पुरुष MCQ Quiz - Objective Question with Answer for पुरुष - Download Free PDF
Last updated on Mar 19, 2025
Latest पुरुष MCQ Objective Questions
पुरुष Question 1:
'अभवः' इति कस्मिन् पुरुषे अस्ति?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 1 Detailed Solution
प्रश्नानुवाद - 'अभवः' यह किस पुरुष में है?
स्पष्टीकरण -
'अभवः' इति मध्यम पुरुषे अस्ति।
'अभवः' यह मध्यम पुरुष में है।
क्योंकि, 'भू' धातु लङ् लकार मध्यम् पुरुष एकवचन का रुप 'अभवः'।
Hint'भू' धातु के लङ् लकार का रुप-
पुरुष Question 2:
"तौ गच्छतः'' इत्यत्र 'गच्छतः' पदस्य पुरुषः-
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 2 Detailed Solution
प्रश्न की हिन्दी - "तौ गच्छतः'' यहाँ 'गच्छतः' पद का पुरुष है-
स्पष्टीकरण -
- संस्कृत व्याकरण में तीन पुरुषों की गणना की गई है।
- प्रथम पुरुष - जिसके विषय में बताया जाता है। (वह, वे)
- मध्यम पुरुष - जिससे बात की जाती है। (तुम, तुम सब)
- उत्तम पुरुष - जो बात करता है। (मैं, हम)
- तौ गच्छतः - वे दोनों जाते हैं। (यहाँ किसी के विषय में बताया जा रहा है। इसलिए यहाँ प्रथम पुरुष और द्विवचन है।
अतः यहाँ प्रथमपुरुष सही उत्तर है।
गम् धातु (जाना) धातुरूप का (लट्लकार) में प्रयोग निम्नलिखित है-
पुरुष Question 3:
'कुरुथ' पदस्य पुरुषं वर्तते-
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 3 Detailed Solution
प्रश्न की हिन्दी - 'कुरुथ' पद का पुरुष है -
स्पष्टीकरण -
पुरुष - वे व्यक्ति जो संवाद के समय सम्मिलित होते हैं, उन्हें पुरुष कहा जाता है। जैसे: मेरा नाम विकास है। इस वाक्य में वक्ता अपने बारे में बता रहा है। वह इस संवाद में भागीदार है एवं श्रोता भी।
पुरुष के प्रकार -
पुरुष तीन प्रकार के होते हैं :
- उत्तम पुरुष - यह वक्ता स्वयं होता है। वक्ता मैं, मुझे, मुझको, मेरा, मेरी आदि शब्दों का खुद के बारे में बताने के लिए करता है। यथा -
- अहं गच्छामि।
- आवां पठावः।
- वयं लिखामः।
- मध्यम पुरुष - मध्यम पुरुष श्रोता होता है जिससे वक्ता बात करता है। वक्ता श्रोता के लिए आप, तुम, तुमको, तुझे, तू आदि शब्दों का प्रयोग करता है। यथा -
- त्वं गच्छसि।
- युवां पठथः।
- यूयं लिखथ।
- प्रथम पुरुष - प्रथम पुरुष वह होता है जिस तीसरे व्यक्ति के विषय में श्रोता और वक्ता बात करते है। यह, वह, ये, वे, आदि शब्दों का प्रयोग अन्य व्यक्ति को बताने के लिए किये जाते हैं। यथा -
- रामः पठति।
- तौ लिखतः।
- ताः लिखन्ति।
Important Points
'कृ' धातु से ‘लट् लकार’ के विविध वचनों और पुरूषों में प्राप्त रूप इस प्रकार है-
पुरूष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमपुरूष |
करोति |
कुरुतः |
कुर्वन्ति |
मध्यमपुरूष |
करोसि |
कुरुथः |
कुरुथ |
उत्तमपुरूष |
करोमि |
कुर्वः |
कुर्मः |
अतः स्पष्ट है कि कृ धातु ‘लट् लकार, मध्यम पुरूष, बहुवचन’ में ‘कुरुथ’ रूप बनता है।
पुरुष Question 4:
संस्कृत के प्रत्येक लकार में पुरुष होते हैं
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 4 Detailed Solution
वे व्यक्ति जो संवाद के समय भागीदार होते हैं, उन्हें पुरुष कहा जाता है।
संस्कृत में पुरुष की संख्या तीन बतलायी गयी है।
- प्रथम पुरुष = व्यक्ति के द्वारा बातचीत करते समय जिसके विषय मे कुछ कहा जाये।
- जैसे = सः (वह), तौ (वे दोनो), ते (वे सब)
- मध्यम पुरुष = व्यक्ति के द्वारा बातचीत करते समय जो श्रोता हो।
- जैसे = त्वम् (तुम), युवाम् (तुम दोनो), यूयम् (तुम सब)
- उत्तम पुरुष = व्यक्ति के द्वारा बातचीत करते समय जो कहने वाला हो।
- जैसे = अहम् (मै), आवाम् (हम दोनो), वयम् (हम सब)
पुरुष Question 5:
'पुरुषः' कतिविधः ?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 5 Detailed Solution
प्रश्न का हिन्दी अनुवाद - 'पुरुष' कितने प्रकार के होते हैं?
स्पष्टीकरण-
पुरुष - वे व्यक्ति जो संवाद के समय सम्मिलित होते हैं, उन्हें पुरुष कहा जाता है। जैसे: मेरा नाम विकास है। इस वाक्य में वक्ता अपने बारे में बता रहा है। वह इस संवाद में भागीदार है एवं श्रोता भी।
पुरुष के प्रकार -
पुरुष तीन प्रकार के होते हैं :
- उत्तम पुरुष - यह वक्ता स्वयं होता है। वक्ता मैं, मुझे, मुझको, मेरा, मेरी आदि शब्दों का खुद के बारे में बताने के लिए करता है। यथा -
- अहं गच्छामि।
- आवां पठावः।
- वयं लिखामः।
- मध्यम पुरुष - मध्यम पुरुष श्रोता होता है जिससे वक्ता बात करता है। वक्ता श्रोता के लिए आप, तुम, तुमको, तुझे, तू आदि शब्दों का प्रयोग करता है। यथा -
- त्वं गच्छसि।
- युवां पठथः।
- यूयं लिखथ।
- प्रथम पुरुष - प्रथम पुरुष वह होता है जिस तीसरे व्यक्ति के विषय में श्रोता और वक्ता बात करते है। यह, वह, ये, वे, आदि शब्दों का प्रयोग अन्य व्यक्ति को बताने के लिए किये जाते हैं। यथा -
- रामः पठति।
- तौ लिखतः।
- ताः लिखन्ति।
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संस्कृत के प्रत्येक लकार में पुरुष होते हैं
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFवे व्यक्ति जो संवाद के समय भागीदार होते हैं, उन्हें पुरुष कहा जाता है।
संस्कृत में पुरुष की संख्या तीन बतलायी गयी है।
- प्रथम पुरुष = व्यक्ति के द्वारा बातचीत करते समय जिसके विषय मे कुछ कहा जाये।
- जैसे = सः (वह), तौ (वे दोनो), ते (वे सब)
- मध्यम पुरुष = व्यक्ति के द्वारा बातचीत करते समय जो श्रोता हो।
- जैसे = त्वम् (तुम), युवाम् (तुम दोनो), यूयम् (तुम सब)
- उत्तम पुरुष = व्यक्ति के द्वारा बातचीत करते समय जो कहने वाला हो।
- जैसे = अहम् (मै), आवाम् (हम दोनो), वयम् (हम सब)
पुरुष Question 7:
"तौ गच्छतः' में क्रियापद 'गच्छतः' किस पुरुष का रुप है?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 7 Detailed Solution
स्पष्टीकरण -
- संस्कृत व्याकरण में तीन पुरुषों की गणना की गई है।
- प्रथम पुरुष - जिसके विषय में बताया जाता है। (वह, वे)
- मध्यम पुरुष - जिससे बात की जाती है। (तुम, तुम सब)
- उत्तम पुरुष - जो बात करता है। (मैं, हम)
- तौ गच्छतः - वे दोनों जाते हैं। (यहाँ किसी के विषय में बताया जा रहा है। इसलिए यहाँ प्रथम पुरुष और द्विवचन है।
अतः यहाँ प्रथमपुरुष सही उत्तर है।
गम् धातु (जाना) धातुरूप का (लट्लकार) में प्रयोग निम्नलिखित है-
पुरुष Question 8:
"तौ गच्छतः'' इत्यत्र 'गच्छतः' पदस्य पुरुषः-
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 8 Detailed Solution
प्रश्न की हिन्दी - "तौ गच्छतः'' यहाँ 'गच्छतः' पद का पुरुष है-
स्पष्टीकरण -
- संस्कृत व्याकरण में तीन पुरुषों की गणना की गई है।
- प्रथम पुरुष - जिसके विषय में बताया जाता है। (वह, वे)
- मध्यम पुरुष - जिससे बात की जाती है। (तुम, तुम सब)
- उत्तम पुरुष - जो बात करता है। (मैं, हम)
- तौ गच्छतः - वे दोनों जाते हैं। (यहाँ किसी के विषय में बताया जा रहा है। इसलिए यहाँ प्रथम पुरुष और द्विवचन है।
अतः यहाँ प्रथमपुरुष सही उत्तर है।
गम् धातु (जाना) धातुरूप का (लट्लकार) में प्रयोग निम्नलिखित है-
पुरुष Question 9:
'द्रक्ष्यामि' पदे कः पुरुषः वर्तते?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 9 Detailed Solution
प्रश्न का हिन्दी अनुवाद - 'द्रक्ष्यामि' पद में कौन-सा पुरुष है?
स्पष्टिकरण -
पुरुष - वे व्यक्ति जो संवाद के समय सम्मिलित होते हैं, उन्हें पुरुष कहा जाता है। जैसे: मेरा नाम विकास है। इस वाक्य में वक्ता अपने बारे में बता रहा है। वह इस संवाद में भागीदार है एवं श्रोता भी।
पुरुष के प्रकार -
पुरुष तीन प्रकार के होते हैं :
- उत्तम पुरुष - यह वक्ता स्वयं होता है। वक्ता मैं, मुझे, मुझको, मेरा, मेरी आदि शब्दों का खुद के बारे में बताने के लिए करता है। यथा -
- अहं गच्छामि।
- आवां पठावः।
- वयं लिखामः।
- मध्यम पुरुष - मध्यम पुरुष श्रोता होता है जिससे वक्ता बात करता है। वक्ता श्रोता के लिए आप, तुम, तुमको, तुझे, तू आदि शब्दों का प्रयोग करता है। यथा -
- त्वं गच्छसि।
- युवां पठथः।
- यूयं लिखथ।
- प्रथम पुरुष - प्रथम पुरुष वह होता है जिस तीसरे व्यक्ति के विषय में श्रोता और वक्ता बात करते है। यह, वह, ये, वे, आदि शब्दों का प्रयोग अन्य व्यक्ति को बताने के लिए किये जाते हैं। यथा -
- रामः पठति।
- तौ लिखतः।
- ताः लिखन्ति।
Important Points
‘दृश्’ धातु से ‘लृट् लकार उत्तम पुरुष एकवचन’ में ‘द्रक्ष्यामि’ रूप प्राप्त होता है।
इसका विविध पुरुषों और वचनों में रूप निम्नलिखित प्रकार से चलता है-
दृश् धातु लृट् लकार |
|||
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमपुरुष |
द्रक्ष्यति |
द्रक्ष्यतः |
द्रक्ष्यन्ति |
मध्यमपुरुष |
द्रक्ष्यसि |
द्रक्ष्यथः |
द्रक्ष्यथ |
उत्तमपुरुष |
द्रक्ष्यामि |
द्रक्ष्यावः |
द्रक्ष्यामः |
अतः स्पष्ट है कि 'द्रक्ष्यामि' पद में उत्तम पुरुष है।
पुरुष Question 10:
'पुरुषः' कतिविधः ?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 10 Detailed Solution
प्रश्न का हिन्दी अनुवाद - 'पुरुष' कितने प्रकार के होते हैं?
स्पष्टीकरण-
पुरुष - वे व्यक्ति जो संवाद के समय सम्मिलित होते हैं, उन्हें पुरुष कहा जाता है। जैसे: मेरा नाम विकास है। इस वाक्य में वक्ता अपने बारे में बता रहा है। वह इस संवाद में भागीदार है एवं श्रोता भी।
पुरुष के प्रकार -
पुरुष तीन प्रकार के होते हैं :
- उत्तम पुरुष - यह वक्ता स्वयं होता है। वक्ता मैं, मुझे, मुझको, मेरा, मेरी आदि शब्दों का खुद के बारे में बताने के लिए करता है। यथा -
- अहं गच्छामि।
- आवां पठावः।
- वयं लिखामः।
- मध्यम पुरुष - मध्यम पुरुष श्रोता होता है जिससे वक्ता बात करता है। वक्ता श्रोता के लिए आप, तुम, तुमको, तुझे, तू आदि शब्दों का प्रयोग करता है। यथा -
- त्वं गच्छसि।
- युवां पठथः।
- यूयं लिखथ।
- प्रथम पुरुष - प्रथम पुरुष वह होता है जिस तीसरे व्यक्ति के विषय में श्रोता और वक्ता बात करते है। यह, वह, ये, वे, आदि शब्दों का प्रयोग अन्य व्यक्ति को बताने के लिए किये जाते हैं। यथा -
- रामः पठति।
- तौ लिखतः।
- ताः लिखन्ति।
पुरुष Question 11:
'गच्छतः' पद से किस पुरुष का बोध होता है ?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 11 Detailed Solution
स्पष्टीकरण -
- संस्कृत व्याकरण में तीन पुरुषों की गणना की गई है।
- प्रथम पुरुष - जिसके विषय में बताया जाता है। (अन्य पुरुष) (वह, वे दोनों, वे सब)
- मध्यम पुरुष - जिससे बात की जाती है। (श्रोता) (तुम, तुम दोनों, तुम सब)
- उत्तम पुरुष - जो बात करता है। (वक्ता) (मैं, हम दोनों, हम सब)
- गच्छतः - जाते हैं। (यहाँ किसी के विषय में बताया जा रहा है, जो अन्य पुरुष है। इसलिए यहाँ प्रथम पुरुष है। यह शब्द प्रथम पुरुष के द्विवचन में बनता है।)
अतः यहाँ प्रथमपुरुष सही उत्तर है।
गम् धातु (जाना) धातुरूप का (लट्लकार) में प्रयोग निम्नलिखित है-
पुरुष Question 12:
संस्कृत-व्याकरण मे कितने पुरुषों का विधान किया गया है?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 12 Detailed Solution
संस्कृत व्याकरण में तीन पुरुषों की गणना की गयी है।
- प्रथमपुरुष
- मध्यमपुरुष
- उत्तमपुरुष
पुरुष के तीन प्रकारों के स्पष्टीकरण':
- प्रथम पुरुष - प्रथम पुरुष वह होता है जिस तीसरे व्यक्ति के विषय में श्रोता और वक्ता बात करते है। यह, वह, ये, वे, आदि शब्दों का प्रयोग अन्य व्यक्ति को बताने के लिए किये जाते हैं। यथा -
- रामः पठति।
- तौ लिखतः।
- ताः लिखन्ति।
- मध्यम पुरुष - मध्यम पुरुष श्रोता होता है जिससे वक्ता बात करता है। वक्ता श्रोता के लिए आप, तुम, तुमको, तुझे, तू आदि शब्दों का प्रयोग करता है। यथा -
- त्वं गच्छसि।
- युवां पठथः।
- यूयं लिखथ।
- उत्तम पुरुष - यह वक्ता स्वयं होता है। वक्ता मैं, मुझे, मुझको, मेरा, मेरी आदि शब्दों का खुद के बारे में बताने के लिए करता है। यथा -
- अहं गच्छामि।
- आवां पठावः।
- वयं लिखामः।
पुरुष Question 13:
'ददामि' किस पुरुष का रूप है?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 13 Detailed Solution
पुरुष - वे व्यक्ति जो संवाद के समय सम्मिलित होते हैं, उन्हें पुरुष कहा जाता है। जैसे: मेरा नाम विकास है। इस वाक्य में वक्ता अपने बारे में बता रहा है। वह इस संवाद में भागीदार है एवं श्रोता भी।
पुरुष के प्रकार -
पुरुष तीन प्रकार के होते हैं :
- उत्तम पुरुष - यह वक्ता स्वयं होता है। वक्ता मैं, मुझे, मुझको, मेरा, मेरी आदि शब्दों का खुद के बारे में बताने के लिए करता है। यथा -
- अहं गच्छामि।
- आवां पठावः।
- वयं लिखामः।
- मध्यम पुरुष - मध्यम पुरुष श्रोता होता है जिससे वक्ता बात करता है। वक्ता श्रोता के लिए आप, तुम, तुमको, तुझे, तू आदि शब्दों का प्रयोग करता है। यथा -
- त्वं गच्छसि।
- युवां पठथः।
- यूयं लिखथ।
- प्रथम पुरुष - प्रथम पुरुष वह होता है जिस तीसरे व्यक्ति के विषय में श्रोता और वक्ता बात करते है। यह, वह, ये, वे, आदि शब्दों का प्रयोग अन्य व्यक्ति को बताने के लिए किये जाते हैं। यथा -
- रामः पठति।
- तौ लिखतः।
- ताः लिखन्ति।
Important Points
‘दा’ धातु से ‘लट् लकार’ के विविध वचनों और पुरूषों में प्राप्त रूप इस प्रकार है-
‘दा’ धातु से ‘लट् लकार’ | |||
पुरूष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमपुरूष |
ददाति |
दत्तः |
ददति |
मध्यमपुरूष |
ददासि |
दत्थः |
दत्थ |
उत्तमपुरूष |
ददामि |
दद्वः |
दद्मः |
अतः स्पष्ट है कि दा धातु से ‘लट् लकार, में उत्तम पुरुष में 'ददामि' रूप बनता है।
पुरुष Question 14:
'कुरुथ' किस पुरुष का रूप है?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 14 Detailed Solution
पुरुष - वे व्यक्ति जो संवाद के समय सम्मिलित होते हैं, उन्हें पुरुष कहा जाता है। जैसे: मेरा नाम विकास है। इस वाक्य में वक्ता अपने बारे में बता रहा है। वह इस संवाद में भागीदार है एवं श्रोता भी।
पुरुष के प्रकार -
पुरुष तीन प्रकार के होते हैं :
- उत्तम पुरुष - यह वक्ता स्वयं होता है। वक्ता मैं, मुझे, मुझको, मेरा, मेरी आदि शब्दों का खुद के बारे में बताने के लिए करता है। यथा -
- अहं गच्छामि।
- आवां पठावः।
- वयं लिखामः।
- मध्यम पुरुष - मध्यम पुरुष श्रोता होता है जिससे वक्ता बात करता है। वक्ता श्रोता के लिए आप, तुम, तुमको, तुझे, तू आदि शब्दों का प्रयोग करता है। यथा -
- त्वं गच्छसि।
- युवां पठथः।
- यूयं लिखथ।
- प्रथम पुरुष - प्रथम पुरुष वह होता है जिस तीसरे व्यक्ति के विषय में श्रोता और वक्ता बात करते है। यह, वह, ये, वे, आदि शब्दों का प्रयोग अन्य व्यक्ति को बताने के लिए किये जाते हैं। यथा -
- रामः पठति।
- तौ लिखतः।
- ताः लिखन्ति।
Important Points
'कृ' धातु से ‘लट् लकार’ के विविध वचनों और पुरूषों में प्राप्त रूप इस प्रकार है-
पुरूष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमपुरूष |
करोति |
कुरुतः |
कुर्वन्ति |
मध्यमपुरूष |
करोसि |
कुरुथः |
कुरुथ |
उत्तमपुरूष |
करोमि |
कुर्वः |
कुर्मः |
अतः स्पष्ट है कि कृ धातु ‘लट् लकार, मध्मम पुरूष, बहुवचन’ में ‘कुरुथ’ रूप बनता है।
पुरुष Question 15:
'कुरुथ' पदस्य पुरुषं वर्तते-
Answer (Detailed Solution Below)
पुरुष Question 15 Detailed Solution
प्रश्न की हिन्दी - 'कुरुथ' पद का पुरुष है -
स्पष्टीकरण -
पुरुष - वे व्यक्ति जो संवाद के समय सम्मिलित होते हैं, उन्हें पुरुष कहा जाता है। जैसे: मेरा नाम विकास है। इस वाक्य में वक्ता अपने बारे में बता रहा है। वह इस संवाद में भागीदार है एवं श्रोता भी।
पुरुष के प्रकार -
पुरुष तीन प्रकार के होते हैं :
- उत्तम पुरुष - यह वक्ता स्वयं होता है। वक्ता मैं, मुझे, मुझको, मेरा, मेरी आदि शब्दों का खुद के बारे में बताने के लिए करता है। यथा -
- अहं गच्छामि।
- आवां पठावः।
- वयं लिखामः।
- मध्यम पुरुष - मध्यम पुरुष श्रोता होता है जिससे वक्ता बात करता है। वक्ता श्रोता के लिए आप, तुम, तुमको, तुझे, तू आदि शब्दों का प्रयोग करता है। यथा -
- त्वं गच्छसि।
- युवां पठथः।
- यूयं लिखथ।
- प्रथम पुरुष - प्रथम पुरुष वह होता है जिस तीसरे व्यक्ति के विषय में श्रोता और वक्ता बात करते है। यह, वह, ये, वे, आदि शब्दों का प्रयोग अन्य व्यक्ति को बताने के लिए किये जाते हैं। यथा -
- रामः पठति।
- तौ लिखतः।
- ताः लिखन्ति।
Important Points
'कृ' धातु से ‘लट् लकार’ के विविध वचनों और पुरूषों में प्राप्त रूप इस प्रकार है-
पुरूष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमपुरूष |
करोति |
कुरुतः |
कुर्वन्ति |
मध्यमपुरूष |
करोसि |
कुरुथः |
कुरुथ |
उत्तमपुरूष |
करोमि |
कुर्वः |
कुर्मः |
अतः स्पष्ट है कि कृ धातु ‘लट् लकार, मध्यम पुरूष, बहुवचन’ में ‘कुरुथ’ रूप बनता है।