सरल बंकन सिद्धांत के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन सा दावा तथ्यात्मक रूप से गलत है?

  1. हर परत में वक्रता का एक अलग केंद्र होता है
  2. बीम सामग्री समानुवर्ती है।
  3. बीम सामग्री समरूप (होमोजेनियस) है।
  4. अनुमेय प्रतिबल प्रत्यास्थ सीमा के अंतर्गत हैं
  5. बीम के आयामों की तुलना में वक्रता की त्रिज्या बड़ी होती है।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : हर परत में वक्रता का एक अलग केंद्र होता है

Detailed Solution

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व्याख्या:

सरल बंकन के सिद्धांत में निम्नलिखित धारणाएँ होती हैं:

1. बीम की सामग्री समरूप और समानुवर्ती होती है।

2. बीम शुरू में सीधी होती है, और सभी अनुदैर्ध्य फाइबर वृत्ताकार चाप के साथ एक समान केंद्र के साथ वक्रता में मुडते हैं।

3. सदस्यों के सममित अनुप्रस्थ काट होते हैं और उन्हें सममिति के समतल में बंकन के अधीन किया जाता है।

4. बीम को शुद्ध बंकन के अधीन किया जाता है और अपरुपण के प्रभाव की उपेक्षा की जाती है।

5. बीम के अक्ष पर लंबवत रूप से लिए गए समतल खण्ड बीम के बंकन के अधीन होने के बाद भी समतल बने रहते हैं।

6. बीम के आयामों की तुलना में वक्रता की त्रिज्या बड़ी होती है।

7. बीम सामग्री अपनी प्रत्यास्थ  सीमा के भीतर प्रतिबलित होती है और इस प्रकार, हुक के नियम का पालन करती है।

8. सरल बंकन में प्रत्येक परत में वक्रता की एक अलग त्रिज्या होती है लेकिन वक्रता का केंद्र समान होता है।

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