नई कहानीकार MCQ Quiz in தமிழ் - Objective Question with Answer for नई कहानीकार - இலவச PDF ஐப் பதிவிறக்கவும்
Last updated on Mar 28, 2025
Latest नई कहानीकार MCQ Objective Questions
Top नई कहानीकार MCQ Objective Questions
नई कहानीकार Question 1:
यहीं इसी देवदार के नीचे उसे भी यही लगा था, जब गिरीश ने पूछा था, 'तुम चुप क्यों हो?' वह आँखें मूँदे सोच रही थी—सोच कहाँ रही थी, जी रही थी, उस क्षण को जो भय और विस्मय के बीच भिंचा था—बहका-सा पागल क्षण! कथन किस कहानी का है?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कहानीकार Question 1 Detailed Solution
सही उत्तर है - परिंदे।
Key Points
- उपरोक्त कथन लतिका के संदर्भ में कहानी ने आया है।
- यह उसकी अधूरी प्रेम कहानी की यादों का एक किस्सा है।
- उसका प्रेमी जो कि आर्मी में थे युद्ध में शहीद हो गया था।
- उसी को याद करते हुए यह संवाद आया है।
नई कहानीकार Question 2:
निम्नलिखित में से कौन सी कहानी मोहन राकेश द्वारा रचित है ?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कहानीकार Question 2 Detailed Solution
मलबे का मालिक कहानी मोहन राकेश द्वारा रचित है।
Key Pointsमोहन राकेश
- मोहन राकेश (1924 -1972) नई कहानी आन्दोलन के सशक्त हस्ताक्षर थे।
- मोहन राकेश के दो नाटकों आषाढ़ का एक दिन तथा लहरों के राजहंस में ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को लेने पर भी आधुनिक मनुष्य के अंतर्द्वंद और संशयों की ही गाथा कही गयी है।
- एक नाटक की पृष्ठभूमि जहां गुप्तकाल है तो दूसरा बौद्धकाल के समय के ऊपर लिखा गया है।
मोहन राकेश द्वारा रचित उपन्यास संग्रह
- क्वार्टर
- पहचान
- वारिस
Additional Information
कहानी | कहानीकार |
खोई हुई दिशाएँ | कमलेश्वर |
ज़िन्दगी और जोंक | अमरकान्त |
जहाँ लक्ष्मी कैद है | राजेन्द्र यादव |
नई कहानीकार Question 3:
'करीमुद्दीन ने माउथ ऑर्गन पर एक नयी फ़िल्मी धुन छेड़ दी।' यह पंक्ति किस कहानी से ली गई है?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कहानीकार Question 3 Detailed Solution
'करीमुद्दीन ने माउथ ऑर्गन पर एक नयी फ़िल्मी धुन छेड़ दी।' यह पंक्ति 'परिंदे' कहानी से ली गई है।
Key Points
- परिंदे (1958) कहानी के लेखक निर्मल वर्मा हैं।
- परिंदे कहानी परिंदे कहानी संग्रह (1960) में संकलित हैं।
- निर्मल वर्मा की अन्य प्रमुख कहानीः-
- दहलीज , जलती झाडी, लंगन की एक रात, आदमी और औरत आदि।
परिंदे कहानी का विषय और पात्रः-
कहानी | विषय और पात्र |
परिंदे |
विषयः- कहानी में नायिका लतिका अपने प्रेमी कैप्टन नेगी की मृत्यु के बाद एक पहाड़ी स्कूल में अकेलेपन की जिंदगी का चित्रण किया गया है। पात्रः- लतिका , डाॅ. मुखजी, मिस वुड, ह्युवर्ट, करीमुद्दीन जूली आदि। |
Important Pointsपरिंदे कहानी का प्रमुख कथनः-
कहानी | कथन |
परिंदे |
सब लडकियाँ एक - जैौसी होती है बेवकूफ और सेंटी मेंटल। ( डाॅ. मुखर्जी) वैसे हम सबकी अपनी - अपनी जिद होती है कोई छोड देता तो कोई आखिरी तक उसे चिपकाये रखता है। ( लतिका ) लतिका वह तो बच्ची है . पागल है मारने वाले के संग खुद थोडी ही मर जाता है। (मुखर्जी) |
Additional Information
कहानी | कहानीकार |
जहाँ लक्ष्मी केद है (1957) | राजेंद्र यादव |
उसने कहा था (1915) | फणीश्वरनाथ रेणु |
एक और जिंदगी (1961) | मोहन राकेश |
नई कहानीकार Question 4:
'नई कहानी' वर्ग के कहानीकारों में निम्न में से किसका नाम नहीं आता है?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कहानीकार Question 4 Detailed Solution
'किशोरीलाल गोस्वामी' नई कहानी वर्ग के कहानीकारों में सम्मिलित नहीं है।
Key Points
- आजादी के बाद हिन्दी कहानी को नया संस्कार देने वाले कहानीकारों ने कहानी को नयी कहानी के नाम से अभिहित किया।
- नयी कहानी का जन्म (1956) से माना जाता है।
- 1956 में भैरव प्रसाद गुप्त के संपादन में नयी कहानी नाम की पत्रिका का एक विशेषांक निकाला।
- नई कहानी के प्रवर्तकों में प्रमुख नाम कमलेश्वर, मोहन राकेश, राजेंद्र यादव, कृष्णा सोबती, मन्नू भंडारी आदि का नाम आता है।
Additional Information
रचनाकार | रचनाऍं |
मोहन राकेश | अंधेरे बंद कमरे(उपन्यास), अन्तराल(उपन्यास), न आने वाला कल(उपन्यास), आषाढ़ का एक दिन (नाटक), लहरों के राजहंस (नाटक), आधे अधूरे(नाटक) आदि। |
राजेंद्र यादव | सारा आकाश (उपन्यास), उखड़े हुए लोग(उपन्यास), कुलटा (उपन्यास), खेल-खिलौने (कहानी-संग्रह), टूटना (कहानी-संग्रह) आदि। |
कमलेश्वर | कोहरा(कहानी-संग्रह), इतने अच्छे दिन (कहानी-संग्रह), लौटे हुए मुसाफिर(उपन्यास), वही बात(उपन्यास), कितने पाकिस्तान (उपन्यास) आदि। |
किशोरीलाल गोस्वामी | गुलबहार(उपन्यास), राजकुमारी (उपन्यास), अँगूठी का नगीना (उपन्यास), गुप्त गोदाना (उपन्यास), मयंक मंजरी (नाटक) आदि। |
नई कहानी वर्ग के कहानीकार-
मोहन राकेश, राजेन्द्र यादव, निर्मल वर्मा, कमलेश्वर, मार्कण्डेय, अमर कान्त, मन्नू भण्डारी, फणीश्वर नाथ रेणु, कमल जोशी, उषा प्रियंवदा शिवप्रसाद सिंह, रघुवीर सहाय, रामकुमार भ्रमर, विजय चौहान, धर्मवीर भारती, भीष्म साहनी, लक्ष्मी नारायण लाल, हिमांशु जोशी, हरिशंकर परसाई आदि। |
नई कहानीकार Question 5:
राजेन्द्र यादव की कहानी है l
Answer (Detailed Solution Below)
नई कहानीकार Question 5 Detailed Solution
जहाँ लक्ष्मी कैद है राजेंद्र यादव की कहानी है।
जहाँ लक्ष्मी कैद है राजेंद्र यादव का कहानी संग्रह भी है।
वर्ष :- 1957
कहानी की कथा वस्तु
- मुख्य नायिका लक्ष्मी है जिस को उसके पिता के द्वारा घर में ही क़ैद रखा जाता है।
- उसके पिता बड़े व्यापारी थे तथा उन्हें इस बात का डर रहता था कि उनकी बेटी लक्ष्मी समान है।
- यदि यह किसी से विवाह कर लेती है तो उसके घर की लक्ष्मी चली जाएगी अर्थात उसकी धन दौलत समाप्त हो जाएगी।
राजेंद्र यादव के कथा संग्रह:-
- देवताओं की मृत्यु (1951)
- खेल खिलौने (1953)
- जहाँ लक्ष्मी कैद है (1957)
- छोटे-छोटे ताजमहल (1961)
- किनारे से किनारे तक (1962)
- टूटना (1966)
- चौखटे तोड़ते त्रिकोण (1987)
- ये जो आतिश गालिब (प्रेम कहानियाँ) (2008)
- यहाँ तकः पड़ाव-1, पड़ाव-2 (1989)
- वहाँ तक पहुँचने की दौड़, हासिल
बदबू कहानी के लेखक शेखर जोशी है।
इस कहानी में दिखलाया गया है कि पूंजीवाद वर्गीय एकजुटता में मुखबिरों के माध्यम से कैसे विघ्न डाला जाता है।
जानवर और जानवर मोहन राकेश की कहानी है।
पात्र :- अनीता मुकर्जी ,आंट सैली, जॉन
नई कहानीकार Question 6:
किन्नरियां राजकन्या को नीलम द्वीप के किस नियम के बारे में बताती हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कहानीकार Question 6 Detailed Solution
- कहानी में राजकुमार के विषय में पूछने पर किन्नरियां राजकन्या को बताती हैं:-
- पर सखिजी, यह नीलम का द्वीप है।
- बीच में समुन्दर सात हैं, तब धरती आती है।
- यहाँ तक तो कोई भी राजकुमार नहीं आ सकते हैं।
- यहाँ का नियम यही है।
नई कहानीकार Question 7:
परिंदे कहानी में किस विदेशी भाषा के शब्दों का अधिक प्रयोग देखने को मिलता है?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कहानीकार Question 7 Detailed Solution
सही उत्तर है अंग्रेजी।
Key Points
- परिंदे कहानी का कथानक एक कान्वेंट स्कूल के इर्द गिर्द घूमता है।
- उस पहाड़ी इलाके में अंग्रेज़ों का बहुत प्रभाव दिखता है।
- अतः अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग इस कहानी में अधिक है।
- उदाहरण:- लैंप, हॉस्टल, डिनर, रेजिमेंट, चैपल, ब्लॉक, नाईट-रजिस्टर, गुड नाईट, मीडोज, थैंक यू, चेकिंग, डॉक्टर, कन्फेस, पिकनिक, इत्यादि।
Additional Informationनिर्मल वर्मा-
- जन्म-1929-2005 ई.
- हिन्दी के आधुनिक कथाकारों में एक मूर्धन्य कथाकार और पत्रकार थे।
- कहानी संग्रह-
- परिंदे (1959 ई.)
- जलती झाड़ी (1965 ई.)
- पिछली गर्मियों में (1968 ई.)
- बीच बहस में (1973 ई.)
- मेरी प्रिय कहानियाँ (1973 ई.)
- यात्रा-संस्मरण व डायरी-
- चीड़ों पर चाँदनी (1963 ई.)
- हर बारिश में (1970 ई.)
- धुँध से उठती धुन (1977 ई.)
नई कहानीकार Question 8:
अज्ञेय की रचना नहीं है :
Answer (Detailed Solution Below)
नई कहानीकार Question 8 Detailed Solution
आकाश दीप अज्ञेय की रचना नही है।
- यह जयशंकर प्रसाद की रचना है।
- विधा-कहानी संग्रह
- प्रकाशन वर्ष-1929ई
Key Pointsसच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'-
- जन्म-1911-1987ई.
- 'अज्ञेय' हिन्दी के सबसे चर्चित कवि, कथाकार, निबन्धकार, पत्रकार, सम्पादक, यायावर एवं अध्यापक रहे हैं।
- इन्हें कविता में नये प्रयोग के लिए जाना जाता है।
- प्रमुख रचनाएँ-
- आँगन के पार द्वार-1961ई.(काव्य संग्रह)
- यह दीप अकेला-1953ई.(काव्य संग्रह)
- नदी के द्वीप- 1951
- अपने अपने अजनबी- 1961
- एक बूँद सहसा उछली- 1960 आदि।
नई कहानीकार Question 9:
निम्नलिखित में से असंगत युग्म है:
Answer (Detailed Solution Below)
नई कहानीकार Question 9 Detailed Solution
असंगत युग्म है: लंच-टाइम - मोहन राकेश
लंच-टाइम-
- रचनाकार-राजेन्द्र यादव
- विधा-कहानी
Key Pointsमोहन राकेश-
- जन्म-1925-1972 ई.
- कहानियाँ-
- इंसान के खंडहर(1950 ई.)
- नये बादल(1957 ई.)
- जानवर और जानवर(1958 ई.)
- एक और जिंदगी(1961 ई.) आदि।
Additional Informationअन्य-
कहानी | लेखक | प्रकाशन वर्ष |
सुखमय जीवन | चंद्रधर शर्मा 'गुलेरी' | 1911 ई. |
प्रतिध्वनि | जयशंकर प्रसाद | 1926 ई. |
विपथगा | अज्ञेय | 1937 ई. |
Important Pointsचंद्रधर शर्मा 'गुलेरी'-
- कहानियाँ-
- बुद्धू का काँटा(1914 ई.)
- उसने कहा था(1915 ई.) आदि।
जयशंकर प्रसाद-
- कहानियाँ-
- छाया(1912 ई.)
- आकाशदीप(1928 ई.)
- आँधी(1931 ई.)
- इंद्रजाल(1936 ई.) आदि।
अज्ञेय-
- कहानियाँ-
- परंपरा(1940 ई.)
- कोठरी की बात(1945 ई.)
- अमर वल्लरी(1945 ई.)
- जयदोल(1951 ई.) आदि।
राजेन्द्र यादव-
- कहानियाँ-
- देवताओं की मूर्तियाँ(1951 ई.)
- जहाँ लक्ष्मी कैद है(1953 ई.)
- अभिमन्यु की आत्महत्या(1959 ई.)
- टूटना(1966 ई.) आदि।
नई कहानीकार Question 10:
“बचन सिंह सिहर-सा गया और उसके हाथों की अभ्यस्त निठुुराई को जैसे किसी मानवीय कोमलता ने धीरे-से छू लिया ।” उपर्युक्त कथन किस कहानी का है?
Answer (Detailed Solution Below)
नई कहानीकार Question 10 Detailed Solution
उपर्युक्त कथन-3) राजा निरबंसिया कहानी का है।
Important Points
- राजा निरबंसिया कहानी के लेखक कमलेश्वर हैं।
- इसका प्रकाशन वर्ष-1957 है।
- इनकी अन्य रचनायें-तीसरा आदमी,कितने पाकिस्तान,यह देश,मौसम,आंधी,वही बात,आगामी अतीत आदि हैं।
Additional Information
- राजा निरबंसिया कहानी में दोहरी कथा चलती है।
- एक तरफ माँ द्वारा सुनी हुई कहानी राजा रानी की कथा है दूसरी तरफ चंदा की अंतर्कथा।
- यह कहानी आधुनिक भाव बोध कराने में पूरी तरह समर्थ है।