एका शिक्षिका अधोलिखितं गतिविधिं प्रतिदिनं विदधाति

सा पञ्च-पञ्च विद्यार्थिनां समूहान् निर्माय कक्षायाः विभाजनं करोति, सा तान् समूहे संभाषणकरणाय प्रतिदिनं काञ्चिद् विषयान् प्रददाति, तदनन्तरं सा प्रत्येकं समूहात् एकं एकं चिनोति, सा समूहं सकलकक्षागतिविधिः एव संभाषणकरणाय निर्दिशति। एतेन सा किं संवर्धयितुं प्रयतते?  

This question was previously asked in
CTET Paper 2 Maths & Science 17th Jan 2022 (English-Hindi-Sanskrit)
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  1. आधारभूत-अंतर्वैयक्तिक-सम्प्रेषणकौशलानि (BICS)
  2. संज्ञानात्मक-प्रगत-भाषा-दक्षता (CALP)
  3. विमर्श-दक्षता (Discourse-competency)
  4. समूह-परिचर्चा (Group discussion)

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : आधारभूत-अंतर्वैयक्तिक-सम्प्रेषणकौशलानि (BICS)
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CTET CT 1: TET CDP (Development)
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10 Questions 10 Marks 8 Mins

Detailed Solution

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प्रश्नानुवाद - एक शिक्षिका अधोलिखित गतिविधि प्रतिदिन कराती है​।

वह पाँच-पाँच विद्यार्थियों के समूह का निर्माण करके कक्षा का विभाजन करती है, वह उनको समूह में संभाषण करने के लिए प्रतिदिन किसी विषय को प्रदान करती है, उसके बाद वह प्रत्येक समूह से एक एक को चुनती है, वह समूह को पूरी कक्षा गतिविधि के रूप में संभाषण करने के लिए निर्देश देती है। इससे वह किसे संवर्धित करने का प्रयास करती है?  

स्पष्टीकरण - उपरोक्त प्रश्न के सन्दर्भ में शिक्षिका छात्रों के आधारभूत अन्तर्वैयक्तिक सम्प्रेषण योग्यता (कौशल) (BICS) को विकसित करने का प्रयास करती है।

  • आधारभूत अन्तर्वैयक्तिक सम्प्रेषण योग्यता (कौशल) (Basic Interpersonal Communication Skills - BICS) दैनिक वार्तालाप की भाषा को कहा जाता है। जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है - आधारभूत अर्थात् दैनिक दिनचर्या के वार्तालाप हेतु वार्तालाप/बोलचाल की योग्यता। 
  • किसी भी व्यक्ति से व्यवहार करने का माध्यम है - भाषा
  • हम सभी एक समाज का हिस्सा है। जहाँ हमें किसी न किसी से वार्तालाप करना ही होता है।
  • सामान्य/प्रतिदिन वार्तालाप करने के लिए आधारभूत अन्तर्वैयक्तिक संप्रेषणात्मक कौशलों की आवश्यकता होती है।

Important Points

आधारभूत अंतर्वैयक्तिक सम्प्रेषणात्मक कौशल (BICS)

  • (बेसिक इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन स्किल्स) (Basic Interpersonal Communication Skills) - यह दैनिक, सामाजिक, आमने-सामने की बातचीत में आवश्यक भाषायी कौशल को संदर्भित करता है।
  • उदाहरणार्थ - खेल के मैदान में, फोन पर या अन्य लोगों के साथ सामाजिक रूप से बातचीत करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली भाषा BICS का हिस्सा है।
  • इन सामाजिक अंतःक्रियाओं में प्रयुक्त भाषा संदर्भ सन्निहित है। यह सार्थक, संज्ञानात्मक रूप से और गैर-विशिष्ट है।
  • BICS को विकसित करने में शिक्षार्थी को छह महीने से लेकर दो साल तक का समय लगता है।
  • आधारभूत पारस्परिक संचार कौशल दैनिक जीवन के लिए आवश्यक भाषा है।
  • अध्यापक एवं दोस्तों के साथ बातचीत सहित, अन्य अनौपचारिक बातचीत। जिसमें अन्य व्यक्ति के साथ विचार-विमर्श या समूह-परिचर्चा शामिल है।
  • सन्दर्भ सन्निहित संप्रेषण जिसका अर्थ है कि बातचीत अक्सर आमने-सामने, कई संकेत प्रदान करते हुए होती है।
  • श्रोता के लिए जैसे फेशियल भाव, हाव-भाव, ठोस संदर्भ की वस्तुएँ।
  • प्रतिदिन की भाषा से संबंधित है और घटनाएँ, भाषा संरचना और उपयोग करना सरल है।

 

अतः कहा जा सकता है कि उपरोक्त प्रश्न के सन्दर्भ में शिक्षिका छात्रों के आधारभूत अन्तर्वैयक्तिक सम्प्रेषण योग्यता (कौशल) (BICS) को विकसित करने का प्रयास करती है।

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