Question
Download Solution PDFनिम्न में से कौन-सा 'सम्बन्धबोधक' शब्द है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDF'सम्बन्धबोधक' शब्द है - तरफ
Key Points
- 'तरफ' एक सम्बन्धबोधक अव्यय शब्द है।
- वे शब्द जो संज्ञा, सर्वनाम शब्दों को अन्य संज्ञा, सर्वनाम शब्दों के साथ सम्बन्ध का बोध कराते हैं।
- जहाँ पर बाद, भर, के ऊपर, की ओर, कारण, ऊपर, नीचे, बाहर, भीतर, बिना, सहित, पीछे,
- से पहले, से लेकर, तक, के अनुसार, की खातिर, के लिए आदि आते हैं, वहाँ पर संबंधबोधक अव्यय होता है।
- उदाहरण - स्कूल के समीप मैदान है। मैं विद्यालय तक गया।
अन्य विकल्प -
अव्यय |
परिभाषा |
उदाहरण |
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स्थानवाचक क्रिया-विशेषण |
वे शब्द जो क्रिया के घटित होने के स्थान का बोध कराते हैं, उन्हें स्थानवाचक क्रियाविशेषण कहते हैं। जैसे – यहाँ, वहाँ, कहाँ, जहाँ, सामने, नीचे, ऊपर, आगे, भीतर, बाहर, दूर, पास, अंदर, किधर, इस ओर, उस ओर, इधर, उधर, जिधर, दाएँ, बाएँ, दाहिने आदि। |
बच्चे ऊपर खेलते हैं। | |
परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण | जिन अविकारी शब्दों से क्रिया के परिमाण और उसकी संख्या का पता चलता है, उसे परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण कहते हैं। जैसे – बहुत, अधिक, पूर्णतया, कुछ, थोडा, काफी, केवल, इतना, उतना, कितना, थोड़ा-थोड़ा, एक-एक करके, जरा, खूब, बिलकुल, ज्यादा, अल्प, बड़ा, भारी, लगभग, क्रमशः आदि। | तुम थोड़ा अधिक खाओ। |
Important Pointsअर्थ के अनुसार क्रियाविशेषण के नौ भेद हैं-
- कालवाचक क्रिया-विशेषण
- स्थानवाचक क्रिया-विशेषण
- दिशावाचक क्रिया-विशेषण
- परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण
- रीतिवाचक क्रिया-विशेषण
- निश्चयवाचक क्रिया-विशेषण
- अनिश्चयवाचक क्रिया-विशेषण
- निषेधवाचक क्रिया-विशेषण
- कारणवाचक क्रिया-विशेषण
Additional Information
अव्यय शब्द - अव्यय शब्दों को अविकारी शब्द भी कहते हैं क्योंकि इनमें लिंग, कारक, वचन, पुरुष आदि के कारण कोई विकार/ परिवर्तन उत्पन्न नहीं होता है। जैसे – आज, कब, इधर, किन्तु आदि। अव्यय के चार भेद हैं - |
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अव्यय |
परिभाषा |
उदाहरण |
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क्रिया-विशेषण |
जिन शब्दों से क्रिया की विशेषता का पता चले। जहाँ पर यहाँ, तेज, अब, रात, धीरे-धीरे, प्रतिदिन, सुंदर, वहाँ, तक, जल्दी, अभी, बहुत आदि आते हैं, वहाँ पर क्रियाविशेषण अव्यय होता है। |
राम धीरे-धीरे खाना खाता है। |
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समुच्चयबोधक |
दो शब्दों या वाक्यों को जोड़ने वाले संयोजक शब्द को समुच्चयबोधक अव्यय कहते हैं। जहाँ पर और, तथा, लेकिन, मगर, व, किन्तु, परन्तु, इसलिए, इस कारण, अत:, क्योंकि, ताकि, या, अथवा, चाहे, यदि, कि, मानो, यानि, तथापि आदि आते हैं। |
मोहन दफ्तर से आया और सो गया। |
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विस्मयादिबोधक |
जिन वाक्यों में घृणा, हर्ष, शोक, आश्चर्य के भाव प्रकट हों। इसमें विस्मयादिबोधक (!) चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जहाँ पर अरे!, हाय!, शबाश!, ओह!, वाह!, हाँ!, वाह!, हैं!, ऐ!, क्या!, ओहो, अहा!, उफ, हा-हा!आदि आते हैं। |
वाह! तुमने तो कमाल कर दिया। |
Last updated on Mar 19, 2025
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