Question
Download Solution PDFइनमें से कौन सा कथन सही है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर 'मिश्र वाक्य में संज्ञा उपवाक्य प्राय: 'कि' से आरंभ होता है।' है।
- मिश्र वाक्य में संज्ञा उपवाक्य प्राय: 'कि' से आरंभ होता है।' यह कथन सही है।
- जब किसी आश्रित उपवाक्य का प्रयोग प्रधान उपवाक्य की किसी संज्ञा के स्थान पर होता है , तो उसे संज्ञा उपवाक्य कहते हैं।
- संज्ञा उपवाक्य का आरंभ प्राय: 'कि' से होता है।'
Key Points
- "हिन्दी के सरल वाक्य में कर्म, कर्ता, क्रिया का क्रम होता है।", यह कथन गलत है।
- सरल वाक्य – सरल वाक्य में कर्ता, कर्म, पूरक, क्रिया और क्रिया विशेषण घटकों या इनमें से कुछ घटकों का योग होता है।
- स्वतंत्र रूप से प्रयुक्त होने वाला उपवाक्य ही सरल वाक्य है।
- "संयुक्त वाक्य में केवल दो ही उपवाक्य होते हैं।", यह कथन गलत है।
- जिन वाक्यों में दो-या दो से अधिक सरल वाक्य, समुच्चयबोधक अव्ययों या प्रधान उपवाक्य, किसी संयोजक शब्द (तथा, एवं , किन्तु, परन्तु, या, और, अथवा आदि) से जुड़े हों, उन्हें संयुक्त वाक्य कहते है।
- "मिश्र वाक्य में विशेषण उपवाक्य 'जब से आरंभ होता है।", यह कथन गलत है।
- जब किसी आश्रित उपवाक्य का प्रयोग प्रधान उपवाक्य की किसी संज्ञा या सर्वनाम शब्द की विशेषता बतलाये तो उस उपवाक्य को विशेषण उपवाक्य कहते है।
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विशेषण उपवाक्य का आरंभ प्राय: 'जो', जिसका, ,जिसकी,, ,जिसके, आदि में से किसी शब्द से होता है।
Additional Information
- मिश्र वाक्य: मिश्र वाक्योँ की रचना एक से अधिक ऐसे साधारण वाक्योँ से होती है, जिनमेँ एक प्रधान वाक्य होता है एवं दूसरा वाक्य आश्रित होता है।
- मिश्र वाक्य में प्रधान वाक्य को आश्रित उपवाक्य से जोड़ने के लिए जो आपस में ‘कि’; ‘जो’; ‘क्योंकि’; ‘जितना’; ‘उतना’; ‘जैसा’; ‘वैसा’; ‘जब’; ‘तब’; ‘जहाँ’; ‘वहाँ’; ‘जिधर’; ‘उधर’; ‘अगर/यदि’; ‘तो’; ‘यद्यपि’; ‘तथापि’; आदि का प्रयोग किया जाता है।
- उपवाक्य: ऐसा पदसमूह, जिसका अपना अर्थ हो, जो एक वाक्य का भाग हो और जिसमें उदेश्य और विधेय हों, उपवाक्य कहलाता हैं।
- उपवाक्य के दो प्रकार हैं - प्रधान और आश्रित।
- आश्रित उपवाक्य के तीन प्रकार हैं - संज्ञा, विशेषण और क्रिया - विशेषण।
उपवाक्य | परिभाषा |
संज्ञा उपवाक्य |
जो आश्रित उपवाक्य संज्ञा की तरह व्यवहृत हों, उसे 'संज्ञा-उपवाक्य' कहते हैं। जैसे- 'राम ने कहा कि मैं पढूँगा' यहाँ 'मैं पढूँगा' संज्ञा-उपवाक्य है। 'मैं नहीं जानता कि वह कहाँ है'- इस वाक्य में 'वह कहाँ है' संज्ञा-उपवाक्य है। |
क्रिया-विशेषण उपवाक्य |
जो उपवाक्य क्रियाविशेषण की तरह व्यवहृत हो, उसे क्रिया-विशेषण उपवाक्य कहते हैं। जैसे- जब पानी बरसता है, तब मेढक बोलते हैं यहाँ 'जब पानी बरसता है' क्रियाविशेषण-उपवाक्य हैं। इसमें प्रायः 'जब', 'जहाँ', 'जिधर', 'ज्यों', 'यद्यपि' इत्यादि शब्दों का प्रयोग होता हैं। इसके द्वारा समय, स्थान, कारण, उद्देश्य, फल, अवस्था, समानता, मात्रा इत्यादि का बोध होता हैं। |
विशेषण उपवाक्य | आश्रित उपवाक्य विशेषण की तरह व्यवहृत हो, उसे विशेषण-उपवाक्य कहते हैं। जैसे- वह आदमी, जो कल आया था, आज भी आया है। यहाँ 'जो कल आया था' विशेषण-उपवाक्य है। इसमें 'जो', 'जैसा', 'जितना' इत्यादि शब्दों का प्रयोग होता हैं। |
Last updated on Dec 30, 2024
-> The RPSC Senior Teacher Response Sheet has been released for vacancies under the Sanskrit Education Department. The exam was held between 28th to 31st of December 2024.
-> The latest RPSC Senior Teacher Notification 2024 was released for 2129 vacancies under the Secondary Education Department.
-> The applications can be submitted online by 24th January 2025.
-> The written examination for RPSC Senior Teacher Grade 2 Recruitment (Secondary Ed. Dept.) will be conducted from 7th September 2025 to 12th September 2025.
->The selection of candidates is based on marks scored in the written exam followed by verification of documents.
-> Candidates must go through the RPSC Senior Teacher Grade 2 previous year papers.