कहानियों के पात्र MCQ Quiz in বাংলা - Objective Question with Answer for कहानियों के पात्र - বিনামূল্যে ডাউনলোড করুন [PDF]

Last updated on Mar 25, 2025

পাওয়া कहानियों के पात्र उत्तरे आणि तपशीलवार उपायांसह एकाधिक निवड प्रश्न (MCQ क्विझ). এই বিনামূল্যে ডাউনলোড করুন कहानियों के पात्र MCQ কুইজ পিডিএফ এবং আপনার আসন্ন পরীক্ষার জন্য প্রস্তুত করুন যেমন ব্যাঙ্কিং, এসএসসি, রেলওয়ে, ইউপিএসসি, রাজ্য পিএসসি।

Latest कहानियों के पात्र MCQ Objective Questions

Top कहानियों के पात्र MCQ Objective Questions

कहानियों के पात्र Question 1:

मिस पाल दिल्ली में कहाँ रहती थीं?

  1. राजेंद्रनगर
  2. गुरुग्राम
  3. पंचशील
  4. नोएडा

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : राजेंद्रनगर

कहानियों के पात्र Question 1 Detailed Solution

सही उत्तर: राजेंद्रनगर

Key Pointsकहानी का सदर्भित अंश:-

  • मिस पाल के नौकरी छोड़ने का कारण मैं काफी हद तक जानता था।
  • वह सूचना विभाग में हम लोगों के साथ काम करती थी और राजेन्द्रनगर में हमारे घर से दस-बारह घर छोड़कर रहती थी।
  • दिल्ली में भी उसका जीवन काफी अकेला था, क्योंकि दफ्तर के ज्यादातर लोगों से उसका मनमुटाव था और बाहर के लोगों से वह मिलती बहुत कम थी। 

कहानियों के पात्र Question 2:

'हामिद', प्रेमचंद की किस कहानी का पात्र है?

  1. पूस की रात
  2. सच्ची वीरता
  3. कफन 
  4. ईदगाह

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : ईदगाह

कहानियों के पात्र Question 2 Detailed Solution

'हामिद', प्रेमचंद की ईदगाह कहानी का पात्र है। 

ईदगाह-

  • रचनाकार - प्रेमचंद 
  • विधा - कहानी
  • प्रकाशन वर्ष - 1933 ई. 
  • विषय -
    • यह एक मनोविश्लेषणवादी कहानी है। 
    • इसमें हामिद और उसकी दादी अमीना को मुख्य रूप से चित्रित किया गया है। 
    • इस कहानी में एक बच्चे के उसकी उम्र से ज्यादा समझदार होने का वर्णन है। 
    • हामिद मैले से खिलौने, मिठाइयों की जगह अपनी दादी के लिए चिमटा लेकर आता है क्योंकि उसकी दादी के हाथ रोटी बनाते हुए अक्सर जल जय करते थे। 

Key Pointsप्रेमचंद-

  • जन्म - 1880-1936 ई. 
  • अन्य नाम - धनपत राय, नवाब राय 
  • प्रथम उर्दू कहानी संग्रह -
    • सोजे वतन (1908 ई.)
  • प्रेमचंद नाम से पहली कहानी-
    • बड़े घर की बेटी (1910 ई.)
  • प्रथम हिन्दी कहानी संग्रह-
    • सप्त सरोज (1917 ई.)
  • कहानी संग्रह-
    • नवनिधि (1917 ई.)
    • प्रेम पूर्णिमा (1918 ई.)
    • प्रेम प्रसून (1924 ई.)
    • प्रेम द्वादशी (1926 ई.)
    • प्रेम प्रतिमा (1926 ई.)
    • सप्त सुमन (1930 ई.)
    • कफ़न (1936 ई.) आदि। 
  • प्रमुख कहानियाँ-
    • नमक का दारोगा (1913 ई.)
    • सौत (1915 ई.)
    • पंच परमेश्वर (1916 ई.)
    • बूढ़ी काकी (1921 ई.)
    • शतरंज के खिलाड़ी (1925 ई.)
    • सद्गति (1930 ई.)
    • दो बैलों की कथा (1931 ई.)
    • बड़े भाई साहब (1934 ई.) आदि। 

Important Pointsपूस की रात-

  • रचनाकार - प्रेमचंद 
  • विधा - कहानी
  • प्रकाशन वर्ष - 1930 ई. 
  • विषय-
    • इसमें प्रेमचंद हल्कू नामक किसान के माध्यम से दिखते है कि गरीब किसान को अपनी फसल की रक्षा के लिए कैसी कठिनतम स्थितियों का सामना करना पड़ता है। 
    • जबकि अमीर वर्ग के लोग बिना कठोर परिश्रम के भी आरामदायक जीवन जीते है। 
    • इस कहानी को किसान जीवन की त्रासदी माना जा सकता है। 

सच्ची वीरता -

  • रचनाकार - सरदार पूर्ण सिंह  
  • विधा - निबंध  
  • विषय -
    • इसमें वीरों की सच्ची वीरता क्या होती है उसका वर्णन किया गया है। 

कफन-

  • रचनाकार - प्रेमचंद 
  • विधा - कहानी
  • प्रकाशन वर्ष - 1936 ई. 
  • विषय - 
    • इसमें घीसू और माधव के माध्यम से प्रेमचंद दिखते है कि भूख और गरीबी व्यक्ति को किस हद टक संवेदनहीन बना सकती है। 
    • भूख के आगे ये इस कद्र घुटने टेक देते है की अपनी स्त्री के अंतिम संस्कार के पैसों से ये खाना खा लेते है और वहाँ गाँव में सब कफन का इंतजार कर रहे होते है। 

Additional Informationसरदार पूर्ण सिंह-

  • जन्म - 1881-1931 ई. 
  • द्विवेदी युगीन प्रमुख निबंधकार है। 
  • निबंध -
    • आचरण की सभ्यता 
    • मजदूरी और प्रेम 
    • पवित्रता 
    • कन्यादान आदि। 

कहानियों के पात्र Question 3:

अभिशप्त कहानी में लेखक शुक्ला जी के बच्चों के लिए क्या लेकर गए?

  1. कैंडी 
  2. लेमन ड्रॉप 
  3. मिठाई
  4. जलेबी

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : लेमन ड्रॉप 

कहानियों के पात्र Question 3 Detailed Solution

सही उत्तर है - लेमन ड्रॉप।

Key Points

  • कहानी के शुरुआत में लेखक बताते हैं की अमीनुद्दौला पार्क का मेला देखने शुक्ल जी के यहाँ जाते हैं। 
  • उनके बच्चों से लेखक का बहुत स्नेह है। 
  • वह जेब में उनके लिए लेमनड्रॉप लेकर जाते हैं। 

Important Points अभिशप्त:-

  • लेखक:- यशपाल 
  • विधा:- कहानी 

Additional Information यशपाल-

  • जन्म-1903-1976 ई. 
  • कहानियाँ-
    • पिंजरे की उड़ान(1939 ई.)
    • तर्क का तूफान(1944 ई.)
    • भस्मावृत चिंगारी(1946 ई.)
    • फूलो का कुर्ता(1949 ई.)
    • धर्मयुद्ध(1950 ई.)
    • उत्तमी की मां(1955 ई.)
    • सच बोलने की भूल(1962 ई.) आदि। 

कहानियों के पात्र Question 4:

मिस पाल नौकरी छोड़कर कहां बसना चाहती हैं?

  1. समंदर के पास
  2. पहाड़ों में
  3. विदेश में
  4. दिल्ली के आस पास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : पहाड़ों में

कहानियों के पात्र Question 4 Detailed Solution

सही उत्तर है - पहाड़ों में।

Key Points कहानी के अनुसार:-

  • मिस पाल एक दिन रणजीत से कहती हैं की उनके नौकरी छोड़ने की इच्छा है। 
  • वे कारण पूछने पर बोलती हैं कि कोई खास बात नहीं है। 
  • वह कहती हैं कि सोच रही हूँ किसी खूबसूरत से पहाड़ी इलाके में चली जाऊं और वहां संगीत और चित्रकारी का ठीक तरह अभ्यास करूँ। 

 

कहानियों के पात्र Question 5:

मिस पाल नौकरी छोड़ने के लिए रणजीत को क्या कारण बताती हैं?

  1. वे अपनी कंपनी खोलना चाहती हैं।
  2. वे समाजसेवा में जाना चाहती हैं।
  3. वे अपनी चित्रकला और संगीत के लिए समय निकालना चाहती हैं।
  4. वे शादी करने जा रही हैं।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : वे अपनी चित्रकला और संगीत के लिए समय निकालना चाहती हैं।

कहानियों के पात्र Question 5 Detailed Solution

सही उत्तर है - वे अपनी चित्रकला और संगीत के समय निकालना चाहती हैं।

Key Points

  • कहानी में मिस पाल को बड़े शहर में रहकर अजीब सा अनुभव होता है।
  • वे रंजीत को कहती हैं कि उन्हें लगता है कि वो बस पैसा बर्बाद कर रही हैं।
  • वो किन्ही पहाड़ों में जाकर अपनी चित्रकला और संगीत पर ध्यान देना चाहती हैं।
  • किसी शांत जगह पर रहना चाहती हैं।

कहानियों के पात्र Question 6:

मिस पाल द्वारा दफ्तर छोड़कर चले जाने की बात पर रणजीत उसे क्या सलाह देता है?

  1. कुल्लू में बसने के लिए। 
  2. दिल्ली में ही कहीं और नौकरी ढूंढने के लिए। 
  3. वह नौकरी छोड़ने की बात गलत सोच रही है। 
  4. उपरोक्त में से कोई नहीं।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : वह नौकरी छोड़ने की बात गलत सोच रही है। 

कहानियों के पात्र Question 6 Detailed Solution

सही उत्तर है - उपरोक्त में से कोई नहीं। 

Key Pointsरणजीत का संदर्भित संवाद:-

  • ‘‘मगर तुम यह कैसे कह सकती हो कि जहां तुम जाकर रहोगी, वहां हर चीज़ वैसी ही होगी जैसी तुम चाहती हो ?
  • मैं तो समझता हूं कि इन्सान जहां भी चला जाए, अच्छी और बुरी तरह की चीज़ें उसे अपने आसपास मिलेंगी ही।
  • तुम यहां के वातावरण से घबराकर कहीं और जाती हो, तो यह कैसे कहा जा सका है कि वहां का वातावरण भी तुम्हें ऐसा ही नहीं लगेगा ?
  • इसलिए मेरे ख्याल से नौकरी छोड़ने की बात तुम गलत सोचती हो।
  • तुम यहीं रहो और अपना संगीत और चित्रकला का अभ्यास करती रहो। लोग जैसी बातें करते है करने दो।’’

कहानियों के पात्र Question 7:

'हाँ, दो-तीन दिन ही तो हुए हैं। मैं यहाँ पढ़ने आया हूँ।' 'जहाँ लक्ष्मी कैद है' कहानी में यह कथन किस पात्र का है ?

  1. गोविंद
  2. रामस्वरूप
  3. रूपाराम
  4. दिलावर सिंह

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : गोविंद

कहानियों के पात्र Question 7 Detailed Solution

'हाँ, दो-तीन दिन ही तो हुए हैं। मैं यहाँ पढ़ने आया हूँ।' 'जहाँ लक्ष्मी कैद है' कहानी में यह कथन गोविंद पात्र का है।

  • यह कथन गोविन्द मिस्त्री को बोलता है
  • गोविन्द को इस कहानी में मुंशी भी कहा जाता है 

Key Pointsजहाँ लक्ष्मी कैद है-

  • रचनाकार-राजेन्द्र यादव
  • प्रकाशन वर्ष-1953 ई.
  • मुख्य पात्र-
    • लक्ष्मी,गोविन्द,विष्णु ,लाला रुपाराम,रामस्वरूप आदि
  • विषय-
    • नई कहानी आन्दोलन की अनिवार्य कहानी है
    • बेटी को लक्ष्मी का रूप मानकर उसको घर में ही कैद रखा जाता है
    • न किसी को घर में आने देता है न उसका कही बाहर जाने देता है
    • घर में घुट-घुट क्र लक्ष्मी को दोरे आने लगते है
    • मानसिक प्रताड़ना की कहानी है

Important Pointsराजेन्द्र यादव-

  • नई कहानी आन्दोलन के रचनाकर
  • कहानी संग्रह-
    • खेल खिलौने(1953 ई.),अभिमन्यु की आत्महत्या(1959  ई.),टूटना(1966 ई.) आदि 

Additional Informationरामस्वरूप-

  • "नाम रामस्वरूप, उम्र नौ साल, चुंगी-प्राइमरी स्कूल में चौथे क्लास में पढ़ता था।"

लाला रुपाराम-

  • लक्ष्मी का पिता व कंजूस आदमी था 
  • "उन्होंने अत्यन्त उत्साह से उसके मृत बाप को याद करके कहा—’भैया, तुम तो अपने ही बच्चे हो, ज़रा हमारी चक्की का हिसाब-किताब घंटे-आध घंटे देख लिया करो और मज़े में चक्की के पास जो कोठरी है, उसमें पड़े रहो, अपने पढ़ो। आटे की यहाँ तो कमी है ही नहीं।’ "

कहानियों के पात्र Question 8:

'उसने कहा था' कहानी का पात्र है:-

  1. हामिद 
  2. लहना सिंह
  3. करीमुद्दीन
  4. हलकू

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : लहना सिंह

कहानियों के पात्र Question 8 Detailed Solution

"उसने कहा था" कहानी का पात्र लहना सिंह है। अतः उपयुक्त विकल्पों में से विकल्प (2) लहना सिंह सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।

Key Points
  • 'उसने कहा था' का मुख्य पात्र लहना सिंह है।
  • उसने कहा था चंद्रधर शर्मा गुलेरी की रचना है।
  • इसका रचना वर्ष 1915 ईस्वी है।
  • उसने कहा था प्रथम विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि पर लिखी गई प्रेम संवेदना की कहानी है।
Important Points
  • चंद्रधर शर्मा गुलेरी ने 3 कहानियां लिखी है:-
    • सुखमय जीवन (1911)
    • बुद्धू का कांटा (1914)
    • उसने कहा था (1915)

Additional Information

  • हामिद
    • हामिद ईदगाह का पात्र है।
    • ईदगाह मुंशी प्रेमचंद की कहानी है। 
    • इसका रचना वर्ष 1933 ईस्वी है।
  • परिंदे (1956) कहानी के प्रमुख पात्र:-
    • लतिका- इस कहानी की नायिका या केन्द्र बिन्दु यही है।
    • सुधा- होस्टल में शायद वह सबसे अधिक लोकप्रिय लड़की।
    • जूली- होस्टल की लड़की, जिसका प्रेमपत्र लतिका के हाँथ लग गया है।
    • करीमुद्दीन- होस्टल का नौकर, मिलिट्री में अर्दली रह चुका था। 
  • हल्कू
    • हल्कू पूस की एक रात का पात्र है।
    • पूस की रात प्रेमचंद की कहानी है।
    • इसका रचना वर्ष 1930 ईस्वी है।

कहानियों के पात्र Question 9:

निम्‍नलिखित पात्रों को उनसे सम्‍बद्ध कहानियों के साथ सुमेलित कीजिए:

सूची - 1

सूची – 2

A. कालिन्‍दी चरण

I. गैंग्रीन

B. मालती

II. पत्‍नी

C. शामनाथ

III.  जिन्‍दगी और गुलाब

D. सुबोध

IV. चीफ की दावत

 

नीचे दिए गए विकल्‍पों मे से सही उत्तर चुनिए: 

  1. A - II, B - I, C - IV, D - III
  2. A - I, B - II, C - III, D - IV
  3. A -III, B - IV, C - II, D - I
  4. A - IV, B - II, C - I, D - III

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : A - II, B - I, C - IV, D - III

कहानियों के पात्र Question 9 Detailed Solution

पात्र और उनसे सम्‍बन्धित कहानियां-1) A-II,B-I,C-IV,D-III

Key Points

सूची - 1

सूची – 2

A. कालिन्‍दी चरण

II. पत्‍नी

B. मालती

I. गैंग्रीन

C. शामनाथ

IV. चीफ की दावत

D. सुबोध

III.  जिन्‍दगी और गुलाब

Important Points

  कहानी

  कहानीकार

     पात्र

पत्‍नी

जैनेन्द्र कुमार

सुनन्दा

गैंग्रीन

अज्ञेय

मालती,महेश्वर,टिटी,कथाकार  

चीफ की दावत

भीष्म साहनी

शामनाथ,श्रीमती,माँ  

जिन्‍दगी और गुलाब

उषा प्रियंवदा

सुबोध,वृन्दा और उनकी माँ 

Additional Information

  • प्रेमचंदोत्तर उपन्यासकारों में जैनेंद्रकुमार का विशिष्ट स्थान है।
  • गैंग्रीन कहानी को तीन भागों में दर्शाया गया है
  • भीष्म साहनी की चीफ की दावत एक ऐसी कहानी है जिसमें माँ का बलिदान अपने अधिकारी बेटे को फर्ज ही लगता है
  • उषा प्रियंवदा प्रवासी हिंदी साहित्यकार हैं।
  • उषा जी के कहानी संग्रहः वनवास, कितना बड़ा झूठ,शून्य,जिन्दग़ी और गुलाब के फूल,एक कोई दूसरा,मेरी प्रिय कहानियाँ,संपूर्ण कहानियां।

कहानियों के पात्र Question 10:

“कभी-कभी हम लोगों की भी खबर लेते रहिएगा।” वापसी कहानी में यह कथन किसका है?

  1. गजाधर बाबू की पत्नी का
  2. गनेशी का
  3. अमर का
  4. नरेंद्र का 

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : गनेशी का

कहानियों के पात्र Question 10 Detailed Solution

सही उत्तर है - गनेशी का। 
 Key Pointsकहानी का संदर्भित अंश:-
  • “कभी-कभी हम लोगों की भी खबर लेते रहिएगा।” गनेशी बिस्तर में रस्सी बाँधता हुआ बोला। 
  • “कभी कुछ ज़रूरत हो तो लिखना गनेशी! इस अगहन तक बिटिया की शादी कर दो।” 
  • गनेशी ने अँगोछे के छोर से आँखें पोंछीं-“अब आप लोग सहारा न देंगे, तो कौन देगा? आप यहाँ रहते तो शादी में कुछ हौसला रहता।” 
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