कवि और रचना MCQ Quiz - Objective Question with Answer for कवि और रचना - Download Free PDF
Last updated on Jun 17, 2025
Latest कवि और रचना MCQ Objective Questions
कवि और रचना Question 1:
कौन सी रचना हरिऔध की नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 1 Detailed Solution
यशोधरा, हरिऔध द्वारा रचित नही है।
- यशोधरा, मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित रचना है।
- मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित प्रसिद्ध प्रबंध काव्य है जिसका प्रकाशन सन् 1933 ई. में हुआ।
- यशोधरा महाकाव्य में गौतम बुद्ध के गृह त्याग की कहानी को केन्द्र में रखकर यह महाकाव्य लिखा गया है। इसमें गौतम बुद्ध की पत्नी यशोधरा की विरहजन्य पीड़ा को विशेष रूप से महत्त्व दिया गया है।
- यह गद्य-पद्य मिश्रित विधा है जिसे चम्पूकाव्य कहा जाता है।
Key Points
- चोखेचौपदे, रसकलश, प्रियप्रवास -- यह हरिऔध द्वारा रचित
- अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
- प्रिय प्रवास (1914 ई) ,कवि सम्राट,वैदेही वनवास (1940 ई) , पारिजात (1937 ई) , रस-कलश (1940 ई) , चुभते चौपदे (1932 ई), चौखे चौपदे (1924 ई )
कवि और रचना Question 2:
मैथिलीशरण गुप्त की कृति है:
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 2 Detailed Solution
सही विकल्प है - उक्त सभी
- यशोधरा, विष्णुप्रिया, भारत - भारती उक्त सभी मैथिलीशरण गुप्त की कृतियां है।
Key Pointsयशोधरा -
- मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित प्रसिद्ध प्रबंध काव्य है जिसका प्रकाशन सन् 1933 ई. में हुआ।
- इसमें गौतम बुद्ध की पत्नी यशोधरा की विरहजन्य पीड़ा को विशेष रूप से महत्त्व दिया गया है।
- यह गद्य-पद्य मिश्रित विधा है जिसे चम्पूकाव्य कहा जाता है।
विष्णुप्रिया -
- विष्णुप्रिया, मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित प्रसिद्ध कविता है जो 1957 में प्रकाशित हुई
- ’विष्णुप्रिया’ में मैथिलीशरण गुप्त ने चैतन्य महाप्रभु की वियुक्ता पत्नी के त्याग और तप को प्रदर्शित किया है।
भारत भारती -
- यह काव्य 1912 में रचा गया और संशोधनों के साथ 1914 में प्रकाशित हुआ।
- यह स्वदेश-प्रेम को दर्शाते हुए वर्तमान और भावी दुर्दशा से उबरने के लिए समाधान खोजने का एक सफल प्रयोग है।
- 'भारत भारती' के कारण ही मैथिलीशरण गुप्त, जनता के प्राणों में रच-बस गए और 'राष्ट्रकवि' कहलाए।
Additional Information
- राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त (3 अगस्त 1886 – 12 दिसम्बर 1964) हिन्दी के प्रसिद्ध कवि थे।
प्रसिद्ध रचनाएँ -
- रंग में भंग -1909 ई.
- जयद्रथवध -1910 ई.
- भारत भारती -1912 ई.
- किसान - 1917 ई.
- शकुन्तला - 1923 ई.
- पंचवटी - 1925 ई.
- अनघ -1925 ई.
- हिन्दू -1927 ई.
- त्रिपथगा - 1928 ई.
- शक्ति - 1928 ई.
- गुरुकुल - 1929 ई.
कवि और रचना Question 3:
निम्न में से कौन सी रचना रामनरेश त्रिपाठी की नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 3 Detailed Solution
श्रांत पथिक रचना रामनरेश त्रिपाठी की नहीं है।
श्रांत पथिक-
- रचनाकार-श्रीधर पाठक
- प्रकाशन वर्ष-1902ई.
- भाषा-खड़ी बोली
- यह गोल्डस्मिथ की रचना ट्रैवलर का अनुवाद है।
Key Pointsश्रीधर पाठक-
- जन्म-1859-1928ई.
- द्विवेदी युग के मुख्य कवि है।
- इनको खड़ी बोली हिन्दी का प्रथम कवि स्वीकार किया जाता है।
- रचनाएँ-
- मनोविनोद(1882ई.)
- जगत सचाई सार(1887ई.)
- गुनवंत हेमंत(1900ई.)
- कश्मीर सुषमा(1904ई.)
- स्वर्गीय वीणा आदि।
- अनूदित रचनाएँ-
- गड़ेरिया और दार्शनिक
- ऋतुसंहार
- एकांतवासी योगी(1886ई.)
- उजड़ग्राम(1889ई.) आदि।
Important Pointsपथिक-
- रचनाकार-रामनरेश त्रिपाठी
- प्रकाशन वर्ष-1920ई.
- काव्य रूप-खंड काव्य
- विषय-
- कविता में दुनिया के दुखों से विरक्त काव्य नायक पथिक की प्रकृति के सौंदर्य पर मुग्ध होकर वहीं बसने की इच्छा का वर्णन किया है।
- यहाँ वह किसी साधु द्वारा संदेश ग्रहण करके देशसेवा का व्रत लेता है।
- राजा उसे मृत्युदंड देता है,परंतु उसकी कीर्ति समाज में बनी रहती है।
मिलन-
- रचनाकार-रामनरेश त्रिपाठी
- प्रकाशन वर्ष-1917ई.
- काव्य रूप-खंड काव्य
स्वप्न-
- रचनाकार-रामनरेश त्रिपाठी
- प्रकाशन वर्ष-1929ई.
- काव्य रूप-खंड काव्य
- 15 दिनों में रचित रचना है।
- इसके लिए इन्हें हिन्दुस्तान अकादमी का पुरस्कार मिला।
Additional Informationरामनरेश त्रिपाठी-
- जन्म-1889-1962ई.
- द्विवेदी युगीन मुख्य कवि रहे है।
- इन्होंने अपने समय के समाज सुधार के स्थान पर रोमांटिक प्रेम को कविता का विषय बनाया।
- इनकी कविताओं में देश-प्रेम और वैयक्तिक प्रेम,दोनों मौजूद हैं,लेकिन देश-प्रेम को विशेष स्थान दिया है।
- रचनाएँ-
- मानसी
- कविता कौमुदी
- ग्रामगीत आदि।
कवि और रचना Question 4:
'साकेत' महाकाव्य के कवि हैं -
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 4 Detailed Solution
'साकेत' महाकाव्य के कवि हैं - 'मैथिली शरणगुप्त'
- साकेत मैथिलीशरण गुप्त रचित महाकाव्य का नाम है। इसका प्रथम प्रकाशन सन् 1931 में हुआ था।
- 'साकेत महाकवि' मैथिलीशरण गुप्त का लिखा महाकाव्य है जो 12 सर्गों में लिखा गया है।
- इस कृति में हिन्दुस्तान के आराध्य अयोध्याधिपति प्रभु श्रीराम के भाई लक्ष्मण की पत्नी श्रीमति उर्मिला के विरह का जो चित्रण गुप्त जी ने किया है
- वह अत्यधिक मार्मिक और गहरी मानवीय संवेदनाओं और भावनाओं से ओत-प्रोत है।
Key Points
मैथिलीशरण गुप्त:-
कृतियां (रचनाएं) :-
|
Additional Informationजयशंकर प्रसाद की प्रमुख रचनाएं:-
- प्रेम-पथिक (1909)
- चित्राधार (1918)
- कानन कुसुम (1913)
- झरना (1918)
- आँसू (1924)
- लहर (1934)
- कामायनी (1936)
रामधारी सिंह 'दिनकर' की प्रमुख रचनाएं:-
- प्रणभंग (1929)
- रेणुका (1935)
- हुंकार (1938)
- रसवन्ती (1939)
- कुरूक्षेत्र (1946)
- रश्मिरथी (1952)
-
उर्वशी (1961)
सुमित्रानंदन पंत की प्रमुख रचनाएं:-
- वीणा (1919)
- ग्रंथि (1920)
- पल्लव (1926)
- गुंजन (1932)
- युगांत (1937)
- युगवाणी (1938)
- ग्राम्या (1940)
- स्वर्णकिरण (1947)
कवि और रचना Question 5:
इनमें से खड़ीबोली का प्रथम महाकाव्य कौन-सा है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 5 Detailed Solution
इनमें से खड़ीबोली का प्रथम महाकाव्य है- प्रियप्रवास
Key Pointsप्रियप्रवास -
- रचनाकार - अयोध्यासिंह उपाध्याय “हरिऔध"
- विधा - काव्य (महाकाव्य)
- प्रकाशन वर्ष - 1909 - 1913 ई.
- विषय -
- लेखक ने महाकाव्य के लिए अतुकांत की आवश्यकता और उसके लिए उपयुक्त छंद पर विचार किया है।
- यह खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य है।
- यह एक विरह काव्य है और श्रीकृष्ण के गोकुल से मथुरा प्रवास की कथा पर आधारित है।
Important Pointsअयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' -
- जन्म- 1865 -1947 ई.
- हिन्दी के कवि, निबन्धकार तथा सम्पादक थे।
- काव्य संग्रह -
- वैदेही वनवास (1940 ई.)
- पारिजात (1937 ई.)
- रस-कलश (1940 ई .)
- चुभते चौपदे (1932 ई.)
- चोखे चौपदे (1924 ई.) आदि ।
Additional Information
रचना | रचनाकार |
भक्ति सागर | स्वामी चरण दास जी महाराज |
प्रेमसागर | लल्लू लाल |
सुखसागर | मुंशी सदासुखलाल |
Top कवि और रचना MCQ Objective Questions
“जयद्रथ वध” किस लेखक/लेखिका की कृति है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF‘मैथलीशरण गुप्त’ यहाँ सही विकल्प है। अन्य विकल्प असंगत है।
"जयद्रथ वध" महाभारत के एक पात्र पर आधारित एक अद्भुत रचना है, जिसके लेखक विकल्प 4. राष्ट्रीय कवि 'मैथिलीशरण गुप्त' है।
- यह महाभारत पर आधारित खंडकाव्य है।
- हरिगीतिका छंद में रचा गया है।
- मैथिलीशरण गुप्त खड़ी बोली के मह्त्वपूर्ण कवियों में से है।
'भारत भारती' के रचनाकार कौन हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFउपर्युक्त विकल्पों में से 'भारत भारती' मैथिलीशरण गुप्त की रचना है।
Key Points
- साकेत- साकेत राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की अमर कृति है। इस कृति में राम के भाई लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला के विरह का जो चित्रण गुप्त जी ने किया है।
- भारत भारती- मैथिलीशरण गुप्तजी की प्रसिद्ध काव्यकृति है जो 1912-13 में लिखी गई थी।
- रंग में भंग- राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त का पहला रचना काव्य है।
स्पष्टीकरण
मैथिलीशरण गुप्त जी खड़ी बोली के प्रथम महत्वपूर्ण कवि थे। ये आधुनिक काल के कवि माने जाते है। हिंदी कविता के इतिहास में गुप्त जी का बड़ा योगदान था। |
साकेत, यशोधरा, भारत भारती आदि। |
Additional Information
अन्य विकल्प
रचनाकार |
रचनाएँ |
भीष्म साहनी |
कहानी संग्रह - मेरी प्रिय कहानियां, भाग्यरेखा, वांगचू, निशाचर |
महादेवी वर्मा |
कविता संग्रह महादेवी वर्मा के आठ कविता संग्रह हैं- नीहार (1930), रश्मि (1932), नीरजा (1934), सांध्यगीत (1936), दीपशिखा (1942), सप्तपर्णा (अनूदित 1959), प्रथम आयाम (1974), और अग्निरेखा (1990). |
जैनेन्द्र कुमार |
फाँसी, जय संधि, वातायन, एक रात, धुयात्रा दोचिड़िया, पाजेब, नीलम देश की राजकन्या, खेल। |
अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' द्वारा लिखित काव्य ग्रन्थ है:
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFचोखे चौपदे मुक्तक काव्य श्रेणी का श्रेष्ठ काव्य है, इसके लेखक अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' है।
अत: सही विकल्प 3) चोखे चौपदे है।
अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' की अन्य रचनाएँ-
- मुक्तक काव्य - चोखे चौपदे, चुभते चौपदे, कल्पलता, बोलचाल, पारिजात और हरिऔध सतसई
- उपन्यास - ठेठ हिंदी का ठाठ और अधखिला फूल
- महाकाव्य - प्रियप्रवास, वैदेही वनवास
Additional Information
अन्य विकल्प-
- कनुप्रिया - धर्मवीर भारती
- पथिक - रामनरेश त्रिपाठी
खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य है-
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर है - प्रियप्रवास।
Key Points
- प्रियप्रवास खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य है।
- इसका रचनाकाल सन् 1909 से सन् 1913 है।
- इसके लेखक हरिऔध है।
- प्रियप्रवास द्विवेदी युग में प्रकाशित हुआ था।
-
प्रिय प्रवास राधा कृष्ण का काव्य है।
-
प्रियप्रवास की राधा में विरह की विकलता नहीं है, व्यथा की गंभीरता है।
-
श्री कृष्णचंद्र को इस ग्रंथ में एक महापुरुष की भाँति अंकित किया गया है, ब्रह्म करके नहीं।
Additional Information
कामायनी
- लेखक :- जयशंकर प्रसाद
- रचना वर्ष :- 1936
- कामायनी की कथा मूलत: एक कल्पना‚ एक फैण्टसी है।
- जिसमें प्रसाद जी ने अपने समय के सामाजिक परिवेश‚ जीवन मूल्यों‚ सामयिकता का विश्लेषित सम्मिश्रण कर इसे एक अमर ग्रन्थ बना दिया।
- इसके पात्र - मनु‚ श्रद्धा और इड़ा - मानव‚ प्रेम व बुद्धि के प्रतीक हैं।
साकेत
- लेखक :- मैथिलीशरण गुप्त
- विधा :- महाकाव्य
- प्रकाशन वर्ष :- सन् 1931
- इस कृति में राम के भाई लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला के विरह का जो चित्रण गुप्त जी ने किया है वह अत्यधिक मार्मिक और गहरी मानवीय संवेदनाओं और भावनाओं से ओत-प्रोत है।
'जयद्रथवध' रचना है:
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDF- ‘मैथलीशरण गुप्त’ यहाँ सही विकल्प है। अन्य विकल्प असंगत है।
Additional Information
- "जयद्रथ वध" महाभारत के एक पात्र पर आधारित एक अद्भुत रचना है, जिसके लेखक विकल्प 4. राष्ट्रीय कवि 'मैथिलीशरण गुप्त' है।
- यह महाभारत पर आधारित खंडकाव्य है।
- हरिगीतिका छंद में रचा गया है।
- मैथिलीशरण गुप्त खड़ी बोली के मह्त्वपूर्ण कवियों में से है।
'प्रिय प्रवास' महाकाव्य के रचयिता हैं:
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDF“प्रिय प्रवास” -- हरिऔध की रचना है।
Important Points
- प्रिय प्रवास की रचना अयोध्यासिंह हरिऔध ने की।
- इसका रचनाकाल सन् 1909 से 1913 है।
- इनकी अन्य रचनायें-प्रिय प्रवास,पारिजात,फूल पत्ते,चोखे चौपदे,चुभते चौपदे आदि।
- प्रिय प्रवास महाकाव्य खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य है।
Additional Information
- प्रिय प्रवास की विशेषताएं-
- कृष्ण के चरित्र की तरह "प्रियप्रवास" की राधा के चरित्र में भी नवीनता है।
- वात्सल्य,सख्य और माधुर्य का प्राधान्य है और भाव में लालित्य है,तथापि यथास्थान ओज का भी समावेश है।
किसे कवि सम्राट के नाम से जाना जाता है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFअयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' को कवि सम्राट के नाम से जाना जाता है।
Key Points
- हरिऔध(1865-1947ई.)-'आधुनिक काल का सूरदास' -गणपतिचन्द्र गुप्त ने माना।
- रामचन्द्र शुक्ल-'यद्यपि उपाध्याय जी इस समय खड़ी बोली के और आधुनिक विषयो के ही कवि प्रसिद्ध हैं, पर प्रारंभकाल में ये भी पुराने ढंग के श्रृंगारी कविता बहुत सुंदर और सरस करते थे।'
Important Points
कवि | कृतियाँ |
भारतेंदु हरिश्चंद्र | जीर्ण जनपद,आनंद अरूणोदय,हार्दिक हर्षादर्श,मयंक महिमा आदि। |
हरिऔध | कृष्ण शतक(1882),रसिक रहस्य(1899),प्रेम प्रपंच(1900),रस कलश(1931)आदि। |
शमशेर बहादुर सिंह | चुका भी हूँ मैं नहीं(1975), इतने पास अपने (1980),काल तुझसे होड़ हैं मेरी(1988)आदि। |
प्रेमचन्द | प्रेमा(1907),सेवा सदन(1918),रंग भूमि(1925), गोदान(1936)आदि। |
'खड़ी बोली में इतना बड़ा काव्य अभी तक नहीं निकला है, बड़ी भारी विशेषता इस काव्य की यह है कि यह सारा संस्कृत के वर्णवृत्तो में है जिसमें अधिक परिमाण में रचना करना कठिन काम है।'
आ. रामचंद्र शुक्ल ने यह मत किस ग्रन्थ के लिये प्रगट किया है -
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFरामचंद्र शुक्ल ने यह मत- 4)प्रिय प्रवास के लिये प्रगट किया है।Important Points
- प्रिय प्रवास अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' की रचना है।
- यह हिंदी खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य है।
- इसकी रचना 1914 ई.में हुई।
- इसमें 17 सर्ग है।
- यह एक विरह काव्य है।
- इनकी अन्य रचनायें-वैदेही वनवास,पारिजात,रस-कलश,ठेठ हिंदी का ठाठ,अधखिला फूल आदि हैं।
Additional Information
महाकाव्य |
कवि |
प्रकाशन वर्ष |
साकेत |
मैथिलीशरण गुप्त |
1931 |
सांध्य अटन |
श्रीधर पाठक |
1918 |
कामायनी |
जयशंकर प्रशाद |
1936 |
प्रिय प्रवास |
अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध |
1914 |
निम्न में से कौन सी रचना मैथिलीशरण गुप्त की नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFनिम्न में से प्रियप्रवास रचना मैथिलीशरण गुप्त की नहीं है?
प्रियप्रवास एक महाकाव्य है जो अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' द्वारा रचित है।
Key Points
राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त
- राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त (1886 – 1964) हिन्दी के प्रसिद्ध कवि थे।
- मैथिलीशरण गुप्त हिन्दी साहित्य के इतिहास में वे खड़ी बोली के प्रथम महत्त्वपूर्ण कवि हैं।
- मैथिलीशरण गुप्त ने साहित्य जगत में 'दद्दा' नाम से सम्बोधित किया जाता था।
- मैथिलीशरण गुप्त की कृति भारत-भारती (1912) भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के समय में काफी प्रभावशाली सिद्ध हुई थी
- मैथिलीशरण गुप्त को महात्मा गांधी ने उन्हें 'राष्ट्रकवि' की पदवी भी दी थी।
- मैथिलीशरण गुप्त की जयन्ती 3 अगस्त को हर वर्ष 'कवि दिवस' के रूप में मनाया जाता है।
- सन 1954 में भारत सरकार ने मैथिलीशरण गुप्त को पद्मभूषण से सम्मानित किया।
मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित खण्डकाव्य-
- जयद्रथ वध 1910
- भारत-भारती 1912
- पंचवटी 1925
- द्वापर 1936
- रंग में भंग 1909
Additional Information
अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
- अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' (15 अप्रैल, 1865-16 मार्च, 1947) हिन्दी के कवि, निबन्धकार तथा सम्पादक थे।
- अयोध्यासिंह उपाध्याय ने हिंदी साहित्य सम्मेलन के सभापति के रूप में कार्य किया। अयोध्यासिंह उपाध्याय को सम्मेलन द्वारा विद्यावाचस्पति की उपाधि से सम्मानित किया गया था।
- अयोध्यासिंह उपाध्याय ने प्रिय प्रवास नामक खड़ी बोली हिंदी का पहला महाकाव्य लिखा जिसे मंगलाप्रसाद पारितोषिक से सम्मानित किया गया था।
अयोध्यासिंह उपाध्याय द्वारा रचित ग्रन्थ:
- प्रिय प्रवास (1914 ई .)
- वैदेही वनवास (1940 ई .)
- पारिजात (1937 ई .)
- रस-कलश (1940 ई .)
"पथिक" किसका काव्य संग्रह है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDF- मिलन (1918)
- पथिक (1920)
- मानसी (1927)
- स्वप्न (1929)