
- अर्धनारीश्वर उपन्यास के लिये भारतीय ज्ञानपीठ का मूर्तिदेवी सम्मान प्रदान किया गया।
- विष्णु प्रभाकर की रचनायें-ढलती रात,स्वप्नमयी,अर्धनारीश्वर,धरती अब भी घूम रही है,क्षमादान,दो मित्र,पाप का घड़ा,होरी आदि प्रमुख हैं।
- शरत्चन्द्र की रचनायें-पंडित मोशाय,बैकुंठेर बिल,मेज दीदी,दर्पचूर्ण,श्रीकान्त,अरक्षणीया,निष्कृति,मामलार फल,गृहदाह,शेष प्रश्न,दत्ता,देवदास,बाम्हन की लड़की,विप्रदास,देना पावना आदि प्रमुख हैं।
Additional Information
- विष्णु प्रभाकर जी को आवारा मसीहा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- इसमें लेखक ने शरदचंद्र के बचपन से किशोरावस्था तक के जीवन के विविध पहलुओं को वर्णित किया है।
विधा की दृष्टि से कौन-सी रचना अन्य तीन से भिन्न है ?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDF- विधा की दृष्टि से वटवृक्ष की छाया में भिन्न रचना है।
- वटवृक्ष की छाया में अमृतलाल नगर की जीवनी है।
- मुर्दहिया , मणिकर्णिका दलित आत्मकथा हैं।
Key Points
- आत्मकथा जीवन की कुछ घटनाओं और अनुभूतियों की एक अभिव्यंजना है।
- किसी व्यक्ति विशेष के जीवन वृत्तान्त को जीवनी कहते हैं।
Important Points
- कुमुद नगर ने 2006 में वटवृक्ष की छाया जीवनी लिखी।
- मुर्दहिया - तुलसीराम ने 2010 में इसका प्रथम भाग लिखा और मणिकर्णिका 2013 ( दूसरा भाग )।
'आवारा मसीहा' किस साहित्यकार की औपन्यासिक जीवनी है?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDF- आवारा मसीहा'-1) शरतचन्द्र साहित्यकार की औपन्यासिक जीवनी है।
Important Points
- शरतचंद्र भारत के सार्वकालिक सर्वाधिक लोकप्रिय तथा सर्वाधिक अनूदित लेखक हैं।
- शरतचंद्र जी ने अनेक उपन्यास लिखे जिनमें-पंडित मोशाय,बैकुंठेर बिल,मेज दीदी,दर्पचूर्ण,श्रीकान्त,अरक्षणीया,निष्कृति,मामलार फल,गृहदाह,शेष प्रश्न,दत्ता,देवदास,आदि प्रमुख हैं।
Additional Information
- रवीन्द्रनाथ टैगोर को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है।
- रवीन्द्रनाथ टैगोर एकमात्र कवि हैं जिनकी दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं-भारत का राष्ट्रगान और बंगलादेश का राष्ट्रगान।
- भारत के राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम बंकिमचन्द्र की रचना है।
- बिमल मित्र की सर्वाधिक चर्चित कृतियों में साहिब बीवी और गुलाम शामिल है।
'कलम का सिपाही ' का लेखक कौन है ?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDF'कलम का सिपाही ' का लेखक अमृतराय है, अन्य विकल्प असंगत है, अत: विकल्प 2 'अमृतराय' सही उत्तर होगा।
Key Points
अमृत राय ये पुस्तक इतनी अच्छी लिखी थी कि इन्हे 1963 में कलम का सिपाही इस पुस्तक के लिए "साहित्य अकादमी पुरस्कार" मिला हुआ है। |
Additional Information
रचनाकार |
रचना |
प्रेमचंद |
गोदान, गबन, कर्मभूमि, कफन,सेवासदन, मानसरोवर आदि। |
रामविलास शर्मा |
प्रेमचन्द,भारतेन्दु युग,आस्था और सौन्दर्य नयी कविता और अस्तित्ववाद आदि। |
शिवरानी देवी |
"चाँद" व हंस,प्रेमचंद घर में |
Important Points
- अमृत राय भारत देश के प्रसिद्ध लेखक "प्रेमचन्द" के बेटे है।
- अमृत राय भारत में पहचान जीवनी लेखक, लेखक, कवि के रूप में है, अमृत राय हिंदी और उर्दू में लिखते है।
- इनका जन्म 1921 में भारत देश के उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हुआ था।
- अमृत राय भारत एक प्रसिद्ध आधुनिक कहानीकार हैं।
- 'कलम का सिपाही' प्रेमचंद जी को कहते है, लेकिन 'कलम का सिपाही' अमृतराय की रचना है ।
'आवारा मसीहा' के लेखक का नाम क्या है?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFउपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 4 विष्णु प्रभाकर सही उत्तर है।
Key Points
- विधा: जीवनी
- प्रकाशन वर्ष: 1974 ई.
- कथानक:यह जीवनी बंगाल के प्रसिद्ध लेखक शरतचंद्र चट्टोपाध्याय पर आधारित है।
- पात्र:शरतचन्द्र,केदारनाथ(नाना),मोतीलाल(पिता),भुवनमोहिनी(माता),सुरेन्द्रनाथ(मामा)आदि।
Important Points
- आवारा मसीह 3 भाग-1)दिशाहारा,2)दिशा की खोज और 3)दिशांत।
- प्रमुख रचनाएँ-
विधा | रचना |
उपन्यास | ढलती रात,स्वप्नमयी,अर्धनारीश्वर,धरती अब भी घूम रही है आदि। |
नाटक | हत्या के बाद,नव प्रभात,डॉक्टर,टूटते परिवेश आदि। |
कहानी | संघर्ष के बाद,मेरा वतन,आदि और अंत आदि। |
आत्मकथा | पंखहीन |
Additional Information
रचनाकार | रचना | विधा |
रामवृक्ष बेनीपुरी | माटी की मूरतें(1946),गेंहू और गुलाब(1950),लाल तारा(1938)आदि। | रेखाचित्र |
बालमुकुंद गुप्त | शिवशंभु का चिट्ठा(1904-1905) | निबंध |
प्रेमचन्द | नमक का दरोगा(1913),बूढ़ी काकी(1920),कफ़न(1936)आदि | कहानी |
'आवारा मसीहा' के लेखक हैं-
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDF'आवारा मसीहा' के लेखक विष्णु प्रभाकर हैं। अन्य विकल्प असंगत है ।अतः सही उत्तर विकल्प 2 विष्णु प्रभाकर होगा ।
Key Points
रचनाकार |
रचना |
अमृतराय |
'प्रेमचन्द', 'कलम का सिपाही', ' |
विष्णु प्रभाकर |
संघर्ष के बाद, धरती अब भी धूम रही है, मेरा वतन, खिलोने, आदि और अन्त्, |
रामविलास शर्मा |
निराला (1946), प्रगति और परंपरा (1949), प्रेमचन्द और उनका युग (1952) |
मोहन राकेश |
अंधेरे बंद कमरे, अन्तराल, न आने वाला कल |
Additional Information
|
ज्ञानचन्द्र जैन कृत 'कथाशेष' शीर्षक जीवनी किससे संबंधित है ?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDF- ज्ञानचंद्र जैन कृत 'कथाशेष' जीवनी अमृतलाल नागर से सम्बन्धित है।
- हिंदी के प्रथम जीवनीकार गोपाल शर्मा शास्त्री माने जाते हैं।
- 2006 में कुमुद नागर ने वटवृक्ष की छाया में लिखा , जो कि अमृतलाल नागर की जीवनी है।
Key Points
- जैनेन्द्र कुमार ने 1968 ई. में अकाल पुरुष गांधी जीवनी लिखी।
- जीवनी साहित्य की महत्वपूर्ण विधा है. किसी व्यक्ति के जीवन का चरित्र चित्रण करना अर्थात किसी व्यक्ति विशेष के सम्पूर्ण जीवन वृतांत को जीवनी कहते है. जीवनी का अंग्रेजी अर्थ “बायोग्राफी” है।
निराला के जीवन पर तीन खंडों में जीवनी लिखने वाले रचनाकार हैं
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDF- निराला के जीवन पर तीन खंडों में जीवनी लिखने वाले रचनाकार: रामविलास शर्मा
- जीवनी : निराला की साहित्य साधना
- निराला की साहित्य साधना का रचना वर्ष 1969 ईस्वी है।
Key Points
- डॉ॰ रामविलास शर्मा (10 अक्टूबर, 1992- 30 मई, 2000)
- रामविलास शर्मा की प्रमुख रचनाएं निम्नलिखित हैं:-
- प्रेमचन्द (1941)
- परम्परा' (1975)
- निराला (1946)
- प्रगति और परंपरा (1949)
- साहित्य और संस्कृति (1949)
- प्रेमचन्द और उनका युग (1952)
Additional Information