वाक्य के अंग MCQ Quiz - Objective Question with Answer for वाक्य के अंग - Download Free PDF
Last updated on Jun 27, 2025
Latest वाक्य के अंग MCQ Objective Questions
वाक्य के अंग Question 1:
इनमें से कौन सा वाक्य क्रिया पदबंध है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 1 Detailed Solution
- वह बाज़ार की ओर आया होगा क्रिया पदबंध है ।
- क्रिया पदबंध - वह पदबंध जो अनेक क्रिया - पदों से मिलकर बना हो , क्रिया पदबंध कहलाता है ।
- क्रिया पदबंध में मुख्य क्रिया आती है , उसके बाद अन्य क्रियाएँ मिलकर एक समग्र इकाई बनाती है ।
Key Points
- अपने सामान के साथ वह चला गया - क्रियाविशेषण पदबंध ।
- विरोध करने वाले लोगों में से कोई नहीं बोला - सर्वनाम पदबंध ।
- तेज़ चलने वाली गाड़ियाँ प्रायः देर से पंहुचती हैं - विशेषण पदबंध ।
वाक्य के अंग Question 2:
“आप यात्रा न कीजिए।” - यह किस प्रकार का वाक्य है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 2 Detailed Solution
“आप यात्रा न कीजिए।” - यह का वाक्य है- निषेधवाचक वाक्य
Key Points
- इस वाक्य में "न कीजिए" शब्द का प्रयोग किसी काम को न करने के लिए किया जा रहा है, जो कि निषेधवाचक वाक्य की पहचान है।
- जिन वाक्यों से क्रिया न होने या न किए जाने का भाव प्रकट होता है, उसे नकारात्मक वाक्य कहते हैं।
- इन वाक्यों की पहचान न, मत, नहीं देखकर की जा सकती है।
- उदाहरण- मैंने उसे कभी नहीं देखा।
Important Points
अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद-
- विधानवाचक वाक्य
- विस्मयवाचक वाक्य
- निषेधवाचक वाक्य
- इच्छावाचक वाक्य
- प्रश्नवाचक वाक्य
- आज्ञावाचक वाक्य
- संकेतवाचक वाक्य
- संदेहवाचक वाक्य
Additional Information
वाक्य | परिभाषा | उदाहरण |
विधानवाचक | ऐसे वाक्य जिनसे किसी काम के होने या किसी के अस्तित्व का बोध हो, वह वाक्य विधानवाचक वाक्य कहलाता है। |
आज बारिश हो रही है। |
विस्मय वाचक |
ऐसे शब्द जो वाक्य में आश्चर्य, हर्ष, शोक, घृणा आदि भाव व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त हों, वे विस्मय वाचक वाक्य कहलाते हैं। ऐसे शब्दों के साथ विस्मयादिबोधक चिन्ह (!) का प्रयोग किया जाता है। जैसे- अरे!, हाय!, ओह!, शाबाश!, काश! |
ओह! मेरा सिर फटा जा रहा है। |
इच्छावाचक |
ऐसे वाक्य जिनसे हमें वक्ता की कोई इच्छा, कामना, आकांशा, आशीर्वाद आदि का बोध हो, वह वाक्य इच्छावाचक वाक्य कहलाते हैं। |
आपकी यात्रा शुभ हो। |
प्रश्नवाचक | जिन वाक्यों में प्रश्न पूछा जाता है तथा जिनमें कुछ उत्तर पाने की जिज्ञासा रहती है, उसे प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं। क्या, कब, क्यों, कैसे, कौन, किसे, किसका आदि प्रश्नवाचक शब्दों का प्रयोग होगा। वाक्य के अंत में लगे प्रश्नवाचक चिह्न (?) को देखकर की जाती है। |
तुम कैसे हो? |
आज्ञावाचक | जिन वाक्यों में आज्ञा या अनुमति देने-लेने का भाव प्रकट होता है, उसे आज्ञावाचक वाक्य कहते हैं। इन वाक्यों का दूसरा नाम आज्ञासूचक या विधिवाचक वाक्य भी है। |
तुम पढ़ने जाओ। |
संकेतवाचक | जिन वाक्यों में एक बात या काम का होना दूसरी बात या काम के होने पर निर्भर करता है, उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहते हैं। | अगर आप मेहनत करोगे, तो सफलता अवश्य मिलेगी। |
संदेहवाचक | जिन वाक्यों में किसी काम के होने में अनिश्चितता हो, उन्हें संदेहवाचक वाक्य कहते हैं। |
शायद वह सुधर जाए। |
वाक्य के अंग Question 3:
'किसी ने कहा है कि विनाशकाल में मनुष्य की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है। यह कौन-सा वाक्य भेद है। दिए गए विकल्पों में सही विकल्प को चुनिए:
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 3 Detailed Solution
'किसी ने कहा है कि विनाशकाल में मनुष्य की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है। यह मिश्र वाक्य का वाक्य भेद है।
Key Pointsमिश्र वाक्य
- मिश्र वाक्य उसे कहते जिसमें एक सरल वाक्य के अतिरिक्त उसके अधीन कोई अन्य अंग वाक्य हो।
- जैसे-
- वह कौन-सा भारतीय है जिसने महात्मा गाँधी का नाम न सुना हो।
- इस वाक्य में ‘वह कौन-सा भारतीय है’ मुख्य वाक्य है।
- दूसरा अंग वाक्य है जो मुख्य वाक्य पर आश्रित है।
Important Points
मिश्र वाक्य के कुछ अन्य उदाहरण -
जो औरत वहां बैठी हैं वो मेरी माँ है। जो लड़का कमरे में बैठा है वह मेरा भाई है। यदि परिश्रम करोगे तो उत्तीर्ण हो जाओगे। मैं जानता हूँ कि तुम्हारे अक्षर अच्छे नहीं बनते। |
Additional Informationरचना की दृष्टि से वाक्य के तीन भेद होते हैं—
- सरल वाक्य
- मिश्र वाक्य
- संयुक्त वाक्य
सरल वाक्य | जिसमें एक ही क्रिया होती है, एक उद्देश्य और एक विधेय होता है। इसीलिए इन्हें सरल वाक्य कहा जाता है। | बादल बरसता है। राम खाता है। |
संयुक्त वाक्य | संयुक्त वाक्य वह है जिसमें सरल या मिश्र वाक्यों का मेल संयोजक अव्ययों द्वारा होता हो । |
मैं स्कूल जा रहा था कि पानी बरसने लगा और पानी इतना तेज़ बरसा कि मुझे एक पेड़ के पास रुकना पड़ा। राम आया और श्याम चला गया। इनमें पहला मिश्र वाक्यों तथा दूसरा सरल वाक्यों को मिलाकर संयुक्त वाक्य बना है। |
वाक्य के अंग Question 4:
मनुष्य के विचारों को पूर्णता से प्रकट करने वाले पद समूह को कहते हैं:
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 4 Detailed Solution
उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "वाक्य" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- जब मनुष्य अपने विचारो को प्रकट करने के लिए पद समूह का निर्माण करता है, तथा वह पद समूह सार्थक होते है तो उसे वाक्य कहते हैं।
- वाक्य
- पुल्लिंग
- सार्थक शब्द समूह, जुमला
- पुल्लिंग
Important Points
वाक्य में तीन विशेषताएं आवश्यक है:
- योग्यता: पदों के आपसी सम्बन्ध में अर्थ होना आवश्यक है तथा जब ये समझ आए की वाक्य के हर पद में सम्बन्ध है। और वह वाक्य का अर्थ निकलने में सहायक हैं तो यह वाक्य की योग्यता को दर्शाता है।
- आकांक्षा: वाक्य के अर्थ के लिए अन्य पदों की जिज्ञासा का बना रहना आकांशा कहलाता है। अन्य शब्दों में कहे तो पहले के पद देख कर आने वाले पद के प्रति जिज्ञासा बनना त्तथा उन्हें जोड़ वाक्य पूरा होना आकांशा है।
- आसक्ति: वाक्य के सभी पदों का अपने स्थान पर होना आवश्यक है अन्यथा अर्थ नहीं निकलेगा, पदों का सही क्रम से लगे होना आसक्ति कहलाता है।
अतः निष्कर्ष निकलता है कि मनुष्य के विचारों को पूर्णता से प्रकट करने वाले पद समूह को वाक्य कहते हैं।
Additional Information
- शब्दों के सार्थक मेल को वाक्य बोलते है।
- अर्थ के आधार पर आठ प्रकार के वाक्य होते हैं-
- 1) विधान वाचक वाक्य, 2) निषेधवाचक वाक्य, 3) प्रश्नवाचक वाक्य, 4) विस्म्यादिवाचक वाक्य, 5) आज्ञावाचक वाक्य, 6) इच्छावाचक वाक्य, 7)संकेतवाचक वाक्य, 8)संदेहवाचक वाक्य।
वाक्य के अंग Question 5:
'आपकी वह पुस्तक कहाँ है, जो आप कल लाए थे', निम्नलिखित में से किस प्रकार का वाक्य है ?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 5 Detailed Solution
'आपकी वह पुस्तक कहाँ है, जो आप कल लाए थे', वाक्य है - विशेषण उपवाक्य
- आपकी वह पुस्तक कहाँ है - प्रधान उपवाक्य
- जो आप कल लाए थे - विशेषण उपवाक्य, 'पुस्तक' की विशेषता बतलाता है।
विशेषण उपवाक्य:-
- जो उपवाक्य किसी दूसरे उपवाक्य में आये संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता प्रकट करता है, उसे विशेषण उपवाक्य कहते हैं।
- जैसे- वह विद्यार्थी जो कल अनुपस्थित था, बीमार है।
- वह विद्यार्थी बीमार है - प्रधान उपवाक्य
- जो कल अनुपस्थित था - विशेषण उपवाक्य, विद्यार्थी की विशेषता बतलाता है।
Key Points
संज्ञा उपवाक्य:-
जैसे-
क्रिया विशेषण उपवाक्य:-
जैसे-
विधानवाचक वाक्य:-
जैसे-
|
Top वाक्य के अंग MCQ Objective Questions
निम्नलिखित में मिश्रित वाक्य है
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFजैसे ही चौकीदार आया वैसे ही वह डंडा घुमाकर चला गया वाक्य मिश्रित वाक्य का उचित विकल्प होगा
- मिश्रित वाक्य - मिश्र वाक्य में एक से अधिक उपवाक्य होते है।
Key Points
अन्य विकल्पों का विश्लेषण -
- चौकीदार आकर डंडा घुमाकर चला गया - सरल वाक्य।
- चौकीदार आकर डंडा घुमाकर चला गया - संयुक्त वाक्य।
Additional Informationरचना के आधार पर वाक्य तीन प्रकार के होते है -
वाक्य | परिभाषा | उदाहरण |
सरल वाक्य | सरल वाक्य में एक उद्देश्य और एक विधेय होता है। | चौकीदार डंडा घुमाकर चला गया। |
संयुक्त वाक्य | संयुक्त वाक्य में दो या दो से अधिक स्वतंत्र वाक्य योजक चिह्नों के द्वारा जुड़े रहते है। | चौकीदार आया और डंडा घुमाकर चला गया। |
मिश्रित वाक्य | मिश्र वाक्य में एक से अधिक उपवाक्य होते हैं | जैसे ही चौकीदार आया वैसे ही वह डंडा घुमाकर चला गया |
उद्देश्य के संबंध में जो कहा जाता है, उसे कहते है:
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDF- विधेय संज्ञा है ।
- परिभाषा - व्याकरण में उद्देश्य को छोड़कर वाक्य का वह भाग जिसमें उद्देश्य के बारे में कुछ कहा जाता है और इसमें क्रिया भी होती है ।
- वाक्य में प्रयोग - राम एक अच्छा लड़का है में एक अच्छा लड़का है विधेय है ।
- लिंग - पुल्लिंग ।
कर्ता
- परिभाषा - व्याकरण में वह कारक जो क्रिया को करता है ।
- वाक्य में प्रयोग - कर्त्ता की विभक्ति ने है । / राम ने भोजन किया में राम कर्त्ता है ।
- समानार्थी शब्द - कर्त्ता , कर्त्ता कारक , कर्ता कारक ।
- लिंग - पुल्लिंग ।
कर्ता
- परिभाषा - जो करने वाला हो या कर्म करनेवाला ।
- वाक्य में प्रयोग - भगवान ही सब कामों के कर्ता हैं, हम तो निमित्त मात्र हैं ।
- समानार्थी शब्द - कर्त्ता , कर्तार , करनहार , करणहार ।
रचना
- परिभाषा - रचने या बनाने की क्रिया या भाव ।
- वाक्य में प्रयोग - धर्म ग्रन्थों के अनुसार जगत की रचना ब्रह्मा द्वारा की गई है । / इस भवन की निर्मिति मुगल शैली में हुई है ।
- समानार्थी शब्द - निर्माण , निर्माण , निर्माण कार्य ।
- लिंग - स्त्रीलिंग ।
- संज्ञा के प्रकार - भाववाचक ।
- गणनीयता - अगणनीय ।
'विधेय' के अन्तर्गत आता है:
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDF'विधेय' के अन्तर्गत आता है- 'कर्म व क्रिया'
- वाक्य के कर्ता (उद्देश्य) को अलग करने के बाद वाक्य में जो कुछ भी शेष रह जाता है, वह विधेय कहलाता है।
- जैसे -
- पूनम किताब पढ़ती है।
- (इस वाक्य में 'किताब पढ़ती' है विधेय है क्योंकि 'पूनम' (उद्देश्य) के विषय में कहा गया है।)
Key Pointsउद्देश्य:-
- वाक्य का वह भाग है, जिसमें किसी व्यक्ति या वस्तु के बारे में कुछ कहा जाए, उसे उद्देश्य कहते हैं।
- जैसे- सचिन दौड़ता है।
- (इस वाक्य में 'सचिन' के विषय में बताया गया है। अतः ये उद्देश्य है। इसके अंतर्गत कर्ता और कर्ता का विस्तार आता है।)
रचना के अनुसार वाक्य के कितने भेद हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFरचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं, अतः उचित उत्तर विकल्प 2 ‘3’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं-
- साधारण वाक्य या सरल वाक्य – पानी बरसा।
- मिश्रित वाक्य – यदि परिश्रम करोगे तो उत्तीर्ण होगे।
- संयुक्त वाक्य – मैं आया और वह गया।
Additional Information
रचना की दृष्टि से वाक्य के तीन भेद है:
|
||
सरल वाक्य |
जिस वाक्य में एक क्रिया होती है और एक कर्ता होता है,उसे सरल वाक्य कहते हैं। |
जैसे- राजू पानी लाया। |
मिश्र वाक्य |
जिस वाक्य में एक साधारण वाक्य के अतिरिक्त उसके अधीन कोई दूसरा उपवाक्य हो, उसे मिश्र वाक्य कहते हैं। |
जैसे- राम उस मकान में रहता है जहां पहले कभी श्याम रहता था। |
संयुक्त वाक्य |
जिस वाक्य में साधारण अथवा मिश्र वाक्यों का मेल संयोजक अवयवों द्वारा होता है, उसे संयुक्त वाक्य कहते हैं। |
जैसे- दान करना अच्छी चीज है, दान लेना एक मजबूरी। |
क्रिया सामान्यतया वाक्य में ______ का कार्य करती है।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDF- क्रिया वाक्य में सामान्यत: विधेय का कार्य करती है।
Key Points
-
वाक्य के वह भाग शर्तों का एक समूह हैं कि वाक्य छोटे- छोटे वाक्य के टुकड़ों से वाक्यों का निर्माण कैसे होता हैं। एक वाक्य का विषय, उदाहरण के लिए, एक संज्ञा, एक सर्वनाम, भाषण के कुछ हिस्सों की तरह, वाक्य के भाग व्याकरण की मूल शब्दावली का हिस्सा हैं।
- उद्देश्य - किसी भी वाक्य में कर्त्ता ही उद्देश्य होता है अर्थात वाक्य में जिसके संबंध में कहा जाता है उसे उद्देश्य कहते हैं। यदि कर्त्ता के साथ कोई विशेषण शब्द प्रयुक्त होता है तो उसे कर्त्ता का विस्तारक माना जाता है। कर्त्ता का विस्तारक भी उद्देश्य के ही अंतर्गत आता है। जैसे - राम घर जाता है। यहां पर केवल राम ही उद्देश्य है।
- विधेय - वाक्य में क्रिया के संबंध में जो कुछ भी कहा जाता है उसे विधेय कहते हैं। विधेय के अंतर्गत वाक्य में निहित क्रिया, क्रिया का विस्तारक, कर्म, कर्म का विस्तारक साथ ही पूरक तथा पूरक का विस्तारक को शामिल किया जाता है। जैसे - राम घर जाता है। यहां जाता है तथा घर विधेय के अंतर्गत आते हैं। यहां क्रिया व कर्म का प्रयोग हुआ है।
Additional Information
वाक्य क्या है -
शब्दों के सार्थक समूह को वाक्य कहा जाता है। वाक्य के इस सार्थक समूह में ही उद्देश्य और विधेय अलग-अलग होता है। इन दोनों का विस्तार भी वाक्य में होता है।
Important Points
वाक्य |
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दो या दो से अधिक शब्दों के सार्थक समूह को वाक्य कहते हैं। उदाहरण के लिए 'सत्य से विजय होती है।' एक वाक्य है क्योंकि इसका पूरा पूरा अर्थ निकलता है। |
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वाक्य भेद दो प्रकार से किए जा सकते हैं — 1- अर्थ के आधार पर वाक्य भेद 2- रचना के आधार पर वाक्य भेद |
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विधानवाचक वाक्य |
वह वाक्य जिससे किसी प्रकार की जानकारी प्राप्त होती है, वह विधानवाचक वाक्य कहलाता है। |
भारत एक देश है। श्रीराम के पिता का नाम दशरथ था।
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निषेधवाचक वाक्य |
जिन वाक्यों से कार्य न होने का भाव प्रकट होता है, उन्हें निषेधवाचक वाक्य कहते हैं। |
मैंने दूध नहीं पिया। मैंने खाना नहीं खाया।
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प्रश्नवाचक वाक्य |
वह वाक्य जिसके द्वारा किसी प्रकार प्रश्न किया जाता है, वह प्रश्नवाचक वाक्य कहलाता है। |
भारत क्या है? श्रीराम के पिता कौन थे?
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आज्ञावाचक वाक्य |
वह वाक्य जिसके द्वारा किसी प्रकार की आज्ञा दी जाती है या प्रार्थना किया जाता है, वह विधिसूचक वाक्य कहलाता हैं। |
बैठो। बैठिये। कृपया बैठ जाइये। शांत रहो।
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विस्मयादिबोधक वाक्य |
वह वाक्य जिससे किसी प्रकार की गहरी अनुभूति का प्रदर्शन किया जाता है, वह विस्मयादिबोधक वाक्य कहलाता हैं। |
अहा! कितना सुन्दर उपवन है। ओह! कितनी ठंडी रात है।
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इच्छावाचक वाक्य |
जिन वाक्यों में किसी इच्छा, आकांक्षा या आशीर्वाद का बोध होता है, उन्हें इच्छावाचक वाक्य कहते हैं। |
भगवान तुम्हे दीर्घायु करे। नववर्ष मंगलमय हो। |
संकेतवाचक वाक्य |
जिन वाक्यों में किसी संकेत का बोध होता है, उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहते हैं। |
राम का मकान उधर है। सोनु उधर रहता है।
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संदेहवाचक वाक्य |
जिन वाक्यों में संदेह का बोध होता है, उन्हें संदेहवाचक वाक्य कहते हैं। |
क्या वह यहाँ आ गया ? क्या उसने काम कर लिया ?
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Additional Information
वाक्य |
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विचार को पूर्णता से प्रकट करनेवाली एक क्रिया से युक्त पद-समूह को 'वाक्य' कहते हैं। |
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वाक्य के दो भेद होते है- |
|
(1)उद्देश्य (Subject):- |
वाक्य का वह भाग है, जिसमें किसी व्यक्ति या वस्तु के बारे में कुछ कहा जाए, उसे उद्देश्य कहते हैं। |
(2)विद्येय (Predicate):- |
उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाता है, उसे विद्येय कहते है। |
रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते है- |
|
(i)साधरण वाक्य या सरल वाक्य:- |
जिन वाक्यों में केवल एक ही उद्देश्य और एक ही विधेय होता है, उन्हें साधारण वाक्य या सरल वाक्य कहते हैं। जैसे- 'बिजली चमकती है', 'पानी बरसा' । |
(ii)मिश्रित वाक्य:- |
जिस वाक्य में एक से अधिक वाक्य मिले हों किन्तु एक प्रधान उपवाक्य तथा शेष आश्रित उपवाक्य हों, मिश्रित वाक्य कहलाता है। जैसे- मैं जनता हूँ कि तुम्हारे अक्षर अच्छे नहीं बनते। जो लड़का कमरे में बैठा है वह मेरा भाई है। |
(iii)संयुक्त वाक्य :- |
जिन वाक्यों में दो या दो से अधिक सरल वाक्य योजकों (और, एवं, तथा, या, अथवा, इसलिए, अतः, फिर भी, तो, नहीं तो, किन्तु, परन्तु, लेकिन, पर आदि) से जुड़े हों, उन्हें संयुक्त वाक्य कहते है। जैसे- वह सुबह गया और शाम को लौट आया। प्रिय बोलो पर असत्य नहीं। |
रचना के आधार पर कौन-सा वाक्य का भेद नहीं है ?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 'कर्म वाक्य' होगा। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- कर्म वाक्य यह कारक का भेद माना जाता है
- जैसे - राम वन को जाता है
Additional Information
रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद हैं -
वाक्य |
परिभाषा |
उदाहरण |
सरल |
ऐसे वाक्य जिनमें एक ही क्रिया एवं एक ही कर्ता होता है या जिस वाक्य में एक ही उद्देश्य एवं एक ही विधेय होता है, वे वाक्य सरल वाक्य कहलाते हैं। इसमें कर्ता एक से अधिक हो सकते हैं लेकिन मुख्य क्रिया एक ही होगी। |
राकेश पढ़ता है। कमला और विमला मंदिर जाती हैं। |
संयुक्त |
जिस वाक्य में दो या दो से अधिक उपवाक्य मिले हों, परन्तु सभी वाक्य प्रधान हो तो ऐसे वाक्य को संयुक्त वाक्य कहते है। |
वह सुबह आगरा गया और शाम को लौट आया। |
मिश्र |
जिस वाक्य में एक से अधिक वाक्य मिले हों, किन्तु एक प्रधान उपवाक्य तथा शेष आश्रित उपवाक्य हों, मिश्रित वाक्य कहलाता है। |
वह औरत जो पार्क में बैठी हैं मेरी मौसी हैं। |
"टॉस युवा भारतीय टीम ने जीता और बल्लेबाजी प्रारंभ की" I
उपर्युक्त वाक्य के 'उद्देश्य' को किस विकल्प में सही प्रदर्शित किया गया है ?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDF"टॉस युवा भारतीय टीम ने जीता और बल्लेबाजी प्रारंभ की" I वाक्य में 'युवा भारतीय टीम' 'उद्देश्य' है। अन्य विकल्प असंगत है। अत: विकल्प1 ''युवा भारतीय टीम ने" सही उत्तर होगा।
स्पष्टीकरण:
है। |
"सुशील ने कहा कि मैं गाँव नहीं जाऊँगा" में 'सुशील' क्या है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDF"सुशील ने कहा कि मैं गाँव नहीं जाऊँगा" में 'सुशील' है- कर्ता
- (इस वाक्य में 'सुशील' कर्ता, 'जाना' क्रिया और 'गाँव' कर्म होगा)
- कोई भी वाक्य जिसमे कार्य करने वाला या पूरा वाक्य जिसके बारे में हो, वही कर्ता होता है।
- उदाहरण-
- रामू ने आज गाड़ी चलाई थी।
Key Pointsकर्ता के कुछ उदाहरण:-
- टीचर ने आज मुझे पीटा था।
- सुरेश ने आज केला खाया था।
- दीपक ने सुबह आज बादाम खाए थे।
- राम स्कूल जा रहा है।
- कल भारत का मैच होगा।
- मोहन किताब पढ़ रहा है।
Additional Information
क्रिया:-
उदाहरण-
वाच्य:-
कर्तृवाच्य:-
उदाहरण-
कर्मवाच्य:-
उदाहरण-
भाववाच्य:-
उदाहरण-
|
राम कहता है कि, “मैं मोहन की पुस्तकें पढ़ सकता हूँ"। इसमें कौन सा पद-संज्ञा, जातिवाचक, स्त्रीलिंग, बहुवचन तथा कर्मकारक आदि पदान्वय में है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFअन्य विकल्प :
पढना - यह क्रिया के रूप में प्रयुक्त हुआ है।
राम - यह कर्ता के रूप में प्रयुक्त हुआ है।
मोहन - यह सम्बन्ध के रूप में प्रयुक्त हुआ है।
कारक |
परिभाषा |
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संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से वाक्य के अन्य शब्दों के साथ उसके सम्बन्ध का बोध होता है, उसे कारक कहते हैं। हिन्दी में आठ कारक होते हैं- कर्ता, कर्म, करण, सम्प्रदान, अपादान, सम्बन्ध, अधिकरण और सम्बोधन। |
|
|
चिह्न |
अर्थ |
कर्ता |
ने |
काम करने वाला |
कर्म |
को |
जिस पर काम का प्रभाव पड़ रहा हो |
करण |
से |
जिसके द्वारा कर्ता काम करे |
संप्रदान |
को, के लिए |
जिसके लिए क्रिया की जाए |
अपादान |
से (अलग होना) |
जिससे अलगाव हो |
संबंध |
का, की, के, न, नी, ने, रा, री, रे |
अन्य पदों से संबंध |
अधिकरण |
में, पर |
क्रिया का आधार |
संबोधन |
हे, अरे |
किसी को पुकारना, बुलाना आदि |
"क्या आप अख़बार पढ़ते हैं?" - यह किस प्रकार का वाक्य है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य के अंग Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDF"क्या आप अख़बार पढ़ते हैं?" - यह का वाक्य है- प्रश्नवाचक वाक्य
Key Points
- "क्या आप अख़बार पढ़ते हैं?" एक प्रश्नवाचक वाक्य है। इस वाक्य का उद्देश्य सवाल पूछना और जानकारी प्राप्त करना है।
- जिन वाक्यों में प्रश्न पूछा जाता है तथा जिनमें कुछ उत्तर पाने की जिज्ञासा रहती है, उसे प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं।
- क्या, कब, क्यों, कैसे, कौन, किसे, किसका आदि प्रश्नवाचक शब्दों का प्रयोग होगा।
- वाक्य के अंत में लगे प्रश्नवाचक चिह्न (?) को देखकर की जाती है।
- उदाहरण- तुम क्या कर रहे हो?
Important Points अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद-
- विधानवाचक वाक्य
- विस्मयवाचक वाक्य
- निषेधवाचक वाक्य
- इच्छावाचक वाक्य
- प्रश्नवाचक वाक्य
- आज्ञावाचक वाक्य
- संकेतवाचक वाक्य
- संदेहवाचक वाक्य
Additional Information
वाक्य | परिभाषा | उदाहरण |
विधानवाचक | ऐसे वाक्य जिनसे किसी काम के होने या किसी के अस्तित्व का बोध हो, वह वाक्य विधानवाचक वाक्य कहलाता है। |
सूर्य गर्मी देता है। |
विस्मयवाचक |
ऐसे शब्द जो वाक्य में आश्चर्य, हर्ष, शोक, घृणा आदि भाव व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त हों, वे विस्मय वाचक वाक्य कहलाते हैं। ऐसे शब्दों के साथ विस्मयादिबोधक चिन्ह (!) का प्रयोग किया जाता है। जैसे- अरे!, हाय!, ओह!, शाबाश!, काश! |
शाबाश! तुमने यह कर दिखाया। |
निषेधवाचक | जिन वाक्यों से क्रिया न होने या न किए जाने का भाव प्रकट होता है, उसे नकारात्मक वाक्य कहते हैं। इन वाक्यों की पहचान न, मत, नहीं देखकर की जा सकती है। | मैंने खाना नहीं खाया है। |
इच्छावाचक |
ऐसे वाक्य जिनसे हमें वक्ता की कोई इच्छा, कामना, आकांशा, आशीर्वाद आदि का बोध हो, वह वाक्य इच्छावाचक वाक्य कहलाते हैं। |
तुम अपने कार्य में सफल रहो। |
आज्ञावाचक | जिन वाक्यों में आज्ञा या अनुमति देने-लेने का भाव प्रकट होता है, उसे आज्ञावाचक वाक्य कहते हैं। इन वाक्यों का दूसरा नाम आज्ञासूचक या विधिवाचक वाक्य भी है। |
कृपया, चुप रहो। |
संकेतवाचक | जिन वाक्यों में एक बात या काम का होना दूसरी बात या काम के होने पर निर्भर करता है, उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहते हैं। | अगर वह आता तो मैं उसे देख पाता। |
संदेहवाचक | जिन वाक्यों में किसी काम के होने में अनिश्चितता हो, उन्हें संदेहवाचक वाक्य कहते हैं। | शायद वह कल आ सके। |