लिङ्ग MCQ Quiz - Objective Question with Answer for लिङ्ग - Download Free PDF

Last updated on Mar 21, 2025

Latest लिङ्ग MCQ Objective Questions

लिङ्ग Question 1:

यदा स्त्रीलिङ्गं पुल्लिङ्गं विशेष्ये स्तः तदा विशेषणं भविष्यति - 

  1. पुल्लिङ्गे द्विवचने
  2. पुल्लिङ्गे बहुवचने
  3. स्त्रीलिङ्गे द्विवचने
  4. नपुंसकलिङ्गे द्विवचने

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : पुल्लिङ्गे द्विवचने

लिङ्ग Question 1 Detailed Solution

प्रश्न अनुवाद - जब स्त्रीलिङ्ग पुल्लिङ्ग का विशेष्य है, तब विशेषण होगा -

स्पष्टीकरण -

  • स्त्रीलिङ्ग शब्द - सीता 
  • पुल्लिङ्ग शब्द - राम 
  • विशेषण शब्द - सुन्दर 

 

  • विग्रह - सीतारामौ (यहां पर राम शब्द में द्विवचन का प्रयोग हुआ है I हमेशा जो शब्द बाद में होता है, उसी शब्द का लिङ्ग निर्धारण किया जाता है I)
  • राम पुल्लिङ्ग द्विवचन का होने से विशेषण शब्द 'सुन्दर' में भी द्विवचन का प्रयोग होगा और शब्द 'सुन्दरौ' बनेगा I 

 

अत: इस प्रकार हम कह सकते है कि 'पुल्लिङ्गे द्विवचने' उचित विकल्प है I 

Additional Information

विशेषण -

संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द को विशेषण कहते है I जैसे - सीता और राम की विशेषता सुन्दर शब्द के द्वारा बतला रहा है I इसीलिये 'सुन्दर' शब्द विशेषण है I

विशेष्य -

विशेषण जिस संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है, उसे विशेष्य कहते है I जैसे - सुन्दर शब्द सीता और राम की विशेषता बतला रहा है I इसीलिये 'सीता और राम' विशेष्य है I

लिङ्ग Question 2:

'उपनिषद्' शब्दः कस्मिन लिङ्गे आयाति?

  1. स्त्रीलिङ्गे
  2. नपुंसकलिङ्गे
  3. पुंल्लिङ्गे
  4. उभयलिङ्गे

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : नपुंसकलिङ्गे

लिङ्ग Question 2 Detailed Solution

प्रश्न का हिंदी भाषांतर : 'उपनिषद्' शब्द किस लिंग में प्रयुक्त होता है?

स्पष्टीकरण - 

  • उपनिषदत् शब्द का साधारण अर्थ है - ‘समीप उपवेशन’ या 'समीप बैठना (ब्रह्म विद्या की प्राप्ति के लिए शिष्य का गुरु के पास बैठना)।
  • यह शब्द ‘उप’, ‘नि’ उपसर्ग तथा, ‘सद्’ धातु से निष्पन्न हुआ है।
  • सद् धातु के तीन अर्थ हैं :
    • विवरण-नाश होना;
    • गति-ज्ञान, गमन 
    • प्राप्ति तथा अवसादन-शिथिल होना।
  • उपनिषद् में ऋषि और शिष्य के बीच बहुत सुन्दर और गूढ संवाद है जो पाठक को वेद के मर्म तक पहुंचाता है।
    • "उपनीय मम आत्मानं ब्रह्म अपास्त द्वयं यतः। निहन्ति अविद्यां तत् जं च तस्मात् उपनिषद् मता॥"
  • वेद का अन्तिम भाग उपनिषत् है।  वेद का निचोड उपनिषत् है।
    • वेदस्य अन्त इति वेदान्त। वेदस्य अन्त सिद्धान्त इति वेदान्त।

​अतः स्पष्ट है, क्रियाप्रधान अर्थ होने से 'नपुंसकलिङ्गे' यह इस प्रश्न का सही उत्तर है।

लिङ्ग Question 3:

दारशब्दः कस्मिन् वचने वर्तते?

  1. बहुवचने।
  2. द्वैकवचने।
  3. एकवचने।
  4. द्विवचने।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : बहुवचने।

लिङ्ग Question 3 Detailed Solution

प्रश्नानुवाद - 'दार' शब्द किस वचन में है?

स्पष्टीकरण - 

दारशब्दः बहुवचने वर्तते।

दार शब्द बहुवचन में है।

क्योंकि, 'दार' शब्द नित्य बहुवचनान्त पुल्लिङ्ग श्ब्द है। 'दार' शब्द का अर्थ है - स्त्री, पत्नी, भार्या।

Hint'दार' शब्द का सम्पूर्ण रूप -

विभक्ति वचन
प्रथमा दाराः
द्वितीया दारान्
तृतीया दारैः
चतुर्थी दारेभ्यः
पञ्चमी दारेभ्यः
षष्ठी दाराणाम्
सप्तमी दारेषु
सम्बोधन दाराः

लिङ्ग Question 4:

कलत्रशब्दस्य पुंलिङ्गे पर्याय पदं किम्?

  1. भर्ता
  2. पत्नः।
  3. दारा।
  4. दारः।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : दारः।

लिङ्ग Question 4 Detailed Solution

प्रश्नानुवाद - 'कलत्र' शब्द का पुल्लिंग समानार्थी शब्द कौन सा है ?

स्पष्टीकरण -

'कलत्र' नपुंसकलिङ्ग का श्ब्द है। इसका पुल्लिङ्ग पर्याय शब्द है 'दार' जिसका प्रथमा एकवचन का रूप है 'दारः'। अतः 'कलत्र' शब्द का पुल्लिंग समानार्थी शब्द द्वारः।

क्योंकि, अमरकोष ग्रन्थ में इन दोनों शब्दों को समानार्थी स्वीकार किया गया है। अमरकोष में कहाँ गया है कि - "भार्या जायाथ पुंभूम्नि दाराः स्यात्तु कुटुम्बिनी। पुरन्ध्री सुचरित्रा तु सती साध्वी पतिव्रता॥"

अर्थात्, सधर्मिणी, पत्नी, पाणिगृहीती, द्वितीया, सहधर्मिणी, भार्या, जाया, दार, वधू, तल्प, कलत्र, क्षेत्र, परिग्रह, गृह इन सभी शब्दों का अर्थ समान है।

लिङ्ग Question 5:

'आशिष्' इति शब्दस्य लिङ्गः कः?

  1. नपुंसकलिङ्गः।
  2. पुंस्त्रीलिङ्गः।
  3. स्त्रीलिङ्गः।
  4. पुंलिङ्गः।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : स्त्रीलिङ्गः।

लिङ्ग Question 5 Detailed Solution

प्रश्नानुवाद - 'आशिष्' इस शब्द का लिङ्ग क्या है?

सपष्टीकरण - 'आशिष्' षकारान्त स्त्रीलिङ्ग शब्द है आशिष् ।

Additional Information'आशिष्' षकारान्त स्त्रीलिङ्ग शब्द के रूप - 

विभक्ति  एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा आशीः आशिषौ आशिषः
द्वितीया  आशिषम् आशिषौ आशिषः
तृतीया आशिषा आशीर्ष्याम् आशीभिः
चतुर्थी आशिषे आशीाम् आशीर्थ्यः
पञ्चमी आशिषः आशीाम् आशीर्थ्यः
षष्ठी आशिषि आशिषोः आशिषाम्
सप्तमी आशिषि आशिषोः

आशीःषु, आशीष्षु

सम्बोधन हे आशीः! हे आशिषौ! हे आशिष!

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'महिमा' शब्द का लिङ्ग है -

  1. नपुंसकलिङ्ग 
  2. पुल्लिङ्ग 
  3. स्त्रीलिङ्ग 
  4. त्रिलिङ्ग

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : पुल्लिङ्ग 

लिङ्ग Question 6 Detailed Solution

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महिमा शब्द का अर्थ है - वैभव।

हिंदी में महिमा शब्द का प्रयोग स्त्रीलिङ्ग में होता है।

परन्तु संस्कृत में इसका प्रयोग पुल्लिंग होता है।

इसलिए उचित पर्याय पुल्लिङ्ग है।  

‘अशनि’ शब्द है

  1. पुंल्लिङ्ग
  2. नपुंसकलिङ्ग
  3. स्त्रीलिङ्ग
  4. उपर्युक्त सभी 

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : पुंल्लिङ्ग

लिङ्ग Question 7 Detailed Solution

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अशनि संज्ञा शब्द संस्कृत में प्रायः पुल्लिङ्ग में प्रयुक्त होता है, जिसका अर्थ है - वज्र। इसके अतिरिक्त बिजली अथवा बिजली मारना अर्थ में भी अशनि का प्रयोग होता है।

देवता शब्द का लिङ्ग है 

  1. पुल्लिङ्ग
  2. स्त्रीलिंग 
  3. नपुंसकलिङ्ग
  4. अव्यय

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : स्त्रीलिंग 

लिङ्ग Question 8 Detailed Solution

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स्पष्टीकरण - लिंग  का अर्थ है- चिन्ह। जिनके द्वारा यह पता चले कि अमुक शब्द संज्ञा स्त्री जाति के लिए और पुरुष जाति के लिए प्रयुक्त हुआ है, उसे लिंग कहते हैं।

संस्कृत भाषा में प्रत्येक अर्थ बोधक शब्द तीन लिंगों में होता है- पुल्लिंग, स्त्रीलिंग और नपुंसकलिंग।

  • देव शब्द में तल् प्रत्यय लगाकर देवता शब्द की व्युत्पत्ति होती है।
  • देवता शब्द स्त्रीलिंग है। 
  • देवता, तारा, देवता, व्यक्ति आदि शब्द संस्कृत में स्त्रीलिंग होते हैं, किन्तु हिंदी में पुल्लिंग होते हैं। 

अकारान्त पुल्लिङ्ग शब्द का उदाहरण है-

  1. भानुः
  2. रामः
  3. वाच्
  4. फलम्

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : रामः

लिङ्ग Question 9 Detailed Solution

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उपर्युक्त विकल्पों में से सही विकल्प 'रामः' है। अन्य विकल्प असंगत है।

 

रूप

शब्द

कारान्त

लिङ्ग

भानुः

भानु

उकारान्त

पुल्लिङ्ग

रामः

राम

अकारान्त

पुल्लिङ्ग

वाच्

वाच्

चकारान्त

स्त्रीलिङ्ग

फलम्

फल

अकारान्त

नपुंसकलिङ्ग

 

उपर्युक्त सारणी के अनुसार यह स्पष्ट होता है कि 'अकारान्त पुल्लिङ्ग' शब्द का उदाहारण ‘रामः’ है।   

Hint

स्वरान्त उदाहरण-

 

पुल्लिङ्ग

स्त्रिलिङ्ग्

नपुंसकलिङ्ग

अकारान्त

देव, राम

-

वन, फल

आकारान्त

विश्वपा

माला

-

इकारान्त

मुनि

मति

वारि

ईकारान्त

-

नदी

-

उकारान्त

साधु

धेनु

मधु

ऊकारान्त

-

वधू

-

ऋकारान्त

पितृ

मातृ

कर्तृ

 

'वाच्' पद चकारान्त स्त्रीलिङ्ग होता है।

'विधिः' इति शब्दः कस्य लिङ्गस्य-

  1. पुल्लिङ्ग
  2. स्त्रीलिङ्ग
  3. नपुंसकलिङ्ग
  4. पुल्लिङ्गनपुसकलिङ्गयोः

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : पुल्लिङ्ग

लिङ्ग Question 10 Detailed Solution

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प्रश्न का अनुवाद- 'विधिः' इस शब्द में कौनसा लिंग है?

उत्तर-  'विधिः' इस शब्द में पुल्लिङ्ग है। 

स्पष्टीकरण-

पुल्लिङ्ग

वह संज्ञा शब्द जो हमें पुरुष जाति का बोध कराते हैं, वे शब्द पुल्लिङ्ग संज्ञा शब्द कहलाते हैं। 
जैसे- लड़का, घोडा, शेर आदि.

Additional Informationस्त्रीलिङ्ग-

वह संज्ञा शब्द जो हमें स्त्री जाति का बोध कराते हैं, वे स्त्रीलिङ्ग शब्द कहलाते हैं। 
जैसे- लड़की, शेरनी, बकरी आदि.

नपुंसकलिङ्ग-
वे संज्ञा या सर्वनाम शब्द जो न तो पुरुष जाति का बोध कराते हैं और न ही स्त्री जाति का बोध कराते हैं, वे नपुंसकलिंग शब्द कहलाते हैं।

जैसे-फलम्, पत्रम्, पुस्तकम् आदि।

यदा स्त्रीलिङ्गं पुल्लिङ्गं विशेष्ये स्तः तदा विशेषणं भविष्यति - 

  1. पुल्लिङ्गे द्विवचने
  2. पुल्लिङ्गे बहुवचने
  3. स्त्रीलिङ्गे द्विवचने
  4. नपुंसकलिङ्गे द्विवचने

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : पुल्लिङ्गे द्विवचने

लिङ्ग Question 11 Detailed Solution

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प्रश्न अनुवाद - जब स्त्रीलिङ्ग पुल्लिङ्ग का विशेष्य है, तब विशेषण होगा -

स्पष्टीकरण -

  • स्त्रीलिङ्ग शब्द - सीता 
  • पुल्लिङ्ग शब्द - राम 
  • विशेषण शब्द - सुन्दर 

 

  • विग्रह - सीतारामौ (यहां पर राम शब्द में द्विवचन का प्रयोग हुआ है I हमेशा जो शब्द बाद में होता है, उसी शब्द का लिङ्ग निर्धारण किया जाता है I)
  • राम पुल्लिङ्ग द्विवचन का होने से विशेषण शब्द 'सुन्दर' में भी द्विवचन का प्रयोग होगा और शब्द 'सुन्दरौ' बनेगा I 

 

अत: इस प्रकार हम कह सकते है कि 'पुल्लिङ्गे द्विवचने' उचित विकल्प है I 

Additional Information

विशेषण -

संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द को विशेषण कहते है I जैसे - सीता और राम की विशेषता सुन्दर शब्द के द्वारा बतला रहा है I इसीलिये 'सुन्दर' शब्द विशेषण है I

विशेष्य -

विशेषण जिस संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है, उसे विशेष्य कहते है I जैसे - सुन्दर शब्द सीता और राम की विशेषता बतला रहा है I इसीलिये 'सीता और राम' विशेष्य है I

क्षत्रियः शब्दस्य स्त्रीलिंग भवति-

  1. क्षत्राः
  2. क्षत्रिणी
  3. क्षत्रियाः
  4. क्षत्रियणी

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : क्षत्रियाः

लिङ्ग Question 12 Detailed Solution

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प्रश्नानुवाद - 'क्षत्रियः' शब्द का स्त्रीलिंग है -

स्पष्टीकरण -
स्त्रीप्रत्ययः
 पुंल्लिङ्ग शब्दों को स्त्रीलिंग में परिवर्तित करने के लिये जिन प्रत्ययों का प्रयोग होता है, उन्हें स्त्री प्रत्यय कहते हैं।

  • इनकी संख्या पाणीनि ने आठ बताई है- टाप्, चाप्, डाप्, ङीप्, ङीष्, ङीन्, ऊङ् और ति
  • यहाँ अकारान्त ‘शिक्षक’ शब्द से ‘अजाद्यतष्टाप्’ सूत्र से ‘टाप्’ प्रत्यय होकर तथा ‘प्रत्ययस्यात्कात्पुर्वस्यात् इदाप्यसुपः’ सूत्र से ‘क’ के पूर्व के ‘अ’ को ‘इ’ आदेश होकर ‘शिक्षिका’ शब्द बनता है।

 

अतः स्पष्ट है ‘क्षत्रियाः’ में 'टाप्' प्रत्यय से 'क्षत्रियाः' पद बनता है।

'रावणः रामस्य दारान् सीताम् अपहरत्' वाक्यस्य रेखाङ्कित पदस्य किं लिङ्गमस्ति?

  1. पुल्लिङ्गम्
  2. स्त्रीलिङ्गम्
  3. नपुसंकलिङ्गम्
  4. अलिङ्गम्

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : पुल्लिङ्गम्

लिङ्ग Question 13 Detailed Solution

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प्रश्नार्थ - 'रावणः रामस्य दारान् सीताम् अपहरत्' इस वाक्य में रेखांकित पद में लिंग क्या है?

'दारान्' पद संस्कृत प्रातिपदिक 'दार' (पु.) इस नित्य बहुवचन का द्वितीया विभक्ति का रूप है।

विभक्ति बहुवचन
प्रथमा दाराः
द्वितीया दारान्
तृतीया दाराभिः
चतुर्थी दाराभ्यः
पंचमी दाराभ्यः
षष्ठी दाराणाम्
सप्तमी दारासु
संबोधन हे दाराः!

स्त्रीलिङ्गस्य किं शब्दस्य रूपं नास्ति ?

  1. कान्
  2. कया
  3. कयोः
  4. कासाम्

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : कान्

लिङ्ग Question 14 Detailed Solution

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प्रश्नानुवाद - स्त्रीलिङ्ग का कौनसे शब्द का रूप नहीं है ?

स्पष्टीकरण - दिये गये विकल्पों में कान् शब्दरूप स्त्रीलिंग का रूप नहीं है।

  • कान् शब्दरूप किम् (क्या/कौन) सर्वनाम शब्द के पुल्लिंग द्वितीया विभक्ति-बहुवचन का रूप है।
  • अन्य सभी विकल्प कया, कयोः, कासाम् स्त्रीलिंग (किम्) सर्वनाम के शब्दरूप हैं।
  • कयोः रूप पुल्लिंग और स्त्रीलिंग दोनों में प्राप्त होता है।

 

अतः स्पष्ट है कि यहाँ कान् स्त्रीलिंग शब्दरूप नहीं हैं।

Additional Information

किम् (क्या) स्त्रीलिंग सर्वनाम शब्दरूप का प्रयोग निम्नलिखित है-

विभक्ति

एकवचन

द्विवचन

बहुवचन

प्रथमा

का

के

काः

द्वितीया

काम्

के

काः

तृतीया

कया

काभ्याम्

काभिः

चतुर्थी

कस्यै

काभ्याम्

काभ्यः

पंचमी

कस्याः

काभ्याम्

काभ्यः

षष्ठी

कस्याः

कयोः

कासाम्

सप्तमी

कस्याम्

कयोः

कासु

'नदी' शब्दस्य लिंग निर्णयं कुरु-

  1. पुल्लिंग
  2. स्त्रीलिंग
  3. नपुंसकलिंग
  4. उभलिंग

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : स्त्रीलिंग

लिङ्ग Question 15 Detailed Solution

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प्रश्नार्थ - 'नदी' शब्द का लिंग निर्णय करे-

स्पष्टीकरण - शब्द का लिंग निर्णय कर ने के लिए उसका कारान्त जानना उपयुक्त होता है 

स्वरान्त उदाहरण-

 

पुल्लिङ्ग्

स्त्रीलिङ्ग्

नपुंसकलिङ्ग

अकारान्त

देव, राम

-

वन

आकारान्त

विश्वपा

माला

-

इकारान्त

मुनि

मति

वारि

ईकारान्त

-

नदी

-

उकारान्त

साधु

धेनु

मधु

ऊकारान्त

-

वधू

-

ऋकारान्त

पितृ

मातृ

कर्तृ

 

उपर्युक्त तालिका से ज्ञात होता है- 'नदी' पद ईकारान्त स्त्रीलिंग होता है।

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