एकः शिक्षकः अवलोकयति यत् तद्कक्षायां एकः शिशुः पठने, भाषा अवबोधने च काठिन्यं अनुभवति। एतत् लक्षणं भूयात् -

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CTET Paper 1 - 16th Dec 2021 (Eng/Hin/Sans/Ben/Mar/Tel)
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  1. गणन-वैकल्यम् (Dyscalculia)
  2. लेखन-वैकल्यम् (Dysgraphia)
  3. करण-वैकल्यम् (Dyspraxia)
  4. पठन-वैकल्यम् (Dyslexia)

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Option 4 : पठन-वैकल्यम् (Dyslexia)
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CTET CT 1: TET CDP (Development)
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अनुवाद - एक शिक्षक अवलोकन करता है कि उस कक्षा में एक शिशु पढ़ने में और भाषा को समझने में कठिनता अनुभव करता है। यह लक्षण होगा- 

स्पष्टीकरण  - 

  • कक्षा में अनेक बालक होते हैं। जिनमें से प्रत्येक बालक का स्तर भिन्न-भिन्न होता है।
  • जिसमें से शिक्षक के द्वारा सबसे ध्यान योग्य वे छात्र होते हैं, जो किसी न किसी प्रकार से विशिष्ट होते हैं।
  • चाहे वह शारीरिक हो या मानसिक या फिर अधिगम सम्बन्धी विकार

 Key Points

अधिगम अक्षमता के अन्तर्गत अनेक अक्षमताएं हैं, जो छात्रों में परिलक्षित होती है - 

  • पठन/ वाचन कौशल सम्बन्धी अक्षमता (Dyslexia) - अधिगम अक्षमता के अन्तर्गत जो छात्र पढ़ते समय रुक-रुक कर पढ़ते हैं, लिखित शब्दों को तोड़-तोड़ कर पढ़ना, किसी शब्द में नये शब्द को जोड़कर पढ़ना या फिर शब्दों को छोड़-छोड़ कर पढ़ना आदि पठन कौशल सम्बन्धी अक्षमता के अन्तर्गत आता है।
  • लेखन कौशल सम्बन्धी अक्षमता (Dysgraphia) - इस अक्षमता के अन्तर्गत बालकों में लेखन सम्बन्धी दोष प्राप्त होते हैं, जिनमें वाक्य रचना सम्बन्धी दोष, व्याकरण सम्बन्धी त्रुटियाँ आदि। इसके तीन प्रकार हैं - 
    1.  एग्राफिया - इसके अंतर्गत इससे ग्रस्त बालकों में शुद्ध लेखन सम्बन्धी अक्षमता होती है।
    2.  स्थानिक एग्राफिया - स्थानिक एग्राफिया से ग्रस्त बालक वाक्य में शब्दों के आधार को ऊपर नीचे कर देते है या कभी-कभी शब्दों पर ब्दों को लिख देते हैं या फिर शब्दों में समान स्थान नहीं रखते हैं।
    3. एग्राफिला विद एलेक्सिया - इसके अन्तर्गत बालक को लिखने और पढ़ने के साथ-साथ बोलने में भी समस्या होती है।
  • गणितीय कौशल सम्बन्धी अक्षमता (Dyscalculia)-  इसके अन्तर्गत बालक को गणित सम्बन्धी समस्या होती है, जिसमें वह सम्यक् रूप से जोड़-घटा नहीं कर सकता है तथा उसे गणितीय सम्बन्धी प्रक्रिया को समझने में कठिनाई होती है।
  • लेखन एवं चित्रांकन सम्बन्धी विकार (Dyspraxia) - इसके अन्तर्गत बालक किसी प्रकार की चित्रकारी को करने में कठिनाई अनुभव करता है।
  • वाक् क्षमता सम्बन्धी विकार (Dysphasia) - इस अक्षमता में बालक मस्तिष्क सम्बन्धी क्षति के कारण बोलने में या व्याख्यान करने में कठिनाई अनुभव करता है।

 

इस प्रकार उपर्युक्त परिस्थिति के अनुसार बालक में यह लक्षण पठन सम्बन्धी विकलता (Dyslexia) के हैं।

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