समानार्थी शब्द MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for समानार्थी शब्द - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക
Last updated on Mar 17, 2025
Latest समानार्थी शब्द MCQ Objective Questions
Top समानार्थी शब्द MCQ Objective Questions
समानार्थी शब्द Question 1:
पाशाधिपः अस्य पदस्य अर्थः कः?
Answer (Detailed Solution Below)
समानार्थी शब्द Question 1 Detailed Solution
प्रश्नानुवाद - पाशधिप इस पद का अर्थ क्या है?
स्पष्टीकरण -
पाशधिप इस पद का अर्थ है "वरुणः"।
क्योंकि वरुण देवता का अस्त्र है पाश।
वरुण देवता -
- वरुण देवता देवताओं के देवता है।
- देवताओं के तीन वर्गो (पृथ्वी स्थान, वायु स्थान और आकाश स्थान) में वरुण का सर्वोच्च स्थान है।
- देवताओं में तीसरा स्थान 'वरुण' का माना जाता है।
- वरुण देवता ऋतु के संरक्षक थे इसलिए इन्हें 'ऋतस्यगोप' भी कहा जाता था।
- 'आप' का अर्थ जल होता है। ऋग्वेद के मित्र और वरुण का सहस्र स्तम्भों वाले भवन में निवास करने का उल्लेख मिलता है। मित्र के अतिरिक्त वरुण के साथ आप का भी उल्लेख मिलता है।
- ऋग्वेद का 7 वाँ मण्डल वरुण देवता को समर्पित है।
- वरुण देवता की स्तुति लगभग 30 सूक्तियों में की गयी है।
- दण्ड के रूप में लोगों को 'जलोदर रोग' से पीड़ित करते थे।
- वरुण पश्चिम दिशा के लोकपाल और जलों के अधिपति हैं।
- वरुण का मुख्य अस्त्र पाश है।
समानार्थी शब्द Question 2:
'विहस्य' इति पदस्य समानार्थकं लिखत-
Answer (Detailed Solution Below)
समानार्थी शब्द Question 2 Detailed Solution
प्रश्नार्थ - 'विहस्य' इस पद का समानार्थक पद लिखें-
स्पष्टीकरण -
- 'विहस्य' इस पद का अर्थ 'हँसकर' है।
- दिये गये पर्याय पदों में 'हसित्वा' का अर्थ 'हँसकर' होता है। अतः वह उचित पर्याय है।
- दोनों पद 'हस्' धातु से बने है जिनका अर्थ होता है - हँसना। और यहाँ दोनों पूर्वकालवाचक धातुसाधित अव्यय है।
- विहस्य में ल्यप् प्रत्यय है और हसित्वा में क्त्वा प्रत्यय है।
Additional Information
- विहाय - घुम कर
- विहगः - पक्षी
- हसति - हँसना
समानार्थी शब्द Question 3:
तत्र श्रेष्ठी तारस्वरेण प्रोवाच - "भोः! अब्रह्मण्यम्" - रेखाकिंतस्य पदस्य समानार्थकम् अव्ययम् अस्ति-
Answer (Detailed Solution Below)
समानार्थी शब्द Question 3 Detailed Solution
प्रश्न का हिंदी भाषांतर : तत्र श्रेष्ठी तारस्वरेण प्रोवाच - "भोः! अब्रह्मण्यम्" - रेखाकिंत पद का समानार्थक अव्यय कौन सा है?
संस्कृत भाषा में अव्ययोंं की संकल्पना :
- संस्कृत भाषा में दो प्रकार के शब्द होते हैं - विकारी और अविकारी।
- विकारी शब्दों में विभक्ति प्रत्यय, उपसर्ग लगाकर रूप - परिवर्तन हो जाता है।
- अविकारी शब्दों का कभी भी रूपपरिवर्तन नहीं होता है। इन्हेंं ‘अव्यय' कहा जाता है।
- अव्यय शब्द की संस्कृत व्याख्या इस प्रकार है -
- सदृशं त्रिषु लिङ्गेषु सर्वासु च विभक्तिषु। वचनेषु च सर्वेषु यन्न व्येति तदव्ययम्।।
- अर्थात् तीनों लिंगों में, सभी विभक्तियों और सभी वचनों में जो समान ही रहता है, रूप में परिवर्तन नहीं होता, वह अव्यय होता है।
- सदृशं त्रिषु लिङ्गेषु सर्वासु च विभक्तिषु। वचनेषु च सर्वेषु यन्न व्येति तदव्ययम्।।
संपूर्ण वाक्य -
- तत्र श्रेष्ठी तारस्वरेण प्रोवाच - "भोः! अब्रह्मण्यम्।"
अर्थ -
- वहाँँ श्रेष्ठी ऊँँचे स्वर से बोला - अरे, यह अनर्थ है।
- तारस्वर इस शब्द से मिलनेवाला अव्यय विकल्प में उच्चस्वरेण यह है।
अतः स्पष्ट है, 'उच्चस्वरेण' यह इस प्रश्न का सही उत्तर है।
समानार्थी शब्द Question 4:
'कमलम्' का समानार्थी होता है-
Answer (Detailed Solution Below)
समानार्थी शब्द Question 4 Detailed Solution
संस्कृत मे 'कमलम्' को अनेक नाम है, जिसका अर्थ कमल का 'फूल' होता है। पर्यायों से 'अरविन्दम्' पद है जिसका अर्थ कमलम् होता है।
Additional Information
- फलम् - फल
- सुमनम् - फ़ुल
- धवलम् - सफ़ेद
समानार्थी शब्द Question 5:
'प्रेक्ष्य' इत्यस्य कृते किं पर्यायं उचिततमम्?
Answer (Detailed Solution Below)
समानार्थी शब्द Question 5 Detailed Solution
प्रश्नार्थ - 'प्रेक्ष्य' इस पद का समानार्थक पद है-
स्पष्टीकरण - 'प्रेक्ष्य' यह पद 'प्र + ईक्ष् + ल्यप्' से बना बना है। जिसका अर्थ होता है - देखकर।
पर्यायों में 'दृष्ट्वा' का अर्थ 'देखकर।' होता है। अतः वह उचित पर्याय है।
Additional Information
- पश्य - देखो
- दृश्य - देखने की चिज
- प्रिय - पसंदिता
समानार्थी शब्द Question 6:
अजः शब्दस्य पर्यायपदं किम्?
Answer (Detailed Solution Below)
समानार्थी शब्द Question 6 Detailed Solution
प्रश्न अनुवाद- अज पद का पर्याय पद क्या है?
स्पष्टीकरण- समान अर्थ रखने वाले शब्द पर्याय पद कहलाते हैं। इनके अर्थ में समानता होती है।
अज: शब्द के पर्याय पद हैं- विधाता, पितामह, ब्रह्मा, निर्माता, धाता।
यहाँ दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प पितामह: होगा।
समानार्थी शब्द Question 7:
'कुपितः' पदस्य समानार्थकः वर्तते -
Answer (Detailed Solution Below)
समानार्थी शब्द Question 7 Detailed Solution
प्रश्नानुवाद - 'कुपितः' पद का समानार्थक है -
स्पष्टीकरण -
- 'कुपितः' का अर्थ होता 'गुस्साया/गुस्से में'।
- जैसे - 'कुपितः मुनिः तान् सगरपुत्रान् क्रोधाग्निना दग्धवान्।' अर्थात् 'गुस्साये मुनि उन सगरपुत्रों को क्रोधाग्नि से दग्धः कर दिया।'
- दिये गये विकल्पों में क्रोधितः शब्द कुपितः का समानार्थी पद है, जिसका अर्थ भी गुस्से में होता है।
अतः यहाँ क्रोधितः सही उत्तर है।
Additional Informationअन्य विकल्प -
- पृष्ठतः - पीछे से
- पुरतः - सामने
समानार्थी शब्द Question 8:
निम्नलिखितेषु 'लक्ष्मीः' इत्यस्य पदस्य पर्यायः नास्ति -
Answer (Detailed Solution Below)
समानार्थी शब्द Question 8 Detailed Solution
प्रश्नानुवाद - इनमें से 'लक्ष्मी' पद का पर्यायवाची नहीं है-
स्पष्टीकरण -
- शब्द - लक्ष्मीः (भगवान् विष्णु की भार्या, धन-धान्य, सुख-सम्पदा की देवी)।
- लक्ष्मी शब्द के लिए अन्य पर्याय पद - रमा, श्री, कमला, विष्णुप्रिया, हिरण्यमयी।
- दिये गये विकल्पों में यामिनी पद लक्ष्मी का पर्यायवाची नहीं है। यामिनी पद का अर्थ होता है - रात्रि, निशा।
अतः यामिनी पद लक्ष्मी का पर्याय पद नहीं है।
समानार्थी शब्द Question 9:
'याति' इत्यस्य पदस्य समानार्थकः शब्दः चिनुत्-
Answer (Detailed Solution Below)
समानार्थी शब्द Question 9 Detailed Solution
प्रश्नार्थ - 'याति' इस पद का समानार्थक पद है-
स्पष्टीकरण - 'याति' यह पद 'या' धातु से बना लट्लकार प्रथमपुरुष एकवचन से बना है। जिसका अर्थ होता है - जाता है।
पर्यायों में 'गच्छति' का अर्थ 'जाता है।' होता है। अतः वह उचित पर्याय है।
Additional Information
- वसति - रहता है
- ब्रवीति - बोलता है
- नमति - नमस्कार करता है
समानार्थी शब्द Question 10:
'सम' पर्यायः कः?
Answer (Detailed Solution Below)
समानार्थी शब्द Question 10 Detailed Solution
प्रश्न का हिंदी भाषांतर : 'सम' शब्द का पर्यायी शब्द क्या है?
स्पष्टीकरण :
- सह, साकं, सार्धंं, समम् इन शब्दोंं का अर्थ 'साथ में' यह होता है।
- सहयुक्तेऽप्रधाने तृतीया इस सूत्र से तृतीया विभक्ति के साथ इनका प्रयोग होता है। जैसे -
- रामेण सह सीता वनं गच्छति।
- नृपेण साकं युद्धं कृतवान्।
- सीतया समं लक्ष्मणः अपि वनम् अगच्छत्।
- विष्णुना सार्धंं लक्ष्मींं प्रणमामि।
अतः स्पष्ट है, 'सार्धम्' यह इस प्रश्न का सही उत्तर है।