Question
Download Solution PDFसन्दर्भवैविध्य-गतिविधिप्रयोग-प्रतिपुष्टि-इत्यादीनां दृष्ट्या किम् अनुदेशनं छात्रेभ्यः अधिकान् अवसरान् प्रददाति?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्न का अनुवाद - संदर्भ विविधता ,गतिविधि प्रयोग, प्रतिपुष्टि इत्यादि दृष्टि में कौन सा अनुदेशन छात्रों को अधिक अवसर प्रदान करता है?
स्पष्टीकरण - संदर्भ विविधता, गतिविधि प्रयोग, प्रतिपुष्टि इत्यादि दृष्टि में सङ्गणक सम्बन्धित अनुदेशन छात्रों को अधिक अवसर प्रदान करता है।
Key Points
अनुदेशन - अनुदेशन का अर्थ है निर्देश या आदेश देना। अनुदेशन से तात्पर्य है जिसमें निर्देश और आदेश के द्वारा मानव व्यवहार में परिवर्तन किया जाता है।
अनुदेशात्मक पद्धति -
अनुदेशन पद के अंतर्गत शिक्षण कि प्रक्रिया का वर्णन किया जाता है। शिक्षण के उद्देश्य और छात्र के पूर्वज्ञान को दृष्टि में रखते हुए शिक्षण कि विधियों, प्रविधियों अथवा व्यूहों कि रचना कि जाती है। जो कुछ भी पढ़ना अथवा सीखना होता है। उसे प्रस्तुत करना ही अनुदेशात्मक प्रक्रिया है।
सङ्गणक सहायक अनुदेशन -
- सङ्गणक स्वतः अनुदेशात्मक पद्धति का एक उपकरण है जिसका प्रयोग व्यक्तिगत अनुदेशन के लिए किया जाता है। जब अधिगम परिस्थितियों को नियंत्रित अनुदेशन के माध्यम से संगणक द्वारा उत्पन्न किया जाता है तो इस प्रक्रिया को संगणक संबंधित अनुदेशन कहते हैं।
- संगणक से अनुदेशन की प्रक्रिया में छात्रों को व्यक्तिगत रूप से स्वयं ही सीखने के अधिक अवसर प्राप्त होते हैं। इसमें संगणक द्वारा विशिष्ट उद्देश्यों, अनुदेशों व प्रतिपुष्टि के आधार पर छात्रों को अधिगम कराया जाता है।
- इसमे एक विद्यार्थी शिक्षक, सङ्गणक नियंत्रित डिस्प्ले तथा अनुक्रिया एवं आउटपुट डिवाइस के मध्य शैक्षिक निष्कर्ष को प्राप्त करने हेतु की गयी अंत:क्रिया है।
- यह सङ्गणक एक अनुदेशक के स्वरूप में शिक्षण अथवा अधिगम दोनों में सहायता करता है।
Additional Information
अन्य विकल्पों का विश्लेषण -
- प्रत्यक्षम् - आमने- सामने।
- दूरस्थम् - दूर से।
- अभिक्रमितम् - कार्यक्रमबद्ध।
उपर्युक्त कथित विकल्पों में प्रतिपुष्टि (feedback)देना, अनुदेशन करना आदि में परेशानी हो सकती है। परंतु कम्प्यटर कुछ विशेष प्रकार के बनाए हुए सॉफ्टवेयर प्रोग्रामों के माध्यम से अनुदेशन सम्बन्धी बातों के उचित प्रबन्धन का कार्य बखूबी निभा सकते हैं। जैसे की -
- प्रगति पर नजर रखना।
- उपचारात्मक अनुदेशन प्रदान करना।
- अनुदेशनात्मक उद्देश्यों का निर्धारण करना।
- विद्यार्थियों के प्रविष्टि व्यवहार का पता लगाना।
- सूचना सामग्री तथा रिकॉर्ड का सही प्रबन्धन करना।
- परीक्षण और मूल्यांकन कार्यक्रमों की व्यवस्था करना।
अत:स्पष्ट है की संदर्भ विविधता, गतिविधि प्रयोग, प्रतिपुष्टि इत्यादि दृष्टि में सङ्गणक सम्बन्धित अनुदेशन छात्रों को अधिक अवसर प्रदान करता है।
Last updated on Apr 30, 2025
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